पीएम मोदी बोले- ये इंडिया नहीं, घमंडिया गठबंधन है और इस बारात में हर कोई दूल्हा बनना चाहता है

केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ संसद में विपक्ष के पेश किए अविश्वास प्रस्ताव पर हुई चर्चा के बाद गुरुवार को पीएम मोदी ने जवाब दिया.  पीएम मोदी ने विपक्षी गठबंधन पर तंज कसा और कहा, ''विपक्ष ने इंडिया के टुकड़े कर दिए- I.N.D.I.A.''  पीएम मोदी बोले, ''कांग्रेस ने वोटरों को लुभाने के लिए गांधी नाम चुरा लिया. कांग्रेस का अपना कुछ नहीं है. झंडे से लेकर चुनाव चिह्न तक दूसरों से लिया हुआ है. ये इंडिया नहीं, घमंडिया गठबंधन है. इस बारात में हर कोई दूल्हा बनना चाहता है. अभी हालात ऐसे हैं, इसीलिए हाथों में हाथ हैं. जहां हालात बदले फिर छुरियां भी निकलेंगी.''  पीएम मोदी ने और क्या कुछ कहा?  "सड़कों, पार्कों, गरीब कल्याण की योजनाओं, खेल पुरस्कारों पर उनका नाम. अपने नाम से योजनाएं चलाईं और फिर उसमें भ्रष्टाचार था. लोगों को मदद चाहिए लेकिन उसे मिला तो सिर्फ धोखा."  "कांग्रेस की कोई चीज़ अपनी नहीं है, न तो चुनाव चिन्ह और न ही उसकी विचारधारा. जिन चीज़ों पर वो अपना दावा करती है वो दरअसल किसी और से लिया हुआ है. उसने अपनी कमियों को छिपाने के लिए दूसरों से चीज़ें ले लीं."  "पार्टी के संस्थापक ए ओ ह्यूम थे जो भारतीय नहीं थे. 1920 में उसे जो ध्वज मिला था वो भी कांग्रेस का छीना हुआ था. ये खेल 1920 से चल रहा है."  उन्होंने कहा, "पश्चिम बंगाल में आप टीएमसी और कम्युनिस्ट पार्टी के ख़िलाफ़ हैं. अधीर बाबू 1991 पश्चिम बंगाल विधानसभा का चुनाव... इन्हीं कम्युनिस्ट पार्टी ने अधीर बाबू के साथ क्या व्यवहार किया था, वो आज भी इतिहास में दर्ज है. 1991 की बात पुरानी है."  "पिछले साल वायनाड में जिन लोगों ने कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ की. ये लोग उनके साथ दोस्ती करके बैठे है. बाहर से तो अपना लेबल बदल सकते हैं. लेकिन पुराने पापों का क्या होगा. यही पाप आपको ले डूबेंगे."

केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ संसद में विपक्ष के पेश किए अविश्वास प्रस्ताव पर हुई चर्चा के बाद गुरुवार को पीएम मोदी ने जवाब दिया.

पीएम मोदी ने विपक्षी गठबंधन पर तंज कसा और कहा, ''विपक्ष ने इंडिया के टुकड़े कर दिए- I.N.D.I.A.''

पीएम मोदी बोले, ''कांग्रेस ने वोटरों को लुभाने के लिए गांधी नाम चुरा लिया. कांग्रेस का अपना कुछ नहीं है. झंडे से लेकर चुनाव चिह्न तक दूसरों से लिया हुआ है. ये इंडिया नहीं, घमंडिया गठबंधन है. इस बारात में हर कोई दूल्हा बनना चाहता है. अभी हालात ऐसे हैं, इसीलिए हाथों में हाथ हैं. जहां हालात बदले फिर छुरियां भी निकलेंगी.''

पीएम मोदी ने और क्या कुछ कहा?

"सड़कों, पार्कों, गरीब कल्याण की योजनाओं, खेल पुरस्कारों पर उनका नाम. अपने नाम से योजनाएं चलाईं और फिर उसमें भ्रष्टाचार था. लोगों को मदद चाहिए लेकिन उसे मिला तो सिर्फ धोखा."

"कांग्रेस की कोई चीज़ अपनी नहीं है, न तो चुनाव चिन्ह और न ही उसकी विचारधारा. जिन चीज़ों पर वो अपना दावा करती है वो दरअसल किसी और से लिया हुआ है. उसने अपनी कमियों को छिपाने के लिए दूसरों से चीज़ें ले लीं."

"पार्टी के संस्थापक ए ओ ह्यूम थे जो भारतीय नहीं थे. 1920 में उसे जो ध्वज मिला था वो भी कांग्रेस का छीना हुआ था. ये खेल 1920 से चल रहा है."

उन्होंने कहा, "पश्चिम बंगाल में आप टीएमसी और कम्युनिस्ट पार्टी के ख़िलाफ़ हैं. अधीर बाबू 1991 पश्चिम बंगाल विधानसभा का चुनाव... इन्हीं कम्युनिस्ट पार्टी ने अधीर बाबू के साथ क्या व्यवहार किया था, वो आज भी इतिहास में दर्ज है. 1991 की बात पुरानी है."

"पिछले साल वायनाड में जिन लोगों ने कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ की. ये लोग उनके साथ दोस्ती करके बैठे है. बाहर से तो अपना लेबल बदल सकते हैं. लेकिन पुराने पापों का क्या होगा. यही पाप आपको ले डूबेंगे."

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