मणिपुर के टेंगनौपाल ज़िले के सीमावर्ती शहर मोरेह में बुधवार की सुबह संदिग्ध कुकी चरमपंथियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई गोलीबारी में आईआरबी के एक कमांडो की मौत हो गई.
इस घटना की पुष्टि करते हुए टेंगनौपाल ज़िले के पुलिस अधीक्षक राहुल गुप्ता ने Media से कहा, "इस गोलीबारी की घटना में पुलिस के एक जवान की मौत हुई है. हमारी टीम चरमपंथियों की तलाश में जुटी है."
इस घटना में मारे गए जवान की पहचान राज्य पुलिस कमांडो से जुड़े आईआरबी जवान वांगखेम सोमरजीत के रूप में की गई है. वे इंफाल पश्चिम जिले के मालोम के रहने वाले थे.
पुलिस की एक जानकारी के अनुसार सुरक्षाबलों की चरमपंथियों के साथ बुधवार की सुबह मोरेह शहर के तीन अलग-अलग जगहों पर गोलीबारी हुई. इन संदिग्ध चरमपंथियों ने मोरेह के पास सुरक्षाबलों की एक चौकी पर बम फेंके और गोलीबारी की जिसमें पुलिस कमांडो की मौत हो गई. जबकि एक और कमांडो जख्मी हुए है..
फिलहाल मोरेह शहर में पूरी तरह कर्फ्यू लगा दिया गया है. मोरेह शहर के रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि पिछले तीन दिनों से उनके शहर की स्थिति काफी नाजुक बनी हुई है. अकसर आसपास के इलाकों में गोलीबारी की आवाज सुनाई देती है.
उन्होंने बुधवार की सुबह भी काफी समय तक फायरिंग की आवाजें सुनी.
दरअसल मणिपुर पुलिस की स्पेशल कमांडो टीम ने सोमवार की शाम एक मुठभेड़ के बाद दो संदिग्ध लोगों को पकड़ा था.
पुलिस का दावा है कि ये दोनों लोग मोरेह शहर के एसडीपीओ रहे चिंगथम आनंद कुमार की हत्या में शामिल है. एसडीपीओ आनंद कुमार की पिछले साल अक्टूबर में संदिग्ध चरमपंथियों ने हत्या कर दी थी.
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए दोनों लोग कुकी-ज़ो जनजाति से है.इससे पहले कुकी-ज़ो जनजाति की महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन भी किया था. इलाके में हिंसा की संभावना को देखते हुए 16 जनवरी को सुबह 12 बजे से पूर्ण कर्फ्यू लगा दिया.
मणिपुर में 3 मई से शुरू हुई हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है. अब तक इस हिंसा में 200 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है
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