संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रदर्शन के दौरान एक युवा किसान के मारे जाने और पुलिस की कार्रवाई पर दुख ज़ताते हुए में देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों का एलान कर दिया है.संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफ़े की मांग की है और कहा है कि शुक्रवार को पूरे देश में ब्लैक डे मनाया जाएगा.
किसान नेताओं ने पुलिस की कार्यवाही में मारे गए किसान के परिबार को एक करोड़ रुपये मुआवज़ा देने और किसान के कर्ज को माफ़ करने के अलावा हरियाणा पुलिस, हरियाणा सीएम और हरियाणा गृह मंत्री के ख़िलाफ़ हत्या का मामला दर्ज करने की भी मांग की.
किसान नेताओं ने इलजाम लगाया कि पंजाब सीमा में घुसकर लगभग 100 से अधिक ट्रैक्टरों को हानी पहुंचायी गई है, इसका भी मुआवज़ा सरकार दे. उन्होंने कहा कि युवा किसान की मौत की न्यायिक जांच होनी चाहिए.
किसान नेता रमिंदर सिंह पटियाला ने बोला कि, “हम समझते हैं कि पीछे से बैठक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ये डिज़ाइन किया है. इसलिए हम अमित शाह, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के इस्तीफ़े की मांग करते हैं.”
गुरुवार को चंडीगढ़ में संयुक्त किसान मोर्चा की नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी और जनरल बॉडी की बैठक के बाद किसान नेताओं ने 14 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में किसान मज़दूर महापंचायत का एलान किया.
प्रेस वार्ता में किसान नेता सुनीलम ने जानकारी देते हुए बोला कि इस महापंचायत में एमएसपी की क़ानूनी गारंटी, कर्ज माफी, बिजली के निजीकरण के को रद्द किए जाने और लखीमपुर खीरी घटना के आरोपी केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी पर कार्रवाई की मांग रखी जाएगी.
उन्होंने कहा कि इस महापंचायत में केंद्रीय ट्रेड यूनियनें भी शामिल होंगी और चार लेबर कोड को वापस करने और अंधाधुन प्राइवेटाइजेशन को रद्द करने की मांग शामिल रहेगी.
बैठक में लिए गए फैसले-
जोगिंदर सिंह उगरहां, डॉ. दर्शनपाल, रजोवाल, डॉ. सुनीलम, राकेश टिकैत और युद्धवीर सिंह समेत संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल सेकडो किसान संगठनों के नेताओं ने भाग लिया.
23 फ़रवरीः इन नेताओं ने कहा कि 23 फ़रवरी को पूरे देश में ब्लैक फ़्राइडे मनाया जाएगा और इस दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर और हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज का पुतला दहन किया जाएगा.
26 फ़रवरीः राकेश टिकैत ने कहा कि भारत को डब्ल्यूटीओ से निकालने की मांग को लेकर 26 फ़रवरी को सभी राजमार्गों पर ट्रैक्टर रैली होगी. इस दौरान किसान अपने अपने ट्रैक्टर ट्रालियों समेत हाईवे पर एक तरफ़ खड़े होकर प्रदर्शन करेंगे.
किसान नेता डॉ. दर्शनपाल ने कहा कि अबू धाबी में 26 से 31 फ़वरी के बीच डब्लूटीओ की बैठक हो रही है. डब्लूटीओ से भारत को अलग करने की मांग को लेकर उस दौरान पूरे देश में प्रदर्शन किया जाएगा.
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