हम लोग 100% हिन्दू अगर शंकराचार्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आने से मना कर रहे हैं तो क्या ये बीजेपी वाले उनको भी सनातन विरोधी बोलेंगे?

Ram Mandir Inaguration : आपको बता दें कि 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा का भव्य कार्यक्रम होने वाला है, जिस वजह से ये नया वर्ष हिंदुओं के लिए खास वर्ष सावित हुआ, जनवरी से ही पूरे देश में उत्सव का भक्तीमय माहौल बना हुआ है। वहीं उत्तर प्रदेश में निमंत्रण( Invitation ) पर हो रही सियायत करने वालो की अलग ही राजनीति चल रही है। इसी बीच उत्तरप्रदेश के सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने फिर से मीडिय़ा के सामने आकर बोला है कि बीजेपी पर विपक्ष को अपमानित करने के लिए जानबूझकर ये प्रोपेगेंडा फैला रही है। वहीं, य़ादव ने निमंत्रण के एक सवाल सवाल पर बोला हैं कि , 'भगवान का निमंत्रण कौन देता है,('Who invites God?) भगवान जिनको बुलाते हैं वे लोग जाते हैं। ये लोग (BJP) राजनीतिक कार्यक्रम(political Event) करवा रहे हैं'।

Ram Mandir Inaguration : आपको बता दें कि 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा का भव्य कार्यक्रम होने वाला है, जिस वजह से ये नया वर्ष हिंदुओं के लिए खास वर्ष सावित हुआ, जनवरी से ही पूरे देश में उत्सव का भक्तीमय माहौल बना हुआ है। वहीं उत्तर प्रदेश में निमंत्रण( Invitation ) पर हो रही सियायत करने वालो की अलग ही राजनीति चल रही है। इसी बीच उत्तरप्रदेश के सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने फिर से मीडिय़ा के सामने आकर बोला है कि बीजेपी पर विपक्ष को अपमानित करने के लिए जानबूझकर ये प्रोपेगेंडा फैला रही है। वहीं, य़ादव ने निमंत्रण के एक सवाल सवाल पर बोला हैं कि , 'भगवान का निमंत्रण कौन देता है,('Who invites God?) भगवान जिनको बुलाते हैं वे लोग जाते हैं। ये लोग (BJP) राजनीतिक कार्यक्रम(political Event) करवा रहे हैं'। 

अखिलश ने कहा- हम लोग 100% हिन्दू 

इसके साथ ही सपा प्रमुख ने यह भी कहा कि BJP के लोग हर चीज को राजनीति फायदे के लिए इस्तेमाल कर रहे है। उन्होंने कहा, 'हम लोग 100% हिन्दू और सनातन परंपरा को मानते हैं। अगर शंकराचार्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आने से मना कर रहे हैं तो क्या ये बीजेपी वाले उनको भी सनातन विरोधी बोलेंगे? जब राम बुलाएंगे तो मैं अयोध्या चला जाऊंगा'

पहले अखिलेश ने निमंत्रण पर क्या बोला था ?

एक दिन पहले Samajwadi Party (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने दावा किया था कि उन्हें 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में भगवान रामलला के प्रतिष्ठा समारोह का कोई निमंत्रण नहीं मिला है। उनके इस दावे पर विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा(International Executive President Alok Kumar said), 'अखिलेश यादव को कूरियर द्वारा निमंत्रण भेजा (invitation sent by courier) गया था। उस पर कोई विवाद नहीं है। अगर उनके दावे के मुताबिक उन्हें यह नहीं मिला है तो हम उन्हें दोबारा निमंत्रण भेज सकते हैं'।

रास्ता समाज को बांटने वाला है

Swami Vivekananda's Birth Anniversary के अवसर पर समाजवादी पार्टी के लखनऊ कार्यालय( Lucknow Office) में आयोजित कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, 'भाजपा ने आज जो रास्ता चुना है वह समाज को बांटने का है('The path that BJP has chosen today is to divide the society)। भाजपा का रास्ता न तो सहिष्णुता का है और न ही सार्वभौमिक स्वीकृति का। आज जब हम स्वामी विवेकानंद को याद कर रहे हैं तो हमें उनके दिखाये रास्ते पर चलने का संकल्प लेना चाहिए'। उन्होंने आगे दावा किया कि जिन लोगों ने कहा है कि मुझे कूरियर से निमंत्रण भेजा गया है, उन्हें रसीद देनी चाहिए ताकि इसे ट्रैक किया जा सके।

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