Uttar Pradesh News: कल दिल्ली से एक घटना सामने आयी ज़िसमें अब भारत राजनिती के दिग्गजो की प्रतिक्रिया सामने आने लगी हैं, आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर का शुक्रवार को एक वीडियो सामने आय़ा हैं ज़िसमें मुस्लिम समुदाय करीब 10 य़ा 15 लोग जब सडक पर प्राथना कर रहे थे, तो पुलिस कर्मी इसे देख आग-बबुला हो गया क्योंकि आये दिन दिल्ली में सडक दुर्घटनाए होती रहती हैं, और पुलिसकर्मी आपा खो गया और नमाज पड रही भीड पर कडाई दिखाते हुए उसने वाहनो से भरी सडक पर नमाज पड रहे लोगो को लाते मार दी इसे देख मुस्लिम समुदाय वहा आ गया और प्रदर्शन करने लगा इसे देख दिल्ली प्रशासन ने लात मारने वाले पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया हैं, कुछ लोगो ने इसका विडियो भी बना लिया हैं, ज़िसमें वह इंद्रलोक इलाके में सड़क पर नमाज पढ़ रहे कुछ लोगों को लात मारता दिख रहा है. वही अब इस घटना पर राजनिति शुरू हो गयी हैं, इस घटनाक्रम पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया भी सामने आई है.
घटना का वीडियो ऑनलाइन वायरल होने के कुछ ही करीब 60 य़ा 70 मिनिट बाद पुलिस उपायुक्त (उत्तर) एम.के. मीणा द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि उप-निरीक्षक (एसआई) मनोज कुमार तोमर को तीन महीने के लिए निलंबित कर दिया गया है. इस वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया के एक्स प्लेटफॉर्म पर लिखा, 'प्रार्थनाओं पर प्रहार अच्छा नहीं.'
प्रार्थनाओं पर प्रहार अच्छा नहीं!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 9, 2024
यह वाकया दिल्ली के इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन के पास शुक्रवार दोपहर लगभग 2 बजे की बताई जा रही है. दिल्ली के इंद्रलोक क्षेत्र की एक मस्जिद में जुमे(शुक्रवार) की नमाज के लिए अधिक संख्या में लोग इकठ्ठे हुए थे. मस्जिद में अधिक मुस्लिम भीड़भाड़ के कारण कुछ लोग सड़क पर ही नमाज पढ़ने लगे. एक वायरल फुटेज में पुलिसकर्मी तोमर को सड़क पर नमाज पढ़ रहे मुस्लिम के एक समूह को सडक से ऊठाते हुए देखा गया.
कुछ घंटे बाद तक इलाके में तनाव दिखा जिससे प्रशासन सावधान हो गया!
शेयर किये गए विडियो में देखा जा सकता हैं कि अचानक, सब-इंस्पेक्टरपर ट्राफिक को देखते हुए गुस्सा हो जाता है और कुछ मुस्लिम व्यक्तियों को धक्का देता और लात मारता हुआ दिखाई देता है. इस कार्यवाही को देखते हुए कुछ मुस्लिम ने सड़क बाधित कर दी और तोमर के खिलाफ प्रशासन से कार्यवाही की मांग की. इसके बाद, कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई. घटना के बाद कुछ घंटे बाद तक इलाके में तनाव व्याप्त रहा.
मध्य और पूर्वी रेंज से क्रमश: अतिरिक्त पुलिस आयुक्त परमादित्य और सागर सिंह कलसी भी घटनास्थल पर पहुंचे. दिल्ली डीसीपी मीणा ने जानकारी देते हुए कहा कि सड़क पर यातायात सुचारू हो गया है. एसआई के निलंबन के आदेश के बाद प्रदर्शनकारी शांत हो गए. डीसीपी ने आंगे कहा, "अधिकारी के निलंबन की खबर स्थानीय मस्जिद से की गई घोषणाओं के माध्यम से प्रसारित की गई. समुदाय के सदस्य शांति बनाए रखने में पुलिस की सहायता कर रहे हैं."
घटना के बाद, दिल्ली के उत्तर-पूर्वी जिले पर कड़ी निगरानी रखी गई. इस इलाके में 2020 में सांप्रदायिक दंगे हो चुके हैं. पुलिस उपायुक्त (उत्तर-पूर्व) जॉय टिर्की ने जानकारी देते हुए कहा कि, "हम इंद्रलोक में हुई घटनाओं की कड़ी निंदा करते हैं. मैं सभी से शांति को प्राथमिकता देने और गलत सूचना फैलाने से बचने का आग्रह करता हूं."
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