एक दूसरे पर हमले से बलोचिस्तानी गरीब परीवारो के मुस्लिम बच्चों को मारने के बाद बहाल हुए ईरान-पाकिस्तान के राजनयिक रिश्ते

पाकिस्तान के कुछ समय के लिए बने केयर टेकर प्रधानमंत्री अनवार-उल-हक़ काकड़ के दफ़्तर से खबर है कि पाकिस्तान और ईरान के राजनयिक संबंध एक बार फिर बहाल हो गए हैं.  उम्मीद है कि जल्द ही दोनों देशों के राजदूत अपने पद पर वापस लौट आएंगे. हालांकि इस बारे में अभी तक ईरान की तरफ से कोई Official Statement नहीं आई है.  दोनों देशों के एक दूसरे के इलाक़ों में मौजूद कथित चरमपंथी ठिकानों के नाम पर मारे गए गरीब परीवारो को ही नुकशान हुआ हैं, जब ईरान ने हमला किया तो पाकिस्तान ने जानकारी दी के स्थानीय मस्जीद पर ईरान के हमले के कारण दो बच्चों की मौत हुई, ईरान की तरफ से कोई फुटेज भी जारी नही किया गया ज़िससे आतंकी मारे जाने की पुष्टी की जा सकें, ऐसा ही पाकिस्तान ने ईरान पर हमला किया तो ईरान के बलोचिस्तान के 7 लोग मारे गए जिस पर ईरान को कोई अफसोस नही हुआ, और बोला के ये लोग ईरान के नही ये दो देश वो हैं, जिनको लोगो के परिवारो के दर्द से कोई मतलब नही, न ही कोई मानवाधिकार इन लोगो के हक़ की बात करता हैं, आपको बता दें कि मिसाइल और ड्रोन हमलों के बाद दोनों मुस्लिम देशो ने अपने-अपने राजनयिकों को वापस बुला लिया था.  ईरान ने मंगलवार को बलूचिस्तान प्रांत में हमले किए, जिसके बारे में पाकिस्तान ने बताया था कि हमले में दो लोगों की मौत हो गई.  उसके बाद पाकिस्तान ने गुरुवार को ईरान पर हमले किए. ईरान ने बताया कि इन हमलों में 7 से बड़कर नौ लोग मारे गए.  इससे पहले शुक्रवार को दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की फोन पर हुई बातचीत में पाकिस्तान ने ईरान के साथ सभी मसलों पर काम करने की मंशा जाहिर की थी.  पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के अनुसार, "विदेश मंत्री जलील अब्बास जिलानी ने आपसी विश्वास और सहयोग की भावना के आधार पर ईरान के साथ सभी मसलों पर काम करने की पाकिस्तान की इच्छा व्यक्त की."  "वे हालात को नरम बनाने पर भी सहमत हुए. दोनों देशों के राजदूतों की एक दूसरे की राजधानियों में वापस बुलाने पर चर्चा की गई."

पाकिस्तान के कुछ समय के लिए बने केयर टेकर प्रधानमंत्री अनवार-उल-हक़ काकड़ के दफ़्तर से खबर है कि पाकिस्तान और ईरान के राजनयिक संबंध एक बार फिर बहाल हो गए हैं.

उम्मीद है कि जल्द ही दोनों देशों के राजदूत अपने पद पर वापस लौट आएंगे. हालांकि इस बारे में अभी तक ईरान की तरफ से कोई Official Statement नहीं आई है.

दोनों देशों के एक दूसरे के इलाक़ों में मौजूद कथित चरमपंथी ठिकानों के नाम पर मारे गए गरीब परीवारो को ही नुकशान हुआ हैं, जब ईरान ने हमला किया तो पाकिस्तान ने जानकारी दी के स्थानीय मस्जीद पर ईरान के हमले के कारण दो बच्चों की मौत हुई, ईरान की तरफ से कोई फुटेज भी जारी नही किया गया ज़िससे आतंकी मारे जाने की पुष्टी की जा सकें, ऐसा ही पाकिस्तान ने ईरान पर हमला किया तो ईरान के बलोचिस्तान के 7 लोग मारे गए जिस पर ईरान को कोई अफसोस नही हुआ, और बोला के ये लोग ईरान के नही ये दो देश वो हैं, जिनको लोगो के परिवारो के दर्द से कोई मतलब नही, न ही कोई मानवाधिकार इन लोगो के हक़ की बात करता हैं, आपको बता दें कि मिसाइल और ड्रोन हमलों के बाद दोनों मुस्लिम देशो ने अपने-अपने राजनयिकों को वापस बुला लिया था.

ईरान ने मंगलवार को बलूचिस्तान प्रांत में हमले किए, जिसके बारे में पाकिस्तान ने बताया था कि हमले में दो लोगों की मौत हो गई.

उसके बाद पाकिस्तान ने गुरुवार को ईरान पर हमले किए. ईरान ने बताया कि इन हमलों में 7 से बड़कर नौ लोग मारे गए.

इससे पहले शुक्रवार को दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की फोन पर हुई बातचीत में पाकिस्तान ने ईरान के साथ सभी मसलों पर काम करने की मंशा जाहिर की थी.

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के अनुसार, "विदेश मंत्री जलील अब्बास जिलानी ने आपसी विश्वास और सहयोग की भावना के आधार पर ईरान के साथ सभी मसलों पर काम करने की पाकिस्तान की इच्छा व्यक्त की."

"वे हालात को नरम बनाने पर भी सहमत हुए. दोनों देशों के राजदूतों की एक दूसरे की राजधानियों में वापस बुलाने पर चर्चा की गई."

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ