जेल शिफ्टिंग के पहले आजम खान में साफ-साफ दिखा CM योगी का डर

Azam Khan fear encounter before shifting: 27 महीने सीतापुर जेल में बिताने के बाद समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व सांसद आज़म खान को 18 अक्टूबर को फिर से कोर्ट की ओर से 7 साल की सजा सुनाई दी गयी है। इस वजह से आजम खां के साथ उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म और उनकी पत्नी को भी कई आरोपों में सात वर्ष की सजा क लिए आजम खां के साथ ही रामपुर जेल जाना पड़ा। आपको बता दें कि रामपुर जेल गए अभी सात दिन  भी नहीं हुए है ..इस वजह से आजम खां को अब बीते दिनों हुए माफिया अतीक अतीक अहमद से जुड़ा एनकाउंटर का डर भी सताने लगा है। आपको बता दें कि रविवार यानी आज सुबह 5 बजे आज़म खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म को अलग अलग पुलिस काफिलों से रामपुर जेल से शिफ्ट किया जाना था। इस दौरान जब आज़म खान को रामपुर जेल से बाहर लाया गया तो उन्होंने अपना डर मीडिया के सामने बताया कि हमारा "एनकाउंटर" भी हो सकता है। जब वो मीड़ीय़ा से बात कर रहे थे तो उनके चेहरे पर डर साफ साफ झलक रहा था   अब्दुल्ला आजम को वज्र वाहन और आज़म खान को बोलेरो गाड़ी से किया जा रहा है शिफ्ट  काफी देर तक चली चर्चा के बाद रामपुर जेल से यूपी पुलिस की टीम अब्दुल्ला आजम को वज्र वाहन में और आज़म खान को बोलेरो गाड़ी में लेकर गई। इसी बीच आज़म खान ने गाड़ी की सीट में बीच में बैठने से मना करते हुए "कमर के दर्द का हवाला" दिया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आज़म खान ने जेल के दौरान अपने बड़े बेटे से दो चादरें भी मांगी। वहीं, अपर पुलिस अधीक्षक संसार सिंह ने मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि सरकार की ओर से दिए गए आदेश पर आज़म खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म को दूसरी जेल शिफ्ट किया जा रहा है।  फर्जी प्रमाणपत्र मामले में 7 साल की मिली है .. सजा  आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि रामपुर की एक अदालत ने समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान, उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और आजम के बेटे अब्दुल्ला आजम को फर्जी जन्म प्रमाण पत्र से जुड़े पांच साल पुराने एक मामले में बीते बुधवार को दोषी ठहराया था। इसी मामले में दोषी साबित होने के बाद तीनों को सात साल की सजा सुनाई गई।  आजम को सीतापुर और अब्दुल्ला को हरदोई किया जा सकता है शिफ्ट  आजम खां और उनके बेटे की शिफ्टिंग की सूचना मिलते ही पूरी मीडिया रामपुर जेल के बाहर तैनात हो गई। इस दौरान आजम खां ने पुलिस के साथ जाने से मना कर दिया। उन्होंने पुलिस से कहा कि हमारे हाथ पैर तोड़कर ले जाओ। जिसके बाद उन्होंने पुलिस की गाड़ी में बैठने से मना किया था। इस दौरान आजम खां ने कैमरे के आगे अपने एनकाउंटर की आशंका जताई। हालांकि, उन्हें कहां शिफ्ट किया जा रहा है, यह गोपनीय है लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार,आज़म खान को सीतापुर जेल में और अब्दुल्ला आज़म को हरदोई जेल में शिफ्ट किया जा सकता है। इसके साथ ही आजम की पत्नी तंज़ीन फातिमा अभी फिलहाल रामपुर जेल में ही रहेंगी। अभी इस सूचना की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

Azam Khan fear encounter before shifting: 27 महीने सीतापुर जेल में बिताने के बाद समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व सांसद आज़म खान को 18 अक्टूबर को फिर से कोर्ट की ओर से 7 साल की सजा सुनाई दी गयी है। इस वजह से आजम खां के साथ उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म और उनकी पत्नी को भी कई आरोपों में सात वर्ष की सजा क लिए आजम खां के साथ ही रामपुर जेल जाना पड़ा। आपको बता दें कि रामपुर जेल गए अभी सात दिन  भी नहीं हुए है ..इस वजह से आजम खां को अब बीते दिनों हुए माफिया अतीक अहमद से जुड़ा एनकाउंटर का डर भी सताने लगा है। आपको बता दें कि रविवार यानी आज सुबह 5 बजे आज़म खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म को अलग अलग पुलिस काफिलों से रामपुर जेल से शिफ्ट किया जाना था। इस दौरान जब आज़म खान को रामपुर जेल से बाहर लाया गया तो उन्होंने अपना डर मीडिया के सामने बताया कि हमारा "एनकाउंटर" भी हो सकता है। जब वो मीड़ीय़ा से बात कर रहे थे तो उनके चेहरे पर डर साफ साफ झलक रहा था 

अब्दुल्ला आजम को वज्र वाहन और आज़म खान को बोलेरो गाड़ी से किया जा रहा है शिफ्ट

काफी देर तक चली चर्चा के बाद रामपुर जेल से यूपी पुलिस की टीम अब्दुल्ला आजम को वज्र वाहन में और आज़म खान को बोलेरो गाड़ी में लेकर गई। इसी बीच आज़म खान ने गाड़ी की सीट में बीच में बैठने से मना करते हुए "कमर के दर्द का हवाला" दिया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आज़म खान ने जेल के दौरान अपने बड़े बेटे से दो चादरें भी मांगी। वहीं, अपर पुलिस अधीक्षक संसार सिंह ने मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि सरकार की ओर से दिए गए आदेश पर आज़म खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म को दूसरी जेल शिफ्ट किया जा रहा है।

फर्जी प्रमाणपत्र मामले में 7 साल की मिली है .. सजा

आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि रामपुर की एक अदालत ने समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान, उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और आजम के बेटे अब्दुल्ला आजम को फर्जी जन्म प्रमाण पत्र से जुड़े पांच साल पुराने एक मामले में बीते बुधवार को दोषी ठहराया था। इसी मामले में दोषी साबित होने के बाद तीनों को सात साल की सजा सुनाई गई।

आजम को सीतापुर और अब्दुल्ला को हरदोई किया जा सकता है शिफ्ट

आजम खां और उनके बेटे की शिफ्टिंग की सूचना मिलते ही पूरी मीडिया रामपुर जेल के बाहर तैनात हो गई। इस दौरान आजम खां ने पुलिस के साथ जाने से मना कर दिया। उन्होंने पुलिस से कहा कि हमारे हाथ पैर तोड़कर ले जाओ। जिसके बाद उन्होंने पुलिस की गाड़ी में बैठने से मना किया था। इस दौरान आजम खां ने कैमरे के आगे अपने एनकाउंटर की आशंका जताई। हालांकि, उन्हें कहां शिफ्ट किया जा रहा है, यह गोपनीय है लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार,आज़म खान को सीतापुर जेल में और अब्दुल्ला आज़म को हरदोई जेल में शिफ्ट किया जा सकता है। इसके साथ ही आजम की पत्नी तंज़ीन फातिमा अभी फिलहाल रामपुर जेल में ही रहेंगी। अभी इस सूचना की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

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