यूपी के हमीरपुर जिले में नायब तहसीलदार (मजिस्ट्रेट) के धर्म परिवर्तन करने की चर्चा हो रही है. इस बीच नायब तहसीलदार की मस्जिद में नमाज पढ़ने का फोटो भी वायरल हो रहा है. शादीशुदा नायब तहसीलदार के मुस्लिम लड़की से दूसरी शादी करने के लिए धर्म परिवर्तन की चर्चा चल रही है. प्रशासन को जब इसकी सुगबुगाहट हुई तो इसकी जांच के लिए एक तहसीलदार खुद मौके पर पहुंचे और सच्चाई जानने के बाद उनके खुद के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई, क्योंकि धर्म परिवर्तन का यह आरोप उनके ही अधिनस्त पर लगा है. फिलहाल इस मामले की जांच करने पहुंचे अधिकारी ने कई लोगों के बयान दर्ज किए हैं.
UP News: धर्म परिवर्तन की चर्चा के बीच हमीरपुर जिले में एक नायब तहसीलदार की मस्जिद में नमाज पढ़ते हुए फोटो वायरल हो गई है. पहले से शादीशुदा नायब तहसीलदार की एक मुस्लिम लड़की से दूसरी शादी की चर्चा है. एक मजिस्ट्रेट के धर्म परिवर्तन का मामला कल से चर्चा का विषय बना हुआ है. जब इसकी भनक प्रशासन को लगी तो तहसीलदार खुद मौके पर जांच करने पहुंचे और सच्चाई जानने के बाद उनके पैरों तले जमीन खिसक गई, क्योंकि धर्म परिवर्तन का यह आरोप उनके ही अधीनस्थ पर लगा था. फिलहाल इस मामले की जांच करने पहुंचे अधिकारी ने कई लोगों के बयान दर्ज किये हैं.
धर्म परिवर्तन के आरोप का यह मामला मौदहा कोतवाली कस्बे का है. यहां जब लोगों ने एक अनजान शख्स को दो दिन से मस्जिद में नमाज पढ़ने आते देखा तो पूछताछ शुरू हो गई. लोगों ने अज्ञात व्यक्ति से जानकारी ली तो उसने अपना नाम मोहम्मद यूसुफ और कानपुर का रहने वाला बताया। लेकिन जब उसने खुद को मौदहा तहसील का नायब तहसीलदार बताया तो लोग हैरान रह गए। किसी भी विवाद से बचने के लिए मस्जिद के मुअज्जिन ने अधिकारियों को सूचना दी. तसीलदार बीती रात मौके पर जांच करने पहुंचे थे। जिन्होंने मौके पर मौजूद कई लोगों के बयान दर्ज किए और उन पर हस्ताक्षर कराए।
तहसीलदार मस्जिद पहुंचे
मस्जिद के मुअज्जिन मोहम्मद मुस्ताक ने बताया कि एक अज्ञात व्यक्ति लगातार नमाज पढ़ने आ रहा था. जब उसने अपनी पहचान कानपुर निवासी और मौदहा के नायब तहसीलदार मोहम्मद यूसुफ के रूप में बताई, तो हमने अधिकारियों को सूचित किया। कल रात तहसीलदार जांच करने आये थे। जांच अधिकारी ने मौके पर मौजूद सभी लोगों के बयान दर्ज कर लिए हैं और उन पर हस्ताक्षर भी करवा लिए हैं.
चर्चाओं का बाजार गर्म है
मोहम्मद यूसुफ नाम के एक अज्ञात शख्स के मस्जिद में नमाज पढ़ने का मामला खूब चर्चा में है. लोगों ने दबी जुबान में बताया कि मौदहा तहसील में नायब तहसीलदार के पद पर तैनात मोहम्मद यूसुफ नहीं बल्कि आशीष गुप्ता थे।
पहले से ही दो बच्चों के पिता
मिली जानकारी के मुताबिक आशीष गुप्ता कानपुर का रहने वाला बताया जा रहा है. आशीष गुप्ता शादीशुदा हैं और उनके 2 बच्चे हैं। चर्चा यह भी है कि आशीष गुप्ता ने हाल ही में मौदहा तहसील क्षेत्र में एक मुस्लिम लड़की से शादी की है। तभी से वह कचरिया बाबा की मस्जिद में नमाज पढ़ने आने लगा।
मस्जिद के मुअज्जिन मुहम्मद मुस्ताक की शिकायत पर जांच करने पहुंचे तहसीलदार बलराम गुप्ता ने मौके पर पहुंचकर पाया कि आशीष गुप्ता नाम का व्यक्ति, जो अपना नाम मुहम्मद यूसुफ बता रहा था, कल रात से मस्जिद में नहीं आया है।
उर्दू सीखने की बात हुई
जांच अधिकारी बलराम गुप्ता ने बताया कि आशीष गुप्ता दो दिन के लिए मस्जिद गए थे. शायद उन्होंने किसी से उर्दू सीखने की बात की थी. नमाज पढ़ने का मामला उनके संज्ञान में नहीं आया है।
हालांकि, जांच अधिकारी ने मौके पर मौजूद विशेषज्ञों से यह भी पूछा कि क्या किसी अन्य धर्म का व्यक्ति मस्जिद में नमाज नहीं पढ़ सकता है? इसलिए मुस्लिम धर्मगुरुओं से कहा गया कि उन्हें किसी के भी नमाज पढ़ने पर कोई आपत्ति नहीं है. बस जरूरत इस बात की है कि इसका दोष मस्जिद के लोगों पर नहीं आना चाहिए.
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