CM ने भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. अंबेडकर से जुड़े पंचतीर्थ 'मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना' में शामिल करने का किया ऐलान

CM, the architect of the Indian Constitution, announced the inclusion of Panchteerth associated with Dr. Ambedkar in 'Chief Minister's Tirth Darshan Yojana'

मध्यप्रदेश। आज मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान(Madhya Pradesh Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने निवास में सामाजिक न्याय के प्रणेता और भारतीय संविधान के निर्माता(maker of the Indian constitution), भारत रत्न बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी (Bharat Ratna Babasaheb Dr. Bhimrao Ambedkar) की जयंती पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया और राष्ट्र के विकास में दिए गए अमूल्य योगदान का सादर स्मरण किया। वही, बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर मुख्यमंत्री ने अंबेडकर से जुड़े पंचतीर्थ 'मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना' में शामिल करने का ऐलान किया है।

मध्यप्रदेश शासन द्वारा अंबेडकर से जुड़े पंचतीर्थ 'मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना' में सम्मिलित करने की अधिसूचना जारी-

CM, the architect of the Indian Constitution, announced the inclusion of Panchteerth associated with Dr. Ambedkar in 'Chief Minister's Tirth Darshan Yojana'

अंबेडकर से जुड़े पंचतीर्थ तीर्थदर्शन(panchteerth teerthdarshan) योजना में: सीएम..

आज मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बयान देते हुए बताया कि, हमने यह तय किया है कि संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जी से जुड़े पंचतीर्थों जन्मभूमि महू(mahu), शिक्षा भूमि लंदन(landon), दीक्षा भूमि नागपुर(nagpur), महापरिनिर्वाण भूमि दिल्ली(delhi) और चैत्य भूमि, मुंबई(mumbai) को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के अंतर्गत जोड़ा जा रहा है।

डॉ. अंबेडकर की जयंती के अवसर पर संवाददाताओं से सीएम ने कहा कि, मुझे बताते हुए प्रसन्नता है कि महू आने वाले श्रद्धालुओं के लिए धर्मशाला निर्माण हेतु आवश्यक जमीन पर सेना की एनओसी मिल गई है। साढ़े तीन एकड़ जमीन को डॉ बाबा साहब मेमोरियल समिति को लीज पर देकर श्रद्धालुओं के रुकने, ठहरने समेत अन्य सभी आवश्यकताएं पूरी की जाएगी

इसी क्रम में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी आभार प्रकट किया कि इस दिशा में उनके ही मार्गदर्शन में काम हुआ। पांचों तीर्थों को तीर्थयात्रा के अंतर्गत जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि महू में डॉ. अंबेडकर का स्मारक बनाने के बाद वहां अच्छी धर्मशाला बनाने की मांग थी। महू की जमीन अब तक सेना के पास थी, लेकिन अब सेना की ओर से साढ़े तीन एकड़ जमीन के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र मिल गया है। ये जमीन संबंधित समिति को लीज पर देकर अनुयायियों को वहां रुकने की व्यवस्था की जाएगी।

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