माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात प्रयागराज में हत्या कर दी गई है। पुलिस उन्हें अस्पताल में मेडिकल टेस्ट के लिए ले जा रही थी। पत्रकार साथ-साथ चलते हुए अतीक से सवाल कर रहे थे। इसी बीच तीन युवक मीडियाकर्मी बनकर पुलिस का सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए आए और अतीक के सिर में गोली मार दी। इसके बाद अशरफ पर फायरिंग की। दोनों वहीं ढेर हो गए।
इस हमले के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इस हमले में कॉन्स्टेबल मानसिंह को भी गोली लगी है, जिसे अस्पताल ले जाया गया है। तीनों हमलावरों ने सरेंडर कर दिया है। हमलावरों की पहचान लवलेश, सनी और अरुण मौर्य के नाम से हुई है।
यूपी पुलिस अभी इस मामले पर कुछ भी कह नहीं रही है। हमले के तुरंत बाद, यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार CM योगी से मिलने पहुंचे हैं। सीएम योगी ने सभी बड़े अधिकारियों को बैठक के लिए बुलाया है।
अतीक से 23 घंटे तक हो चुकी थी पूछताछ..
अतीक अहमद और अशरफ से यूपी ATS और प्रयागराज पुलिस ने 23 घंटे पूछताछ की थी। दोनों से करीब 200 सवाल पूछे गए थे। सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान अतीक ने कबूला था कि वह पाकिस्तान से हथियार की सप्लाई लेता रहा है। अहमदाबाद जेल से उसने ISI एजेंट को फोन किया था। यही नहीं, अतीक ने उमेश पाल हत्याकांड की साजिश का भी जुर्म कबूल किया। अशरफ ने पुलिस को बताया कि किसी चैनल से हथियार पंजाब के एक फॉर्म हाउस तक पहुंच जाते थे।
पूछताछ के दौरान अतीक गिड़गिड़ाता रहा। वह बेटे के जनाजे में शामिल होने की मिन्नतें करता रहा। इसी दौरान अतीक की तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद अतीक और अशरफ को एक ही हथकड़ी में प्रयागराज के कॉल्विन हॉस्पिटल लाया गया।
अखिलेश यादव बोले- UP में अपराध की पराकाष्ठा हो गई..
UP में अपराध की पराकाष्ठा हो गयी है और अपराधियों के हौसले बुलंद है। जब पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच सरेआम गोलीबारी करके किसी की हत्या की जा सकती है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या। इससे जनता के बीच भय का वातावरण बन रहा है, ऐसा लगता है कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं।
गुरुवार को झांसी में हुआ था अतीक के बेटे का एनकाउंटर, शनिवार सुबह दफनाया गया..
माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम का गुरुवार दोपहर साढ़े 12 से एक बजे के बीच झांसी में एनकाउंटर हुआ था। यूपी STF ने बताया कि उमेश पाल हत्याकांड के शूटर्स की लोकेशन मिलने के बाद STF की एक टीम बुधवार को झांसी पहुंची थी। STF को शुरुआती जानकारी गुड्डू मुस्लिम के छिपे होने की मिली थी। बाद में सोर्स ने असद और शूटर गुलाम के भी झांसी में चिरगांव के पास होने की जानकारी दी। हालांकि गुड्डू मुस्लिम तो STF के हाथ नहीं लगा, लेकिन असद और गुलाम STF के हत्थे चढ़ गए।
असद और गुलाम की लोकेशन मिलने के बाद STF दोनों को जिंदा पकड़ना चाहती थी, लेकिन उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। STF की जवाबी फायरिंग में दोनों मारे गए। असद को दो, जबकि गुलाम को एक गोली लगी। शनिवार सुबह 10 बजे असद को प्रयागराज के कब्रिस्तान में दफनाया गया।
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