केंद्र सरकार ने नई दिल्ली के राष्ट्रपति भवन के ‘मुगल गार्डन’ का नाम बदलकर ‘अमृत उद्यान’ कर दिया है. सरकार के इस फैसले पर नया विवाद शुरू हो गया है. इस मसले पर मौलानाओं का कहना है कि मोदी सरकार ने ऐसा हिंदुओं को खुश करने के लिए किया है. मुस्लिम मौलवी साजिद राशिद ने कहा कि हिंदुओं को खुश करने के लिए मुगल गार्डन का नाम बदल गया है. मेरा मानना है की अगर सरकार को नाम ही बदलना था तो झूठे वादे न करती. यदि ऐसा ही चलता रहा तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को महात्मा गांधी बना दिया जाएगा. कोई एक समूह मोदी को ही राष्ट्रपति मानने लगेंगे.
नई दिल्ली। राष्ट्रपति भवन में स्थित मुगल गार्डन (Rashtrapati Bhawan Mughal Garden) का नाम अब अमृत उद्यान (Amrit Udyan) कर दिया गया है। अमृत महोत्सव के तहत गार्डन का नाम बदला गया है। उद्यान के बाहर अमृत उद्यान नाम का साइन बोर्ड भी लगा दिया है। अमृत उद्यान (मुगल गार्डन) में 12 किस्म के ट्यूलिप के फूल होते हैं। अब उद्यान भी हर साल की तरह इस बार भी आम लोगों के लिए खुलने वाला है, जहां लोग ट्यूलिप और गुलाब के फूलों का दीदार कर सकेंगे। हर साल अमृत उद्यान आम लोगों के लिए खोला जाता है, जो अब 31 जनवरी को खुलेगा और 26 मार्च तक दो माह तक के लिए खुला रहेगा। गार्डन खुलने का समय 10 बजे से शाम 4 बजे तक रहेगा। 28 मार्च को किसानों के लिए, 29 को दिव्यांगों के लिए, 30 पुलिस और सेना के लिए यह खुलेगा। सुबह 10 बजे से 12 बजे तक 7500 लोगों के लिए टिकट मिलेगा। उसके बाद 12 से चार बजे तक 10 हजार लोगों को प्रवेश मिलेगा। यह राष्ट्रपति भवन में उद्यान भवन की तरह होगा। उद्यान में 12 तरह के विशेष किस्म के ट्यूलिप के फूल लगाए हैं। गार्डन में सेल्फी प्वांइट भी हैं, साथ ही यहां फूड कोर्ट भी चालू रहेगा। लोग क्यूआर कोड से पौधों के किस्मों की जानकारी ले सकेंगे। साथ ही यहां 120 प्रकार गुलाब हैं और 40 खुशबू वाले गुलाब हैं। #MughalGarden #AmritUdyan #Hindu #SajidRashid #ABPNews
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