Mp news: चंदला में अधिकतर आंगनबाड़ी केंद्रों में लटकते रहते हैं ताले, बच्चों को नसीब नहीं हो रहा भोजन..

Mp news: Locks keep hanging in most Anganwadi centers in Chandla, children are not getting food..

नगर में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन बेपटरी हो चला है। कलेक्टर संदीप जीआर इस समय आंगनबाड़ी केन्द्रों के सुचारू रूप से संचालन को लेकर सख्त हैं और उनके द्वारा निर्देश भी जारी किए जा रहे है। लेकिन नगर में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों में इसका असर अभी तक देखने को नहीं मिला है। यहां संचालित 15 केन्द्रों में महज 3 को ही शासकीय भवन मिल सके है। शेष केन्द्रों का संचालन कार्यकर्ताओं के घरों या किराए के कमरों पर संचालित है, जिनका प्रत्येक महीने किराया भुगतान किया जाता है। इसी अव्यवस्था का फायदा उठाते हुए संचालक मनमानी पर उतारू हैं। इस अव्यवस्था का सबसे ज्यादा फायदा समूह संचालक उठा रहे हैं इनके द्वारा नाश्ता और भोजन नहीं दिया जाता है। लेकिन हर महीने भुगतान हो जाता है। आपके द्वारा जानकारी मिली है। मैं खुद मामले की पड़ताल करूंगी। जल्द ही निरीक्षण कर कार्रवाई की जायेगी। 

-निशा बांगरे , एसडीएम लवकुशनगर..

समूह संचालकों की बल्ले - बल्ले.. 

नगर की आंगनबाड़ी केंद्रों के कार्यरत समूह संचालकों की बल्ले - बल्ले है। जब केंद्रों का संचालन नहीं हो रहा है तो समूहों को नाश्ता व भोजन नहीं देना पड़ता है। कार्यकर्ताओं और समूहों के संचालकों के बीच गठजोड़ के चलते शासन से निर्धारित पोषण आहार भी नहीं मिलता है और हर महीने आने वाली राशि का बन्दरबाट कर लिया जाता है। 

परियोजना अधिकारी से लेकर सुपरवाइजर तक नहीं करते निरीक्षण.. 

लोगों का कहना है कि नगर में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण परियोजना अधिकारी से लेकर सुपरवाइजर तक नहीं किया जाता है। यही कारण है कि दर्जन भर से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों में गतिविधियां शून्य है। सुपरवाइजर द्वारा हर महीने कागजी खानापूर्ति कर प्रगति रिपोर्ट बनाकर विभाग को भेज दी जाती है।

केंद्र का नाम नहीं अंकित करवाया.. 

नगर में संचालित एक दर्जन आंगनबाड़ी केंद्रों में केंद्र का नाम अंकित नहीं करवाया गया। जिससे यह पता ही नहीं चलता है कि यहां केंद्र संचालित है या नहीं। ऐसा जानबूझकर किया गया है, ताकि किसी को यह मालूम ही न हो कि यहां कौन सी गतिविधियां संचालित हो रही हैं। जबकि अधिकतर केंद्रों का संचालन कार्यकर्ताओं के निजी मकानों में हो रहा है। घरों में संचालित केंद्रों में कार्यकर्ता मनमर्जी अनुसार केंद्र संचालित करती हैं जिसके कारण नौनिहालों को पोषण के साथ प्रारंभिक शिक्षा नहीं मिल पा रही है। आंगनबाड़ी केंद्र संचालित न होने की सूचनाएं लगातार मिल रही है। में इस मामले को नगर परिषद की बैठक में रखूंगा। 
-हर्षित अंशु शुक्ला , उपाध्यक्ष नगर परिषद चंदला

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