काले कानून सब बीजेपी की किसान विरोधी सोच का उदाहरण हैं. किसान बीजेपी का दाना-पानी उठा देंगे.

सपा अध्यक्ष ने आगे कहा, "बीजेपी खेती और किसान दोनों की विरोधी है. जब से बीजेपी आई है तब से उसकी बुरी नजर किसानों की जमीन पर भी है और उनकी पैदावार पर भी. चाहे भूमि के अधिग्रहण का कानून रहा हो, खाद की बोरी में चोरी, महंगे बीज, बिजली, सिंचाई के रूप में लगातार बढ़ती कृषि लागत और फसल की लगातार घटती कीमत या काले कानून सब बीजेपी की किसान विरोधी सोच का उदाहरण हैं. किसान बीजेपी का दाना-पानी उठा देंगे."

अखिलेश यादव का बीजेपी सरकार पर हमला

सपा अध्यक्ष ने आगे कहा, "बीजेपी खेती और किसान दोनों की विरोधी है. जब से बीजेपी आई है तब से उसकी बुरी नजर किसानों की जमीन पर भी है और उनकी पैदावार पर भी. चाहे भूमि के अधिग्रहण का कानून रहा हो, खाद की बोरी में चोरी, महंगे बीज, बिजली, सिंचाई के रूप में लगातार बढ़ती कृषि लागत और फसल की लगातार घटती कीमत या काले कानून सब बीजेपी की किसान विरोधी सोच का उदाहरण हैं. किसान बीजेपी का दाना-पानी उठा देंगे."

बीजेपी खेती और किसान दोनों की विरोधी है. जब से बीजेपी आई है तब से उसकी बुरी नजर किसानों की जमीन पर भी है और उनकी पैदावार पर भी. काले कानून सब बीजेपी की किसान विरोधी सोच का उदाहरण हैं. किसान बीजेपी का दाना-पानी उठा देंगे.

अखिलेश यादव सपा प्रमुख

मेरठ में किसान ने लगाई आग

दरअसल, मेरठ में कथित तौर पर एक किसान ने उसकी भूमि को सरकारी बताकर उस पर वन विभाग द्वारा कब्जा करने के विरोध में मवाना के उप जिलाधिकारी (एसडीएम) कार्यालय के सामने शुक्रवार को आग लगाकर आत्मदाह करने का प्रयास किया. एक अधिकारी ने बताया कि आत्मदाह करने का प्रयास करने वाले किसान की पहचान अलीपुर मोरना निवासी जगबीर (53) के तौर पर की गयी है. 

अस्पताल में चल रहा इलाज

उन्होंने बताया कि उसका आरोप है कि वन विभाग ने कार्रवाई करते हुए उसकी भूमि को सरकारी बताकर अपने कब्जे में ले लिया है. 70 फीसदी से अधिक जल जाने के कारण किसान की हालत गंभीर बताई जा रही है. आग में बुरी तरह झुलसे किसान को पहले सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र में भर्ती कराया गया था, जहां से उसे बेहतर उपचार के लिये मेरठ भेजा गया. 

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