कलयुग में चमत्कार! रामलला का लाइव दर्शन कराकर डॉक्टरों ने की ब्रेन सर्जरी, ठीक हुआ मरीज
Image Source- Facebook
Brain Surgery live Telecast Pran Pratishtha 2024: आंध्र प्रदेश के एक अस्पताल में भर्ती बीमार मरीज की ब्रेन सर्जरी के दौरान उसे राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का लाइव टेलिकास्ट दिखाया गया था.
भारतीय संसकृति में ईश्वर की भक्ति और भक्त की अपने ईश्वर पर विश्वास के अनगिनत उदाहरण सदियों से किस्से कहानियों में सुनने को मिलते रहे हैं. और हमारे बुजूर्ग इनको किस्से काहानीयो में सुनाते हुए इनकी स्मृति बनाय हुए रखने में अहम योगदान हैं लेकिन आज के कलयुग में भी ऐसे भक्तों की संख्या कम नहीं हुई है, जिन्होंने जीवन के सबसे कठीन घड़ी में भी अपने आराध्य के दर्शन को ही प्राथमिकता दी है. और ईश्वर ने अपनी मौजूदगी का संकेत भी दिया हैं, और यह संकेत का आज का तर्कशील इंसान अपने नजरिये से सोचेगा कोई इसे संयोग समझेगा तो कोई कुछ मगर इसका लाभ ज़िसे मिलना था उसे मिल गया और उस व्यक्ति की अपनी अराध्य के प्रति और गहरी आस्था बड गई हैं.
ऐसा ही एक वाकया सामने आया है जब आंध्र प्रदेश के गुंटूर का. यहां एक अस्पताल में भर्ती मरीज की जटिल ब्रेन सर्जरी के समय उसे वर्चुअली श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा और रामलला के दर्शन कराए गए. ड़ाक्टरो ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वह भगवान राम का अनन्य भक्त था, और राम पर ही अटूट विश्वाश और इस जटिल और रिसकी ऑपरेशन के समय उस व्यक्ति को जगाए रखने के लिए कुछ ऐसा किया जाना महत्वपूर्ण था ताकि उसे नींद ना आए.
प्राण प्रतिष्ठा की लाइव टेलीकास्ट के साथ हुई ब्रेन सर्जरी
श्री साई अस्पताल के डॉक्टरों ने 29 वर्षीय एक मरीज को अयोध्या राम मंदिर अभिषेक समारोह दिखाकर उसके मस्तिष्क की सर्जरी की. सर्जरी के बाद मरीज अब पूरी तरह से ठीक हो गए और उन्हें छुट्टी दे दी गई है.
गुरुवार (22 फरवरी) को पत्रकारों से बात करते हुए, न्यूरोसर्जन भवनम हनुमा श्रीनिवास रेड्डी ने आस्था से भरी हुई इस जानकारी को देते हुए बताया कि गुंटूर के चेब्रोलू के मूल निवासी 29 वर्षीय मरीज डी मणिकांता दौरे से पीड़ित थे और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. विभिन्न जांच और परीक्षण करने के बाद, डॉक्टरों ने मस्तिष्क के सबसे संवेदनशील हिस्से मोटर कॉर्टेक्स में एक ट्यूमर की पहचान की थी.
भगवान राम के भक्त हैं मरीज, अब ये मामला सुर्खियों में है!
डॉक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि उसकी नाजुक हालत देखने के बाद, डॉक्टरों ने बार-बार होने वाले ग्लियोमा को हटाने के लिए अवेक क्रैनियोटॉमी का फैसला किया. हमने मस्तिष्क को होने वाले नुकसान और इंद्रियों के नुकसान को रोकने के लिए मरीज को जगाए रखकर सर्जरी करने का फैसला किया है.
डॉक्टर ने आंगे बोला कि, "चूंकि मरीज भगवान राम का भक्त था, इसलिए उसने सर्जिकल प्रक्रिया के दौरान राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेने के लिए कहा और इससे उसे मदद मिली. अब ये मामला सुर्खियों में है. सोशल मीडिया पर यह मामला वायरल हुआ है.
0 टिप्पणियाँ