कश्मीर फाइल्स की चर्चा भारत में ही नही अपितु भारत के बाहर भी सूर्खियों में है। ईस कम बजट में बनी फिल्म ने लोगो का दिल जीत लिया और box ऑफिस के सभी रिकोर्ड तोड़ दिये है। यह मूवी नही स्वतंत्र भारत का काला इतिहाश है, इस समय के लोगो ने एक जमीन के टुकड़े को अपना बनाने और पाकिस्तान परस्त धर्म के अंधे कट्टर मुल्लो ने बेगुनाह हिन्दू को हजारो की संख्या में निर्ममता से मारा और लाखो हिन्दू को कश्मीर छोड़ने पर मजबूर किया और जो मुस्लिम भारत सरकार की सेवा में थे ऊन हजारो मुस्लिम को भी निर्ममता से इन धर्म के के ठिकेदारो ने पाकिस्तान प्रेम होने के कारण अपने पडोसियों और अपने ही धर्म के लोगो को भी बेरहमी से मारा उस समय के विट्टा कराटे नामक अतंकी ने कबूल किया के उसने 20 से अधिक हिन्दू को मारा और बिना दुख जताते हुए अपनी बात कबूलता है कि किस तरह से उसे सीने में गोली मारने में आनन्द आता था दुख की बात यह है के वह राजनीतिक party का chairman था ज़िसे 2019 में जेल में फिर से डाला गया क्या राजनीतिक अंधो को ऐसा जानवर 19 वर्ष से दिखा ही नही ये सोचने वाली बात है कुछ लोग मूवी का विरोध कर रहे है कि यह दो धर्म के वीच दरार पैदा कर रही है मेरा सवाल है कि वे लोग ज़िन्होने हजारो लोगो को मारा उनका गुनाह छूपा कर इतने बड़े अन्याय् को छुपाना सही है इसको सामने आना चाहिये और हिन्दू पर हुए अत्याच ार को देखना चाहिये और आंगे भी ऐसी मानवता पर हुए अत्याचार फिल्म को बनना चाहिये, मानवता के अत्याचार पर राजनीति होना गलत बात है, देश में ऐसे बहुत से दंगे हुए है में आशा करता हूँ के द कश्मीर फाइल की तरह उन पर भी फिल्म बने और उन लोगो के साथ भी न्याय होना चाहियेऔर उनका सच भी सामने आये।
आमिर खान ने कहा है कि हर भारतीय को द कश्मीर फाइल्स देखनी चाहिए।
आमिर खान ने दिल्ली में एसएस राजामौली की आगामी फिल्म आरआरआर के promotion पर आये हुए थे, एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकार के जवाव पर द कश्मीर फाइल्स के बारे में अपने विचार रखे आमिर इस कार्यक्रम में आरआरआर - जूनियर एनटीआर, राम चरण और आलिया भट्ट के कलाकारों में शामिल हुए, यहाँ आमिर से द कश्मीर फाइल्स पर उनके विचारों के बारे में सवाल पूछा गया। उन्होंने कहा कि वह फिल्म जरूर देखेंगे और कहा कि हर भारतीय को इसे देखना चाहिए क्योंकि यह एक दुखद घटना पर आधारित है। और वो एक इतिहास का ऐसा भाग है, जहाँ हमारा दिल दुखा है। जो कश्मीरी पंडितों के साथ हुआ है, वो याकीनन बहुत ही दुख की बात है, और ऐसी फिल्म जो बनी हैं इस विषय पर, वो याकीनन हर हिंदुस्तानी को देखना चाहिये और हर हिंदुस्तानी को याद करना चाहिए, एक इंसान पर क्या वीतती है। उन्होंने आगे कहा, "इस फिल्म ने उन सभी लोगों की भावनाओं को छुआ है जो मानवता में विश्वास करते हैं और यही अद्भुत है। मैं फिल्म जरूर देखूंगा और फिल्म के सफल होते देख मैं बहुत खुश हूं। मुझे लगता है कि यह भारत का समय है जो दुखद था, लोगों को ध्यान से देखना चाहिए और याद रखना चाहिए।"
विवेक अग्निहोत्री द्वारा निर्देशित, द कश्मीर फाइल्स में मिथुन चक्रवर्ती, अनुपम खेर, दर्शन कुमार, पल्लवी जोशी, पुनीत इस्सर, मृणाल कुलकर्णी और अन्य शामिल हैं। यह 1990 में तत्कालीन जम्मू और कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के पलायन पर आधारित है। विवेक अग्निहोत्री ने दावा किया है कि फिल्म "पूरी तरह से तथ्यों पर आधारित" है।
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