Indipendence day: पीएम मोदी का लाल किले की प्राचीर से दावा, 'अगले साल मैं फिर आऊंगा

पीएम मोदी का लाल किले की प्राचीर से दावा, 'अगले साल मैं फिर आऊंगा  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से लगातार 10वीं बार देश को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने 2024 को लेकर दावा भी किया. उन्होंने कहा, ''अगली बार 15 अगस्त को इसी लाल किले से मैं आपको देश की उपलब्धियां, उसकी सफलता और गौरवगान आपके सामने प्रस्तुत करूंगा. मैं आप में से आता हूं, मैं आपके बीच से निकला हूं, मैं आपके लिए जीता हूं. अगर मुझे सपना भी आता है तो आपके लिए आता है, अगर मैं पसीना भी बहाता हूं तो आपके लिए बहाता हूं. इसलिए ​नहीं कि आपने मुझे ये दायित्व दिया, ये मैं इसलिए कर रहा हूं, क्योंकि आप मेरे ​परिवारजन हैं और मैं आपके किसी दुख को नहीं देख सकता हूं.''  संबोधन के आखिरी हिस्से में PM ने 2024 में एक बार फिर से वापसी की बात कही.  चुनो चुनौती सीना तान... 2018 और अब 2023, लाल किले से पीएम मोदी ने चुनावी साल से पहले पढ़ी थी कौन सी कविता  प्रधानमंत्री मोदी(Natendra Modi) ने कहा कि वह 2014 में परिवर्तन का वादा कर लोगों के पास आये थे और लोगों ने उन पर विश्वास किया। 2019 में फिर से उन पर भरोसा किया और अब वह लोगों को विश्वास दिलाते हैं कि आने वाले पांच साल अभूतपूर्व विकास के होंगे। अगली बार इसी लाल किले से वह देश की उपलब्धियों, सामर्थ्य, संकल्प का हिसाब देश की जनता के सामने रखेंगे।  नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले ( Red Fort) की प्राचीर से देश को स्वतंत्रता संदेश देते हुए इस वर्ष एक बार फिर से कविता के माध्यम से भी अपना सन्देश देने का प्रयास किया है। इस बार उन्होंने कविता के माध्यम से अमृत काल के लक्ष्यों और संकल्पों को इंगित किया। प्रधानमंत्री ने कहा आज जब मैं अमृतकाल(amritkal) में आपके साथ बात कर रहा हूं, ये अमृतकाल का पहला वर्ष है। ये अमृतकाल के पहले वर्ष पर जब मैं आपसे बात कर रहा हूं तो मैं आपको पूरे विश्वास से कहना चाहता हूं- चलता चलाता कालचक्र, अमृतकाल का भालचक्र, सबके सपने, अपने सपने, पनपे सपने सारे, धीर चले, वीर चले, चले युवा हमारे, नीति सही रीती नई, गति सही राह नई, चुनो चुनौती सीना तान, जग में बढ़ाओ देश का नाम।

पीएम मोदी का लाल किले की प्राचीर से दावा, 'अगले साल मैं फिर आऊंगा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से लगातार 10वीं बार देश को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने 2024 को लेकर दावा भी किया. उन्होंने कहा, ''अगली बार 15 अगस्त को इसी लाल किले से मैं आपको देश की उपलब्धियां, उसकी सफलता और गौरवगान आपके सामने प्रस्तुत करूंगा. मैं आप में से आता हूं, मैं आपके बीच से निकला हूं, मैं आपके लिए जीता हूं. अगर मुझे सपना भी आता है तो आपके लिए आता है, अगर मैं पसीना भी बहाता हूं तो आपके लिए बहाता हूं. इसलिए ​नहीं कि आपने मुझे ये दायित्व दिया, ये मैं इसलिए कर रहा हूं, क्योंकि आप मेरे ​परिवारजन हैं और मैं आपके किसी दुख को नहीं देख सकता हूं.''  संबोधन के आखिरी हिस्से में PM ने 2024 में एक बार फिर से वापसी की बात कही.

चुनो चुनौती सीना तान... 2018 और अब 2023, लाल किले से पीएम मोदी ने चुनावी साल से पहले पढ़ी थी कौन सी कविता

प्रधानमंत्री मोदी(Natendra Modi) ने कहा कि वह 2014 में परिवर्तन का वादा कर लोगों के पास आये थे और लोगों ने उन पर विश्वास किया। 2019 में फिर से उन पर भरोसा किया और अब वह लोगों को विश्वास दिलाते हैं कि आने वाले पांच साल अभूतपूर्व विकास के होंगे। अगली बार इसी लाल किले से वह देश की उपलब्धियों, सामर्थ्य, संकल्प का हिसाब देश की जनता के सामने रखेंगे।

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले ( Red Fort) की प्राचीर से देश को स्वतंत्रता संदेश देते हुए इस वर्ष एक बार फिर से कविता के माध्यम से भी अपना सन्देश देने का प्रयास किया है। इस बार उन्होंने कविता के माध्यम से अमृत काल के लक्ष्यों और संकल्पों को इंगित किया। प्रधानमंत्री ने कहा आज जब मैं अमृतकाल(amritkal) में आपके साथ बात कर रहा हूं, ये अमृतकाल का पहला वर्ष है। ये अमृतकाल के पहले वर्ष पर जब मैं आपसे बात कर रहा हूं तो मैं आपको पूरे विश्वास से कहना चाहता हूं- चलता चलाता कालचक्र, अमृतकाल का भालचक्र, सबके सपने, अपने सपने, पनपे सपने सारे, धीर चले, वीर चले, चले युवा हमारे, नीति सही रीती नई, गति सही राह नई, चुनो चुनौती सीना तान, जग में बढ़ाओ देश का नाम।

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