Datiya Election Result 2023: मध्य प्रदेश की दतिया सीट से मध्य प्रदेश ग्रहमंत्री बीजेपी नेता डॉ नरोत्तम मिश्रा हारे

वहीं, साल 2013 के चुनाव की बात करें तो बीजेपी के टिकट पर नरोत्तम मिश्रा ने चुनाव लड़ते हुए 57,438 वोट हासिल किए थे. वहीं, दूसरे नंबर पर कांग्रेस के राजेंद्र भारती (45,357) रहे थे. इस चुनाव में नरोत्तम मिश्रा विजयी रहे. राजेंद्र भारती की गिनती कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में होती है. भारती ने नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ 2008 में पहली बार चुनाव लड़ा था, तब इस चुनाव में उन्हें बसपा ने टिकट दिया था. इससे पहले साल 1990 में इस सीट पर बीजेपी ने परचम लहराया था. लेकिन, 1993 में इस सीट पर कांग्रेस जीत गई.1998 में यह सीट सपा उम्मीदवार ने जीता था.  दतिया। मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा अपनी सीट नहीं बचा सके. दतिया विधानसभा सीट से उन्हें कांग्रेस से करारी शिकस्त मिली है. कांग्रेस के राजेंद्र भारती ने 8 हजार मतों से उन्हें शिकस्त दी. काउंटिंग में शुरू से पिछड़ रहे नरोत्तम मिश्रा छठे राउंड के बाद कांग्रेस प्रत्याशी से ज्यादा पिछड़ गए. अगले राउंड में नरोत्तम मिश्रा लीड कवर नहीं कर पाए. खास बात यह है कि नरोत्तम मिश्रा पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के राजेंद्र भारती से बड़ी मुश्किल से जीते थे. लगातार पिछड़ने पर नरोत्तम मिश्रा ने रि-काउंटिंग की मांग की. रि-काउंटिंग के बाद भी नरोत्तम मिश्रा को हार का सामना करना पड़ा.लगातार 6 बार से चुनाव जीते :प्रदेश की डबरा विधानसभा सीट से मध्य प्रदेश की राजनीति में एंट्री करने वाले डॉ. नरोत्तम मिश्रा प्रखर वक्ता हैं. वे लगातार 6 बार विधायक चुनकर सदन में पहुंचे हैं. वे वर्तमान में दतिया विधानसभा से विधायक हैं. पहली बार 2005 में उन्हें मंत्री बनाया गया था पर उसके बाद से लगातार वे प्रदेश सरकार की अलग-अलग मंत्रालय के मंत्री रहे. वर्तमान में कैबिनेट का हिस्सा हैं और प्रदेश के गृह मंत्री हैं.सरकार में ऊंचा कद, हाईकमान के भरोसेमंद :राजनैतिक पंडितों की मानें तो नरोत्तम मिश्रा दिल्ली हाई कमान के बीच काफ़ी करीब हैं और भरोसेमंद नेता माने जाते हैं. उनके प्रदेश में लगातार बढ़ते कद की वजह से उन्हें सरकार में नंबर दो की पोजिशन में माना जाता है. वे सीएम पद की रेस में भी शामिल हैं. लेकिन अगर ये चुनाव हारे तो सीएम की उम्मीदवारी तो दूर राजनीति का भी समय जाता दिखाई दे रहा है. क्योंकि इस बार ग्रह मंत्री के प्रतिद्वंदी कांग्रेस नेता राजेंद्र भारती का पलड़ा भरी नज़र आ रहा है.   नरोत्तम मिश्रा बोले- छिंदवाड़ा की जनता को मिलेगा एक के साथ एक फ्री, विधायक के साथ मंत्री मुफ्तMP BJP CM Face: एमपी में इस बार शिवराज की राह नहीं आसान, विकल्प बनने को तैयार भाजपा के येदिग्गज'जिनके पुरखे दफन होते थे वह जातिगत जनगणना की बात कर रहे हैं',   कमलनाथ-राहुल की जाति पर नरोत्तम मिश्रा का तंज  कैसे रहे थे 2018 के चुनाव परिणाम :साल 2018 में चुनाव हुए तब दतिया विधानसभा सीट पर BJP से मंत्री नरोत्तम मिश्रा को पार्टी ने चुनाव मैदान में उतारा था तो वहीं कांग्रेस ने आप राजेंद्र भारती पर भरोसा जताया था. इस चुनाव में ये दोनों ही दिग्गज नेता आमने सामने थे यहाँ BJP के नरोत्तम मिश्रा को 72,209 वोट मिले जबकि कांग्रेस के भारती को 69,553 वोट मिले थे. बहरहाल, प्रदेश के इस दिग्गज नेता की शाख़ की अब उन बची हुई EVM मशीनों में क़ैद है, जिन्हें जनता ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर सुरक्षित कर दिया था. धीरे-धीरे मतगणना अपने परिणामों की ओर बढ़ रही है. अब तक 4 राउंड पूरे हो चुके हैं और जल्द ही हैं. नतीजे सबके सामने आएंगे और ये बताएंगे कि जनता ने नरोत्तम मिश्रा अगर की क़िस्मत मैं क्या लिख दिया है.

कांग्रेस उम्मीदवार ने दी मात 

दतिया विधानसभा सीट से उन्हें कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार भारती राजेंद्र ने मात दी। भारती को जहां 88977 वोट मिले तो नरोत्तम मिश्रा को केवल 81235 वोट ही मिल सके और इस तरह से वह 7742 वोटों से चुनाव हार गए। बता दें कि नरोत्तम मिश्रा अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्ख़ियों में रहते थे। बॉलीवुड की तमाम फिल्मों और गानों को लेकर उनकी की जाने वाली टिप्पणियां अक्सर विवाद में आ जाती थीं। कहा जाता है कि उनके इन बयानों को लेकर पीएम मोदी ने भी नाराजगी जाहिर की थी।

वहीं, साल 2013 के चुनाव की बात करें तो बीजेपी के टिकट पर नरोत्तम मिश्रा ने चुनाव लड़ते हुए 57,438 वोट हासिल किए थे. वहीं, दूसरे नंबर पर कांग्रेस के राजेंद्र भारती (45,357) रहे थे. इस चुनाव में नरोत्तम मिश्रा विजयी रहे. राजेंद्र भारती की गिनती कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में होती है. भारती ने नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ 2008 में पहली बार चुनाव लड़ा था, तब इस चुनाव में उन्हें बसपा ने टिकट दिया था. इससे पहले साल 1990 में इस सीट पर बीजेपी ने परचम लहराया था. लेकिन, 1993 में इस सीट पर कांग्रेस जीत गई.1998 में यह सीट सपा उम्मीदवार ने जीता था.

दतिया। मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा अपनी सीट नहीं बचा सके. दतिया विधानसभा सीट से उन्हें कांग्रेस से करारी शिकस्त मिली है. कांग्रेस के राजेंद्र भारती ने 8 हजार मतों से उन्हें शिकस्त दी. काउंटिंग में शुरू से पिछड़ रहे नरोत्तम मिश्रा छठे राउंड के बाद कांग्रेस प्रत्याशी से ज्यादा पिछड़ गए. अगले राउंड में नरोत्तम मिश्रा लीड कवर नहीं कर पाए. खास बात यह है कि नरोत्तम मिश्रा पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के राजेंद्र भारती से बड़ी मुश्किल से जीते थे. लगातार पिछड़ने पर नरोत्तम मिश्रा ने रि-काउंटिंग की मांग की. रि-काउंटिंग के बाद भी नरोत्तम मिश्रा को हार का सामना करना पड़ा.लगातार 6 बार से चुनाव जीते :प्रदेश की डबरा विधानसभा सीट से मध्य प्रदेश की राजनीति में एंट्री करने वाले डॉ. नरोत्तम मिश्रा प्रखर वक्ता हैं. वे लगातार 6 बार विधायक चुनकर सदन में पहुंचे हैं. वे वर्तमान में दतिया विधानसभा से विधायक हैं. पहली बार 2005 में उन्हें मंत्री बनाया गया था पर उसके बाद से लगातार वे प्रदेश सरकार की अलग-अलग मंत्रालय के मंत्री रहे. वर्तमान में कैबिनेट का हिस्सा हैं और प्रदेश के गृह मंत्री हैं.सरकार में ऊंचा कद, हाईकमान के भरोसेमंद :राजनैतिक पंडितों की मानें तो नरोत्तम मिश्रा दिल्ली हाई कमान के बीच काफ़ी करीब हैं और भरोसेमंद नेता माने जाते हैं. उनके प्रदेश में लगातार बढ़ते कद की वजह से उन्हें सरकार में नंबर दो की पोजिशन में माना जाता है. वे सीएम पद की रेस में भी शामिल हैं. लेकिन अगर ये चुनाव हारे तो सीएम की उम्मीदवारी तो दूर राजनीति का भी समय जाता दिखाई दे रहा है. क्योंकि इस बार ग्रह मंत्री के प्रतिद्वंदी कांग्रेस नेता राजेंद्र भारती का पलड़ा भरी नज़र आ रहा है.

नरोत्तम मिश्रा बोले- छिंदवाड़ा की जनता को मिलेगा एक के साथ एक फ्री, विधायक के साथ मंत्री मुफ्तMP BJP CM Face: एमपी में इस बार शिवराज की राह नहीं आसान, विकल्प बनने को तैयार भाजपा के येदिग्गज'जिनके पुरखे दफन होते थे वह जातिगत जनगणना की बात कर रहे हैं', 

कमलनाथ-राहुल की जाति पर नरोत्तम मिश्रा का तंज

कैसे रहे थे 2018 के चुनाव परिणाम :साल 2018 में चुनाव हुए तब दतिया विधानसभा सीट पर BJP से मंत्री नरोत्तम मिश्रा को पार्टी ने चुनाव मैदान में उतारा था तो वहीं कांग्रेस ने आप राजेंद्र भारती पर भरोसा जताया था. इस चुनाव में ये दोनों ही दिग्गज नेता आमने सामने थे यहाँ BJP के नरोत्तम मिश्रा को 72,209 वोट मिले जबकि कांग्रेस के भारती को 69,553 वोट मिले थे. बहरहाल, प्रदेश के इस दिग्गज नेता की शाख़ की अब उन बची हुई EVM मशीनों में क़ैद है, जिन्हें जनता ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर सुरक्षित कर दिया था. धीरे-धीरे मतगणना अपने परिणामों की ओर बढ़ रही है. अब तक 4 राउंड पूरे हो चुके हैं और जल्द ही हैं. नतीजे सबके सामने आएंगे और ये बताएंगे कि जनता ने नरोत्तम मिश्रा अगर की क़िस्मत मैं क्या लिख दिया है.

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