PM मोदी ने की 22 को दिवाली मनाने की अपील, डिंपल बोलीं- 'गांवों में घी भिजवा दें...'

22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होगी. पीएम मोदी ने देश वासियों से अपील की है. अब सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की पत्नी और मैनपुरी से सांसद डिंपल यादव ने इसे लेकर पीएम मोदी पर तंज कसा है. डिंपल यादव ने कहा- 'मैं BJP से आग्रह करना चाहूंगी कि गांवों के सभी लोगों को घी भिजवाएं ताकि वो 22 जनवरी को दीप जला सकें."

22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होगी. पीएम मोदी ने देश वासियों से अपील की है. अब सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की पत्नी और मैनपुरी से सांसद डिंपल यादव ने इसे लेकर पीएम मोदी पर तंज कसा है. डिंपल यादव ने कहा- 'मैं BJP से आग्रह करना चाहूंगी कि गांवों के सभी लोगों को घी भिजवाएं ताकि वो 22 जनवरी को दीप जला सकें."

हाथ काट कर रख दूंगा... श्रीराम पर कविता के बाद रातों-रात छा गए साइको शायर

22 जनवरी को भव्य राम मंदिर में रामलला विराजमान होंगे. इसी बीच सोशल मीडिया पर भगवान श्री राम को लेकर एक कविता खूब वायरल हो रही है. यह कविता साइको शायर के यूट्यूब चैनल पर 25 दिसंबर को अपलोड की गई है. इस कविता को अब तक 21 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है.  साइको शेयर का असली नाम अभिजीत बालकृष्ण मुंडे है और ये महाराष्ट्र के मराठवाड़े इलाके के अंबाजोगी गांव के रहने वाले हैं. इस कविता की कुछ पंक्तियां हैं-  हाथ काट कर रख दूंगा,   ये नाम समझ आ जाए तो.  कितनी दिक्कत होगी पता है,  राम समझ आ जाए तो.  अक्षत मिला तो भावुक हो गए राम भक्त मोहम्मद हबीब, बोले- 'बार-बार जाऊंगा दर्शन करने ...'

22 जनवरी को भव्य राम मंदिर में रामलला विराजमान होंगे. इसी बीच सोशल मीडिया पर भगवान श्री राम को लेकर एक कविता खूब वायरल हो रही है. यह कविता साइको शायर के यूट्यूब चैनल पर 25 दिसंबर को अपलोड की गई है. इस कविता को अब तक 21 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है.  साइको शेयर का असली नाम अभिजीत बालकृष्ण मुंडे है और ये महाराष्ट्र के मराठवाड़े इलाके के अंबाजोगी गांव के रहने वाले हैं. इस कविता की कुछ पंक्तियां हैं-

हाथ काट कर रख दूंगा, 

ये नाम समझ आ जाए तो.

कितनी दिक्कत होगी पता है,

राम समझ आ जाए तो.

अक्षत मिला तो भावुक हो गए राम भक्त मोहम्मद हबीब, बोले- 'बार-बार जाऊंगा दर्शन करने ...'

22 जनवरी को अयोध्या में श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की धूम है. कुछ ऐसे मुस्लिम राम भक्त भी हैं जो न केवल मंदिर निर्माण से खुश हैं, बल्कि राम मंदिर आंदोलन का हिस्सा भी रहे थे. ऐसा ही एक राम भक्त हैं मोहम्मद हबीब. उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के रहने वाले हबीब के घर जब अयोध्या से राम मंदिर का अक्षत पहुंचा तो वह भावुक हो गए. वह 1992 में कार सेवा करने वाली स्वयंसेवकों की टोली का हिस्सा था. अक्षत मिलने के बाद उन्होंने कार सेवा के दिनों को याद किया है और कहा है कि वह एक बार नहीं बार-बार भगवान राम का दर्शन करने के लिए जाएंगे.

22 जनवरी को अयोध्या में श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की धूम है. कुछ ऐसे मुस्लिम राम भक्त भी हैं जो न केवल मंदिर निर्माण से खुश हैं, बल्कि राम मंदिर आंदोलन का हिस्सा भी रहे थे. ऐसा ही एक राम भक्त हैं मोहम्मद हबीब. उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के रहने वाले हबीब के घर जब अयोध्या से राम मंदिर का अक्षत पहुंचा तो वह भावुक हो गए. वह 1992 में कार सेवा करने वाली स्वयंसेवकों की टोली का हिस्सा था. अक्षत मिलने के बाद उन्होंने कार सेवा के दिनों को याद किया है और कहा है कि वह एक बार नहीं बार-बार भगवान राम का दर्शन करने के लिए जाएंगे.

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