Gyanvapi Mosque: मुस्लिम पक्ष ने ज्ञानवापी मस्जिद में एएसआई सर्वे का क्यों किया बहिष्कार?

ASI survey of Gyanvapi started, Muslim side boycotted.  Hindi news   The Gyanvapi mosque is being surveyed on Monday by the Archaeological Survey of India in Varanasi.   ASI's team of 30 people is inside the mosque and is surveying.   This survey is being done after the order of the court and in this matter the ASI has to submit its report by August 4.   The Anjuman Intezamia Masjid Committee takes care of the maintenance of Gyanvapi Masjid.   The secretary of this committee, Abdul Batin Nomani spoke to the media.   According to the news agency PTI, Abdul said, "There was a meeting between the DM and the Commissioner on Sunday.  We told them that we have not received any information about the ASI survey that is going to be done.  If no notice has been received, then we cannot participate in that survey.   Abdul said, "We have gone to the Supreme Court, today a hearing is going on in this matter."  How can we get involved there in the matter in which the hearing is going on today?  We have written a request to these people that you should take our point up and take it forward for one day so that our Supreme Court hearing can be completed.  After that we would have joined it.अब्दुल बोले, ''हम सुप्रीम कोर्ट गए हुए हैं, आज इस मामले में सुनवाई हो रही है. जिस चीज़ में आज सुनवाई हो रही है, उसमें हम वहां कैसे शामिल हो सकते हैं. हम लोगों ने लिखित रूप से इन लोगों से गुज़ारिश की कि आप हमारी बात ऊपर पहुंचाए कि इसको एक दिन के लिए आगे बढ़ाएं ताकि हमारी सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पूरी हो सके. इसके बाद हम इसमें शामिल होते.''  ख़बरों में कहा जा रहा था कि इस सर्वे में हिंदू पक्ष के वकीलों के अलावा मुस्लिम पक्ष भी शामिल होगा.  सोमवार सुबह जब सर्वे शुरू हुआ तो हिंदू पक्ष के वकीलों ने समाचार एजेंसियों से बात भी की. हालांकि तब मुस्लिम पक्ष की ओर से कोई नहीं दिखा था.  अब अब्दुल ने इस बारे में बताया,''अधिकारियों ने वादा किया था कि आप लोगों की बात ऊपर पहुंचाई जाएगी.पता नहीं क्या हुआ. आज सर्वे हो रहा है, इसलिए हम लोगों ने सर्वे का बहिष्कार किया हुआ है. मुस्लिम पक्ष का कोई सर्वे में शामिल नहीं है.''  Social embed from twitter    ज्ञानवापी मस्जिद मामले की ख़ास बातें  बीते शुक्रवार को वाराणसी की अदालत मे काशी विश्वनाथ मंदिर के बगल में स्थित ज्ञानवापी मस्जिद के वैज्ञानिक सर्वे किए जाने का आदेश दिया था.  एएसआई सर्वे के ज़रिए येजानने की कोशिश करेगी कि क्या ज्ञानवापी मस्जिद किसी मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी? हिंदू पक्ष की ओर से ये दावा किया जा रहा था कि ज्ञानवापी मस्जिद असल में हिंदू मंदिर के ऊपर बनी है.  मस्जिद में स्थित वजूखाने को सर्वे में शामिल नहीं किया जाएगा. इस जगह को लेकर हिंदू पक्ष का दावा है कि यहां शिवलिंग है. मुस्लिम पक्ष का कहना है कि जिसे शिवलिंग कहा जा रहा है वो फव्वारा है

Gyanvapi का ASI Survey शुरू, मुस्लिम पक्ष ने किया बहिष्कार | Hindi News

वाराणसी में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की ओर से ज्ञानवापी मस्जिद का सोमवार को सर्वे किया जा रहा है.

एएसआई की 30 लोगों की टीम मस्जिद के अंदर है और सर्वे कर रही है.

ये सर्वे अदालत के आदेश के बाद किया जा रहा है और इस मामले में चार अगस्त तक एएसआई को अपनी रिपोर्ट जमा करनी है.

ज्ञानवापी मस्जिद का रख-रखाव का ज़िम्मा अंजुमन इंतेज़ामिया मस्जिद कमेटी संभालती है.

इस कमेटी के सेक्रेटरी अब्दुल बातिन नोमानी ने मीडिया से बात की.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, अब्दुल ने कहा, ''रविवार को डीएम और कमिश्नर साहब के यहां बैठक हुई थी. हम लोगों ने उनसे कहा कि ये जो एएसआई का सर्वे होने जा रहा है, उसकी हमें एएसआई द्वारा कोई सूचना नहीं मिली है. कोई नोटिस भी नहीं मिला है तो उस सर्वे में हम शामिल नहीं हो सकते.''

अब्दुल बोले, ''हम सुप्रीम कोर्ट गए हुए हैं, आज इस मामले में सुनवाई हो रही है. जिस चीज़ में आज सुनवाई हो रही है, उसमें हम वहां कैसे शामिल हो सकते हैं. हम लोगों ने लिखित रूप से इन लोगों से गुज़ारिश की कि आप हमारी बात ऊपर पहुंचाए कि इसको एक दिन के लिए आगे बढ़ाएं ताकि हमारी सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पूरी हो सके. इसके बाद हम इसमें शामिल होते.''

ख़बरों में कहा जा रहा था कि इस सर्वे में हिंदू पक्ष के वकीलों के अलावा मुस्लिम पक्ष भी शामिल होगा.

सोमवार सुबह जब सर्वे शुरू हुआ तो हिंदू पक्ष के वकीलों ने समाचार एजेंसियों से बात भी की. हालांकि तब मुस्लिम पक्ष की ओर से कोई नहीं दिखा था.

अब अब्दुल ने इस बारे में बताया,''अधिकारियों ने वादा किया था कि आप लोगों की बात ऊपर पहुंचाई जाएगी.पता नहीं क्या हुआ. आज सर्वे हो रहा है, इसलिए हम लोगों ने सर्वे का बहिष्कार किया हुआ है. मुस्लिम पक्ष का कोई सर्वे में शामिल नहीं है.''

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वाराणसी में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की ओर से ज्ञानवापी मस्जिद का सोमवार को सर्वे किया जा रहा है. एएसआई की 30 लोगों की टीम मस्जिद के अंदर है और सर्वे कर रही है. ये सर्वे अदालत के आदेश के बाद किया जा रहा है और इस मामले में चार अगस्त तक एएसआई को अपनी रिपोर्ट जमा करनी है. ज्ञानवापी मस्जिद का रख-रखाव का ज़िम्मा अंजुमन इंतेज़ामिया मस्जिद कमेटी संभालती है. इस कमेटी के सेक्रेटरी अब्दुल बातिन नोमानी ने मीडिया से बात की. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, अब्दुल ने कहा, ''रविवार को डीएम और कमिश्नर साहब के यहां बैठक हुई थी. हम लोगों ने उनसे कहा कि ये जो एएसआई का सर्वे होने जा रहा है, उसकी हमें एएसआई द्वारा कोई सूचना नहीं मिली है. कोई नोटिस भी नहीं मिला है तो उस सर्वे में हम शामिल नहीं हो सकते.'' अब्दुल बोले, ''हम सुप्रीम कोर्ट गए हुए हैं, आज इस मामले में सुनवाई हो रही है. जिस चीज़ में आज सुनवाई हो रही है, उसमें हम वहां कैसे शामिल हो सकते हैं. हम लोगों ने लिखित रूप से इन लोगों से गुज़ारिश की कि आप हमारी बात ऊपर पहुंचाए कि इसको एक दिन के लिए आगे बढ़ाएं ताकि हमारी सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पूरी हो सके. इसके बाद हम इसमें शामिल होते.'' ख़बरों में कहा जा रहा था कि इस सर्वे में हिंदू पक्ष के वकीलों के अलावा मुस्लिम पक्ष भी शामिल होगा. सोमवार सुबह जब सर्वे शुरू हुआ तो हिंदू पक्ष के वकीलों ने समाचार एजेंसियों से बात भी की. हालांकि तब मुस्लिम पक्ष की ओर से कोई नहीं दिखा था. अब अब्दुल ने इस बारे में बताया,''अधिकारियों ने वादा किया था कि आप लोगों की बात ऊपर पहुंचाई जाएगी.पता नहीं क्या हुआ. आज सर्वे हो रहा है, इसलिए हम लोगों ने सर्वे का बहिष्कार किया हुआ है. मुस्लिम पक्ष का कोई सर्वे में शामिल नहीं है.''  Social embed from twitter   ज्ञानवापी मस्जिद मामले की ख़ास बातें  बीते शुक्रवार को वाराणसी की अदालत मे काशी विश्वनाथ मंदिर के बगल में स्थित ज्ञानवापी मस्जिद के वैज्ञानिक सर्वे किए जाने का आदेश दिया था.  एएसआई सर्वे के ज़रिए येजानने की कोशिश करेगी कि क्या ज्ञानवापी मस्जिद किसी मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी? हिंदू पक्ष की ओर से ये दावा किया जा रहा था कि ज्ञानवापी मस्जिद असल में हिंदू मंदिर के ऊपर बनी है.  मस्जिद में स्थित वजूखाने को सर्वे में शामिल नहीं किया जाएगा. इस जगह को लेकर हिंदू पक्ष का दावा है कि यहां शिवलिंग है. मुस्लिम पक्ष का कहना है कि जिसे शिवलिंग कहा जा रहा है वो फव्वारा है.

ज्ञानवापी मस्जिद मामले की ख़ास बातें

बीते शुक्रवार को वाराणसी की अदालत मे काशी विश्वनाथ मंदिर के बगल में स्थित ज्ञानवापी मस्जिद के वैज्ञानिक सर्वे किए जाने का आदेश दिया था.

एएसआई सर्वे के ज़रिए येजानने की कोशिश करेगी कि क्या ज्ञानवापी मस्जिद किसी मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी? हिंदू पक्ष की ओर से ये दावा किया जा रहा था कि ज्ञानवापी मस्जिद असल में हिंदू मंदिर के ऊपर बनी है.

मस्जिद में स्थित वजूखाने को सर्वे में शामिल नहीं किया जाएगा. इस जगह को लेकर हिंदू पक्ष का दावा है कि यहां शिवलिंग है. मुस्लिम पक्ष का कहना है कि जिसे शिवलिंग कहा जा रहा है वो फव्वारा है.

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