वीडियो(वीडियो) में कैलाश विजयवर्गीय होती(कैलाश विजयवर्गीय) आगे कह रहे हैं कि मैं कभी-कभी देखता हूं, मैं आज भी जब चयन हूं, पढ़ने-लिखने नौजवानों, बच्चों को झूमते हुए देखते हैं तो सच में ऐसी इच्छा है कि पांच -सात ऐसी दूं कि उनका नशा उतर जाए।
अपने बयान बयानों को लेकर अक्सर जारी रहने वाले बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव कैलाश विजयवर्गीय(बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय) ने एक बार फिर शक व्यक्त किया है। इस बार उन्होंने लड़कियों की पोशाक को लेकर लेकर बयान दिया है। कैलाश विजयवर्गीय का सोशल मीडिया (सोशल मीडिया) पर हनुमान जयंती का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें कैलाश विजयवर्गीय कह रहे हैं कि कुछ महिलाएं ऐसे कपड़े पहनती हैं कि मन करता है कि उनकी कार से उतरकर प्रचार मार। वो शूर्पणखा(रामायण पूर्ण कालीन स्त्री सूर्पणखा) लगती हैं।
वीडियो में कैलाश विजयवर्गीय आगे कह रहे हैं “मैं कभी-कभी देखता हूं, मैं आज भी जब बोल रहा हूं, पढ़े-लिखे नौजवानों, बच्चों को झूमते हुए देखते हैं तो सच में ऐसी इच्छा है कि पांच-सात ऐसी दूं कि धूम्रपान उतर जाओ। सच कह रहा हूं, भगवान का वचन। हनुमान जयंती पर झूठ नहीं बोलेंगे। लड़कियां भी बहुत सारे कपड़े पहनती हैं कि... अपन महिलाओं को दी जाती हैं। उन्हें देवी का स्वरूप ही नहीं दिखता। बिल्कुल स्थापित शूलाखा लगती हैं। सच में अच्छा सुंदर भगवान ने शरीर दिया है। जड़ा पक्का झूठ पहनो यार। बच्चों में आप संस्कार डालिए। मैं बहुत चिंतित हूं।”
कैलाश विजयवर्गीय ने एक बार इंदौर(indore) में अफसरों को चेताते हुए कहा था कि उन्हें कमर के नीचे वार करने के लिए मजबूर न किया जाए, यदि ऐसा होता है तो वो अपना संकल्प तोड़ देंगे। इतना ही नही कैलाश विजयवर्गीय ने एसडीएम(sdm) और दूसरे अफसरों को चेताते हुए कहा था कि अगर इंदौर में संघ के पदाधिकारी नही होते तो वो शहर में आग लगा देते।
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