लखनऊ: अतीक अहमद (Atique Ahmad) के बेटे असद (Asad) और शूटर गुलाम(Shooter Gulam) का यूपी एसटीएफ ने 13 अप्रैल को झांसी(Jahnsi) में एनकाउंटर(Ancounter) कर दिया था। इसके बाद से लगातार इसको धर्म से जोड़ा जा रहा है। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) योगी सरकार पर हमला बोलते हुए इसे भाईचारे के खिलाफ भी बता चुके हैं। वहीं, अब योगी सरकार ने 6 सालों में एनकाउंटर में ढेर हुए अपराधियों की लिस्ट जारी की है( The Yogi government has released the list of criminals killed in encounters in 6 years).
योगी सरकार की ओर से जारी की गई लिस्ट में 2017 से अबतक 183 अपराधी मुठभेड़ में ढेर होना बताया है(In the list issued by the Yogi government, since 2017, 183 criminals have been told to have been killed in the encounter). इनमें केवल 57 ही मुस्लिम हैं। वहीं, 126 अपराधी हिंदू हैं। साथ ही बीजेपी ने अखिलेश यादव पर हमला भी बोला है। बीजेपी ने कहा कि सपा मुखिया जानबूझकर अपराधियों में जाति धर्म ढूंढ़ते हैं, क्योंकि उनकी मंशा चुनाव(Election) में इसका फायदा उठाने की रहती है।
इस साल अभी तक 14 का हुआ एनकाउंटर..
2017 में 28 अपराधी एनकाउंटर में मारे गए थे, जिसमें 14 मुस्लिम हैं। 2018 में 41 ढेर हुए, जिसमें 14 मुस्लिम हैं। 2019 में 34 मारे गए, जिसमें 11 मुस्लिम, 2020 में 26 अपराधी मारे गए, जिसमें 5 मुस्लिम, 2021 में 26 मारे गए, जिसमें 7 मुस्लिम हैं। 2022 में 14 अपराधी एनकाउंटर में मारे गए, जिसमें 1 मुस्लिम है और 2023 में अभी तक 14 अपराध मारे गए, जिसमें असद गुलाम समेत 5 मुस्लिम हैं(In 2017, 28 criminals were killed in encounters, in which 14 are Muslims. There were 41 lynchings in 2018, of which 14 were Muslims. 34 killed in 2019, including 11 Muslims, 26 criminals killed in 2020, including 5 Muslims, 26 killed in 2021, including 7 Muslims. In 2022, 14 criminals were killed in encounter, in which 1 is a Muslim and in 2023 so far 14 criminals have been killed, in which 5 are Muslims including Asad Ghulam).।
असद था उमेश पाल मर्डर का मुख्य आरोपी..
अतीक(Atique Ahmad) का बेटा असद 24 फरवरी को हुए उमेश पाल मर्डर(Umesh Pal Murder) का मुख्य आरोपी था। मर्डर के बाद से वह फरार था। उस पर 5 लाख का इनाम था। पुलिस के पास इनपुट था कि वह गुजरात की साबरमती जेल(Sabarmati Jail in Gujarat) से प्रयागराज आए अपने पिता और माफिया डॉन अतीक(Mafiya Don Atique) को छुड़ाने के लिए उसके काफिले पर हमला कर सकता है। पुलिस का कहना था कि इसी इनुपट के बाद जब पुलिस टीम ने उसे रोका तो उसने फायरिंग(Firing) कर दी। जवाबी कार्रवाई में वह और एक दूसरा शूटर गुलाम मारा गया। उमेश पाल मर्डर के सभी आरोपियों के चेहरे सीसीटीवी फुटेज में दर्ज थे(The faces of all the accused in Umesh Pal murder were recorded in the CCTV footage).।
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