बीजेपी सांसद और कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तमाम सवालों के जवाब दिये. गोंडा में कुश्ती चैंपियनशिप कराने के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, 'हर फेडरेशन के लोगों ने हाथ खड़े कर दिए हैं कि हम इसे नहीं चला सकते. 15-20 साल के बच्चों का भविष्य खराब न हो, इसलिए यह टूर्नामेंट नंदनी नगर में कराने का निर्णय लिया गया। टूर्नामेंट चार दिनों में होना था. देश की 25 में से 25 फेडरेशनों ने हाथ खड़े कर दिए और ये टूर्नामेंट 31 दिसंबर तक होना था.
सरकार से किया ये अनुरोध उन्होंने कहा, 'हमारे पास नंदिनीनगर में सभी बुनियादी ढांचे हैं. इस पर सभी महासंघों ने अपनी सहमति दी. फिर भी मैं सरकार से आग्रह करता हूं कि इस टूर्नामेंट को अपनी निगरानी में ले. पिछले 12 साल में मैंने जो काम किया है उसका मूल्यांकन करूंगा. मैंने कुश्ती से संन्यास ले लिया है. अब ये चुने हुए लोग अपना फैसला लेंगे. मेरे लोकसभा चुनाव आ रहे हैं, मुझे उनकी तैयारी करनी है.
आ रहे हैं, मुझे उनके लिए तैयारी करनी है. अब जो नया महासंघ आ रहा है वह तय करेगा कि कोर्ट जाना है या सरकार से बात करनी है.
पोस्टर से अहंकार की बू आ रही है
बाहर लगे पोस्टरों का जवाब दे रहे हैं
उनके घर और जेपी नड्डा से उनकी मुलाकात,
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, 'चुनाव
आ रहे हैं, मैं किसी से भी कभी भी मिल सकता हूं.
नड्डा जी हमारे नेता हैं, हम मिलते रहेंगे।'
उसे। लेकिन इसको लेकर कोई बात नहीं हुई है
पहलवान... मुझे लगा कि यह पोस्टर है
(दबदबा है, दबदबा रहेगा) की धूम मची
अहंकार इसलिए मैंने पोस्टर हटा दिया.
नए महासंघ के संबंध में बृजभूषण
शरण सिंह ने कहा, 'मैंने आपको बताया था कि मेरे पास है
कुश्ती से अपना नाता तोड़ लिया
21 दिसंबर ही. नया शरीर हो गया है
द्वारा लोकतांत्रिक तरीके से चुना गया
के तहत सरकार के आदेश
सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी. अब
नये शरीर को निर्णय लेना है कि क्या करना है और क्या करना है
नहीं। मैं चाहूंगा कि नये पदाधिकारी बनें
अपना कार्यालय चुनें...संजय सिंह हैं.
भूमिहार और मैं क्षत्रिय हूं, दोनों के बीच दोस्ती हो सकती है.
मैं कैसरगंज से चुनाव लड़ूंगा, यही मेरी इच्छा है
के तहत सरकार के आदेश
सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी. अब
नये शरीर को निर्णय लेना है कि क्या करना है और क्या करना है
नहीं। मैं चाहूंगा कि नये पदाधिकारी बनें
अपना कार्यालय चुनें...संजय सिंह हैं.
भूमिहार और मैं क्षत्रिय हूं, दोनों के बीच दोस्ती हो सकती है.
मैं कैसरगंज से चुनाव लड़ूंगा, यही मेरी इच्छा है
अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में बात करते हुए बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, 'मैं बलरामपुर, गोंडा और कैसरगंज से चुनाव जीता हूं. मेरा घर कैसरगंज में है. मेरी इच्छा अपने घर से चुनाव लड़ने की है, बाकी फैसला पार्टी करेगी।'
यौन शोषण के आरोपों पर बृजभूषण ने कहा कि 'वह 11 महीने से यही कह रहे हैं, बता दें मामला कोर्ट में है. इसमें लगातार राजनीति चल रही है, मैं 11 महीने से इसका सामना कर रहा हूं. साक्षी भी रिटायर हो गए, हम भी रिटायर हो गए, बात ख़त्म हो गई... मेरे पास बहुत काम है. मैं अपना काम करूंगा और अपना चुनाव देखूंगा।'
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