'मेरी कमी रही कि मैं शराफत में रह गया', विधायकों के पाला बदलने पर CM सुक्खू!
Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिरने वाले संकट से बाहर करने के लिए आए दो पर्यवेक्षकों कांग्रेस वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा और डीके शिवकुमार के साथ हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मीडिया को जानकारी देते हुए सीएम सुक्खू ने इस दौरान बीजेपी के दावों को लेकर पलटवार तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा और पूछा कि ''बीजेपी किस बहुमत की बात कर रही है? षड्यंत्र के तहत मेरे इस्तीफे की झूठी खबर फैलाई गई. बागी विधायक हिमाचल की जनता का सामना नहीं कर पाएंगे. हमारी सरकार पांच साल चलेगी.
बीजेपी ओछी राजनीति कर रही है. सरकार गिराने की कोशिश कर रही है. जनता जवाब देगी. बागियों की गलती माफ की जा सकती है. वो कांग्रेस में आना चाहें तो स्वागत है. मेरी कमी रही. मैं शराफत में रह गया.''
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम सुक्खू ने आंगे मीडिय़ा को संबोधित करते हुए कहा, ''राज्यसभा चुनाव के बाद जो टाई हुआ. पर्ची बीजेपी उम्मीदवार के नाम की खुली. यह अटकलें लगा जाने लगीं कि सरकार गिर रही है, सरकार जा रही है. बीजेपी ने जिस प्रकार से किया, वह हिमाचल प्रदेश की संस्कृति में पहले नहीं देखा गया. सरकार का सत्र चल रहा था तो हमारा बजट पारित होना था. मेरे सामने न्यूज आई कि मुख्यमंत्री जी ने इस्तीफा दे दिया. कहां से यह न्यूज आई. मैंने उसका खंडन किया. यह षडयंत्र के तहत न्यूज चल रही थी ताकि फाइनेंसियल वोटिंग हो तो हमारी संख्या कम हो जाए.''
#WATCH | Himachal Pradesh Chief Minister Sukhvinder Singh Sukhu says, "After Rajya Sabha elections everybody started thinking that Himachal Pradesh government is breaking...I also came across news that the state CM has resigned, which I highly condemned, this all was done to… pic.twitter.com/RIyxCvzDyi
— ANI (@ANI) February 29, 2024
''मैं यह पूछना चाहता हूं कि बीजेपी किस बहुमत की बात कर रही है!
बीजेपी पर सरकार गिराने की चालबाजी रचने का इल्जाम लगाते हुए सीएम सुक्खू ने आगे जानकारी देते हुए मीडिया को संबोधित करते हुए बोला कि, ''मैं यह पूछना चाहता हूं कि बीजेपी किस बहुमत की बात कर रही है. उनके 25 विधायक हैं. हमारे छह विधायकों ने वोट क्रॉस किया, तीन आजाद विधायक बीजेपी की विचारधारा से थे तो हमें पता था कि उन्हें वोट देंगे. हमारी वोटिंग हुई तो हल्ला किया, पहले मार्शल को पकड़ा. सत्ता की भूख उन्हें किसी न किसी तरह से लड़ाई झगड़ा करने पर उतारू कर रही थी. सीआरपीएफ और हरियाणा पुलिस आई. उनके हेलिकॉप्टर मंडराते रहे. विधानसभा के गेट तोड़े गए. 15 विधायकों को निकाला क्योंकि उन्होंने बदतमीजी की थी. स्पीकर ने हमारा प्रस्ताव स्वीकार किया और छह विधायकों को निष्कासित किया गया. हमने बजट सत्र के वक्त छह विधायकों और बागियों को निष्कासित नहीं किया था तो वे क्यों नहीं आए. उन्हें डर था इसलिए नहीं आए. उन्हें चुराकर हरियाणा में बिठाया गया. बागी विधायक जनता को फेस नहीं कर पाएंगे.''
सीएम सुक्खू ने बीजेपी और बागी विधायकों को लेकर भी भड़ास निकाली!
सीएम सुक्खू ने बीजेपी और बागी विधायकों को लेकर भी भड़ास निकाली और कहा, '' हमने ईमानदारी से सरकार चलाई है. हमने लोगों की समस्या का निपटारा किया है. वे (बीजेपी) हमारी सरकार गिराने की कोशिश कर रहे हैं. हमारी सरकार हिमाचल प्रदेश में पांच साल चलेगी. आम लोगों की सरकार और जनता की सरकार है. बीजेपी के नेताओं को कहना चाहता हूं कि जिस तरह की ओछि राजनीति का परिचय दे रहे हैं. बहुमत नहीं है और फिर भी सरकार गिराने की कोशिश कर रहे हैं. विधायक तो चले गए जनता के वोट से जीतते हैं और फिर बिक जाते हैं तो जनता उन्हें जवाब देती है.''
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