Union Budget 2024: अर्थशास्त्री बोले अपने काम के दम पर चुनाव जीतेंगे मोदी, बजट में नहीं हुई कोई बड़ी घोषणा, जनता को कोई बडी राहत नही

Union Budget 2024: अर्थशास्त्री बोले अपने काम के दम पर चुनाव जीतेंगे मोदी, बजट में नहीं हुई कोई बड़ी घोषणा, जनता को कोई बडी राहत नही

Image Source- Sansad Tv (वित्तमंत्री निर्माला सीतारामन ने संसद में पेश किया बज़ट) 

आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ नरेंद्र तनेजा ने अमर उजाला मीडीय़ा को जानकारी देते हुए कहा कि यह बजट 2024 सरकार के आत्मविश्वास को दिखाता है। सरकार ने ये संकेत दिए हैं कि उसने पिछले दस साल में इतने काम किए हैं कि उन्हीं कामों के बल पर वह दोबारा बहुमत हासिल कर सकती है...

संसद में बज़ट में इस बार कुछ खास नही हैं अब तक की अपडेट के अनुसार ऐसी कोई बड़ी घोषणा वित्तमंत्री ने नही की हैं ज़िससे आम लोगो और अन्य जगह कोई राहत मिले प्रधानमंत्री मोदी अपने काम और भगवान राम के नाम पर इस बार चुनाव जीतेंगे। आज य़ानी एक फरवरी को निर्माला सीतारामन ने संसद में पेश किये गए बजट में किसी नई कल्याणकारी योजना का ज़िक्र नहीं किया है, जिसे चुनाव जीतने के लिए लाई गई योजना बताया जा सके। यह बज़ट पर बीजेपी का आत्मविश्वास साबित करता है कि मोदी बीजेपी को इस बार चुनाव जीतने के लिए किसी अन्य कल्याणकारी योजना का सहारा लेने की कोई आवश्यकता नहीं है। मगर, अपने ख़ास संख्या रखने वाले समर्थक वर्ग महिलाओं और किसानों के लिए कुछ आकर्षक बढ़ावा देकर उन्हें साधने की ज़रूर कोशिश की गई है। लेकिन बजट सत्र में जिस तरह बार-बार भगवान राम की चर्चा की गई है, उससे यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा चुनावों में राम मंदिर के मुद्दे को जमकर भुनाएगी। यानी मोदी सरकार को इस बात का पूर्ण विश्वास है कि वह अपने काम और राम के नाम पर चुनाव जीतने में सफल रहेगी।  

बजट 2024 संसद में पेश करते हुए Finance Minister Nirmala Sitharaman ने Tax Rates में कोई बड़ा चेंज़ नहीं किया। इससे स्पष्ट होता है कि सरकार के ऊपर कल्याणकारी योजनाओं के लिए पैसा एकत्र करने का दबाव बना हुआ है। लेकिन कॉरपोरेट दरों को घटाकर 22 फीसदी कर दिया गया है। इससे उद्योगपतियों के हाथों में ज्यादा पैसा बचेगा। इससे वे नया निवेश या पुराने उद्यम को आगे बढ़ाने के लिए अतिरिक्त पैसा खर्च कर सकेंगे। इससे रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी।          

लेकिन महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों(Women's Self-Help Groups) को बढ़ावा देकर महिलाओं को सशक्त करने की कोशिश की गई है। इसी तरह ग्रामीण अर्थव्यवस्था(Rural Economy) को मजबूती देने के प्रयास कर सरकार ने किसानों को मजबूत करने का प्रयास किया है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में आवश्यक वस्तुओं की खपत में बढ़ोतरी होगी, जिससे बड़ी कंपनियों के उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद की।

आर्थिक विशेषज्ञ बोले

आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ नरेंद्र तनेजा ने भारतिया प्रसिद्ध अखबार अमर उजाला से कहा कि यह बजट सरकार के आत्मविश्वास को दिखाता है। सरकार ने ये संकेत दिए हैं कि उसने पिछले दस साल में इतने काम किए हैं कि उन्हीं कामों के बल पर वह दोबारा बहुमत हासिल कर सकती है। उन्होंने कहा कि यह किसी मजबूत अर्थव्यवस्था के मजबूत प्रधानमंत्री का स्पष्ट संदेश है।  

नरेंद्र तनेजा ने कहा कि इस बजट की सबसे मजबूत बात कॉरपोरेट टैक्स में कटौती करना है। इससे उद्योगपतियों के पास निवेश करने के लिए उनके पास ज्यादा पैसा होगा। इससे युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी।

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