UP News: प्रेमिका के खर्चे उठाने के लिए अधिवक्ता का बेटा बना ड़ीज़ल चोर, बनाली अपनी गेंग, ड़ीज़ल नही मिलने पर टायर ही चोरी कर लेती थी गेंग !

प्रेमिका के खर्चे उठाने के लिए अधिवक्ता का बेटा बना ड़ीज़ल चोर, बनाली अपनी गेंग, ड़ीज़ल नही मिलने पर टायर ही चोरी कर लेती थी गेंग !

बरेली डीजल चोर गैंग

बरेली पुलिस ने डीजल चोर गैंग का नया प्रेम में पडे युवा का चोर बनने का खुलासा किया है। गैंग का सरगना प्रेमिका के खर्चे उठाने के लिए डीजल चोर बना ऐसी जानकारी पुलिस ने दी हैं। इसके बाद वह गैंग बनाकर वारदात को अंजाम देने लगा। 

बरेली में नशाखोरी के शौक पूरे करने और प्रेमिका के खर्च को पूरा करने के लिए वकील के पुत्र एलएलबी छात्र उत्कर्ष सक्सेना ने डीजल चोरी करते अपना एक गिरोह बना लिया। इज्जतनगर थाना पुलिस ने उसे लग्जरी कार समेत गिरफ्तार कर लिया हैं, जबकि उसके दो दोस्त अभी भी फरार हैं। तीनों युवक हाईवे किनारे खड़े ट्रकों से डीजल चोरी करते थे और इस घटना को अंजाम देते थे।

उत्तर प्रदेश बरेली जोन के जिलों में हाईवे किनारे और ढाबे पर खड़े होने वाले ट्रकों से डीजल चोरी होने की घटनाएं आम हो रही थीं। मंगलवार तड़के इज्जतनगर थाना पुलिस ने विलयधाम के पास डीजल चोरी करने की फिराक में खड़े सिविल लाइंस निवासी उत्कर्ष सक्सेना को रेकी कर गिरफ्तार कर लिया। 

उत्कर्ष की चोर गेंग के साथी रबड़ी टोला के रहने वाले तस्लीम खान उर्फ मुन्ना और फाइक एन्क्लेव आशियाना निवासी नदीम फरार हो गए। उत्कर्ष ने अपने वय़ान में बताया कि तीनों लोग गिरोह बनाकर लक्जरी कार से रात में निकलते थे और हाईवे किनारे खड़े ट्रकों के टैंक के ढक्कन तोड़कर पाइप के जरिये डीजल चुरा लेते थे। इस दौरान गिरोह के अन्य सदस्य आसपास खड़े होकर पहरेदारी करते थे।

ट्रक ड्राइवर के आ जाने पर हथियारों के बल पर धमकी देकर उसे भगा देते थे। चोरी करने के बाद डीजल को देहात क्षेत्र में बेच दिया जाता था। इज्जतनगर पुलिस ने तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने होंडा सिटी कार, तीन जरी कैन, 10 लीटर डीजल से भरी एक जरी कैन व दो मोबाइल बरामद किए हैं।

तीनों आरोपी अपने वाहनों पर लगी प्लेट के नंबर पर टेप लगाकर अपना मूल नंबर छिपा देते थे या एक नंबर गायब कर देते थे। यह लोग जगह बदलकर अलग-अलग प्रदेश के जिलों में घटनाओ को  अंजाम देते थे। अब तक इस गेंग ने पचास से ज्यादा ड़ीज़ल चोरी की घटनाओ को अंजाम दिया था। दू्सरे राज्यों से आने वाले ट्रकों को भी यह अपने गेंग के ज़रिये रेकी करते थे और उसे निशाना बनाकर रात को अंजाम देते थे। इस कारण ट्रक ड्राइवर अक्सर बिना शिकायत किए बिना चले जाते थे।

इंस्पेक्टर जयशंकर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि उत्कर्ष सक्सेना के पिता अधिवक्ता हैं और खुद उत्कर्ष भी एलएलबी का छात्र है। सिविल लाइंस में उसका आलीशान घर है। इकलौता बेटा उत्कर्ष गलत संगत में आकर नशे की लत में पड़ गया। बाकी आरोपी भी ठीक परिवारों के हैं। बरामद कार में नदीम का आईफोन भी मिला है। 

तीनों नशे के आदी हैं। इनकी गर्लफ्रेंड भी हैं। खर्चे पूरे करने के लिए वह नदीम और तस्लीम के साथ डीजल चोरी करने लगा। नदीम पहले से ही पेशेवर अपराधी है और उसके खिलाफ पहले नवाबगंज थाने से पांच हजार रुपये का इनाम भी रह चुका है। उसके खिलाफ बदायूं में गैंगस्टर की कार्रवाई भी हो चुकी है। सूत्रों की जानकारी अनुसार नदीम का पिता सट्टा माफिया भी है।

नहीं लगता था दांव तो टायर भी चुराते थे!

उत्कर्ष ने आंगे जानकारी में बताया कि वह लगभग रोज ही डीजल चुराने जाते थे। जिस दिन डीजल नहीं चुरा पाते थे, उस दिन वह जैक लगाकर ढाबों पर खड़े ट्रकों के टायर चोरी भी कर लेते थे। बताया कि रोज करीब 15 से 18 हजार रुपये का डीजल या टायर बेच देते थे। इससे उनके सभी खर्चे दिन के पूरे हो जाते थे।

ढाबों पर खड़े ट्रकों से डीजल व टायर चोरी करने वाले गिरोह का खुलासा कर एक आरोपी को जेल भेजा गया है। बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है। आरोपी से पूछताछ के आधार पर आगे भी कार्रवाई की जाएगी। - घुले सुशील चंद्रभान, एसएसपी

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