अमेरिका ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान में ईरान ने किये आतंकी ठिकानो पर हमलो को गलत बताया, और बोला कि पिछले कुछ दिनों में इस देश ने अपने तीन पड़ोसी देशों की सीमाओं का उल्लंघन किया है.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर(US State Department spokesperson Matthew Miller) ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तान, सीरिया और इऱाक़ में ईरान के हमले पर दुख ज़ताया हैं.
मैथ्यू मिलर से एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस( Press Confrence ) में पूछा गया कि ईरान ने इन हमलों को आत्मरक्षा में की गई कार्रवाई बताया है. इस पर उन्होंने कहा, “हम इन हमलों की कड़ी निंदा करते हैं. हमने देखा कि ईरान ने पिछले कुछ दिनों में अपने तीन पड़ोसी देशों की सीमाओं का उल्लंघन किया. एक ओर तो ईरान इस क्षेत्र में आतंकवाद और अस्थिरता की फ़ंडिंग(Funding of terrorism and instability) करने वाला मुख्य देश है, वहीं दूसरी ओर वह कहता है कि उसे आतंकवाद से निपटने के लिए ये क़दम उठाने पड़े.”
पाकिस्तान की ओर से ‘जवाबी कार्रवाई करने का अधिकार’ होने की बात कहे जाने पर मैथ्यू ने कहा, “मुझे उम्मीद है कि इस मसले को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाया जा सकता है.”
मंगलवार की सुबह ही ईरान ने आतंक की फेक्टरी चलाने वाले पाकिस्तान के बलूचिस्तान में आतंकी संगठन जैश अल-अद्ल नाम के संगठन पर ड्रोन हमला करने का दावा किया था. ईरान बताया कि है कि यह आतंकी संगठन उसके यहां लगातार ‘आतंकवादी घटनाओं’ को अंजाम दे रहा है.
पाकिस्तान और ईरान के रिश्तों में आई खटास के बीच चीन का सदा हुआ बय़ान सामने आया हैं और दोनो मुस्लिम देशो को संयम बरतने की अपील की है.
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में बोला कि दोनों देशों को अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के सिद्धांतों के अनुरूप आपसी रिश्तों को साथ में लेकर चलना चाहिये .
पाकिस्तान और ईरान के बीच पैदा हुए इस मनमुटाव को लेकर पूछे गए सवाल पर निंग ने कहा, “चीन मानता है कि देशों के आपसी रिश्तों को यूएन चार्टर और अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों, सभी देशों की संप्रभुता, स्वतंत्रताऔर क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान और सुरक्षा करते हुए निभाया जाना चाहिए.”
निंग ने आंगे बोला कि, “ईरान और पाकिस्तान क़रीबी पड़ोसी और बड़े इस्लामिक देश हैं. हम दोनों पक्षों से संयम बरतने, तनाव बढ़ाने वाले क़दम न उठाने और मिलकर इस क्षेत्र को शांत और स्थिर बनाए रखने की अपील करते हैं.”
ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने स्विट्ज़रलैंड के दावोस में चल रहे विश्व आर्थिक मंच की बैठक के दौरान दावा किया कि ईरान के मिसाइल और ड्रोन हमले के निशाने पर कोई पाकिस्तान नागरिक नहीं था.
उन्होंने कहा, “हमने कई बार पाकिस्तान के अनेक अधिकारियों और सुरक्षा बलों से बात की है. ईरान में उन्होंने हमारे सुरक्षा बलों के जवानों को मारा है. हमने उसी अनुसार जवाब दिया है.”
पाकिस्तान ने कहा कि इस हमले में दो बच्चों की मौत हो गई. विरोध जताते हुए उसने ईरान से अपने राजदूत को वापस बुला लिया है.
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