खालिस्तान और हिन्दूरास्ट्र की मांग करने वाले ही देश में संप्रदायिकता का माहोल बिगाड रहे..है, मजे की बात देश की सरकार चुप है..ऐसी गतिविधीयो पर देश की राष्ट्रभक्त सरकार का टाईटल लेने वाली सरकार को तुरंत कार्यवाही.. करना चाहिये..हिन्दूराष्ट्र की मांग के कारण ही सबसे ज्यादा खालिस्तान की मांग करने वाले लोग मौजुदा टाइम(2014 to 2023) में सबसे ज्यादा सक्रिए हो गए है..इनके पास कहने के लिए है..कि हम पर कार्यवाही करने से पहले इन पर कार्यवाही करो..भारत देश लोकतांत्रिक देश है..और भारत की इस संप्रभुता और अखण्डता को बचाना हम सभी स्वतंत्र सोच रखने वाले लोगो का उत्तरदायीत्व है, हिन्दू राष्ट्र की मांग करने वाले लोगो को य़े सोचना चाहिये कि हिन्दू की संख्या उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, उत्तराखण्ड, राजिस्थान, हरियाणा, महाराष्ट्र, गुजरात, सहित 9 राज्य हिन्दू बहुल्य है..हिन्दू राष्ट्र की मांग इन्ही सात राजयो से उठ रही है.. अन्य राज्य को इसमें कोई दिलचस्पी नही और बचते है..20 राज्य जिसके 13 राजयो में हिन्दू अल्पसंख्यक संख्या के शब्द की परिभाषा से भी कम है..
दक्षिण भारत के 7 राजयो में हिन्दू धर्म मानने वाले 40% है ज़िसमें 40% द्रविड़ पुरानेरीती रिवाजो को मानते है, और ये हिन्दू कहलाना पसंद नही..करते, और 20% अन्य धर्म है.. आप ही सोचिये यदि ऐसी सोच इन अन्य राजयो की हो जाति है.. तो हमारा प्यारा देश विखंडित हो जाएगा ..और पंजाब में तो पुलिस थानो पर भीड में हमले किये जा रहें.. विचार- सूरज सिंह 🖋🖋
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