उत्तर प्रदेश के विनोद कुमार के दो बच्चो का गला रेतने के बाद साजिद ने पिया खून योगी सरकार ने साजिद का किया एनकाउंटर, जानें पूरा मामला क्या हैं?

UP Crime Today: उत्तर प्रदेश के विनोद कुमार के दो बच्चो का गला रेतने के बाद साजिद ने पिया खून


हाइलाइट्स

बदायूं में दो बच्‍चों की हत्‍या के बाद तनावपूर्ण शांति का माहौल है

बच्‍चों के घर के सामने पुलिस का पहरा, भारी फोर्स की तैनाती

मां संगीता का कहना है कि पुलिस जावेद का भी एनकाउंटर करे

बदायूं में अपने दो मासूम बच्चों के कत्ल पर पीड़ित पिता ने हैरानी जताई है। उनका कहना है कि कातिल नाई से उनका कोई लेना-देना नहीं था। उसने इतना बड़ा कांड क्यों किया यह उन्हें समझ नहीं आ रहा है।

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बदायूं: उत्‍तर प्रदेश के बदायूं में डबल मर्डर की घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल है। मौके पर भारी फोर्स तैनात है। दो बच्‍चों के हत्‍यारोपी साजिद तो पुलिस एनकाउंटर में मार गिराया गया है। अपने जिगर के टुकड़ों को खोने के बाद बदहवास मां संगीता का कहना है कि पुलिस जल्‍द ही दूसरे आरोपी जावेद का भी एनकाउंटर करे। तभी मुझे न्‍याय मिलेगा। 11 और 9 साल के बच्‍चों की नृशंस हत्‍या के बाद मोहल्‍ले में मातम छाया हुआ है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीड़ित परिवार ने इस पूरे घटनाक्रम को तंत्र-मंत्र से जोड़ा है। उन्‍होंने आरोप लगाया है कि साजिद ने हत्‍या कर बच्‍चों का खून भी पीया। उसके मुंह पर मांस के लोथड़े लगे हुए थे। पुलिस इन आरोपों की छानबीन कर रही है। बच्‍चों के घर के बाहर पुलिस का पहरा लगा हुआ है।

साजिद के पांच बच्‍चे पैदा होते ही खत्‍म हो गए थे!

मोहल्‍ले में चर्चा है कि इस डबल मर्डर के पीछे तंत्र मंत्र का चक्‍कर है। आरोपी साजिद ने एक बार संगीता को बताया था कि उसके पांच बच्चे पैदा होने के बाद मर चुके हैं। कोई बच्चा जिंदा नहीं रहता। अब फिर पत्नी की डिलीवरी जिला महिला अस्पताल में होनी है। इसके खर्चे के लिए उसने संगीता से पांच हजार रुपये उधार भी लिए। इसके ऊपर छत पर जाकर बच्‍चों को मार डाला। कुछ लोगों पुरानी रंजिश को भी घटना की वजह बता रहे हैं। पुलिस अब तक दोहरे हत्याकांड की क्या वजह रही इसकी पड़ताल नही कर सकी है।

हत्‍या के बाद 10 मिनट तक जावेद वहीं खड़ा रहा!

स्‍थानीय लोगों का दावा है कि दो बच्‍चों की हत्‍या करने के बाद आरोपी जावेद वहीं खड़ा रहा। एक चश्‍मदीद ने बताया कि मंडी समिति चौकी के पास नई बाबा कॉलोनी विकसित हुई है। इसी कॉलोनी में पानी की टंकी बनाने वाले ठेकेदार विनोद कुमार परिवार के साथ रहते हैं। उनके तीन बेटे हैं। उनकी पत्नी ब्यूटी पार्लर का काम करती हैं। पत्नी संगीता के मुताबिक, पड़ोस में नाई की दुकान चलाने वाले शाम को सैलून संचालक आरोपी साजिद और जावेद उनके घर पहुंच गए। आरोपी ने पहले संगीता से घर पहुंच कर 45 रुपये का सामान खरीदा। फिर पत्नी के इलाज के लिए 5 हजार रुपये लिए। इस दौरान आरोपी साजिद को संगीता ने चाय पिलाई, आरोपी चाय पीने लगा। जबकि दूसरा आरोपी जावेद बाहर बैठ गया। चाय पीते-पीते आरोपी साजिद मकान की तीसरी मंजिल पर जा पहुंचा, जहां विनोद के दो बच्‍चों को चाकू और उस्‍तरा से हमला कर दिया।

बच्‍चों की लाश के पीछे दौड़ी मां और दादी!

दो मासूम बच्‍चों की हत्‍या की बात जिसने भी सुनी, वह बाबा कॉलोनी की ओर दौड़ पड़ा। आसपास के परिवारों की महिलाएं भी मां और दादी को संवेदना देने पहुंच गई। लेकिन जब पुलिस दोनों बच्‍चों के शव घर से बाहर निकाले तो मां और दादी भी रोती और बिलखती हुई पीछे पीछे दौड़ पड़ीं। ये दृश्‍य देखकर रास्‍ते में खड़े लोग रो पड़े। ठेकेदार विनोद कुमार के तीनों बच्‍चे आरोपी साजिद और जावेद को अंकल कहकर बुलाते थे। घरवालों ने कभी सोचा तक नहीं था कि ये दोनों उनके बच्‍चों के साथ कभी ऐसी हरकत करेंगे।

Budaun Double Murder Case: बदायूं के सिविल लाइंस की

बाबा कॉलोनी में मंगलवार शाम एक नाई ने घर में घुसकर तीसरी मंजिल पर खेल रहे दो मासूमों की छुरी से गला रेतकर हत्या कर दी। दोनों बच्चे सगे भाई थे। आरोपी ने मझले भाई पर भी हमला किया लेकिन वह बचकर भाग निकला। मासूम बच्चों की हत्या की खबर फैली तो गुस्साई भीड़ ने तोड़फोड़ और आगजनी शुरू कर दी। उधर, पुलिस ने घंटे भर में आरोपी की घेराबंदी की और एनकाउंटर में उसे मार गिराया। इस पूरे घटनाक्रम के बाद बदायूं में शांति है। 

बुधवार की सुबह पुलिस ने फ्लैग मार्च कर जनता को सुरक्षा व्यवस्था और मुस्तैदी का संदेश दिया। मृतक बच्चों के घर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। इस बीच मासूम बच्चों के पिता ने अपने बच्चों के कत्ल पर हैरानी जताई है। उनका कहना है कि कातिल नाई साजिद से उनका कोई लेना-देना नहीं था। वह कभी- कभार वहां बाल कटाने जाते थे। साजिद ने इतना बड़ा कांड क्यों किया यह उनकी समझ में नहीं आ रहा है। पुलिस भी अभी तक घटना की वजह नहीं बता सकी है।

बाबा कॉलोनी निवासी विनोद ठाकुर जल जीवन मिशन योजना में संस्थागत ठेकेदार हैं। उन्होंने कहा कि वह काम के सिलसिले में ज्यादातर बाहर रहते हैं। घटना के वक्त घर में उनकी मां मुन्नी देवी, पत्नी संगीता, बेटा आयुष (उम्र 12 वर्ष), पीयूष (10 वर्ष) और आहान (6 वर्ष) थे। तीनों बच्चे तीसरी मंजिल पर खेल रहे थे और महिलाएं घर में थीं। घर के सामने ही मझिया रोड पर जाबिद और उसके भाई साजिद का सैलून है। शाम पांच बजे दोनों भाइयों ने दुकान बंद की और फिर साजिद उनके घर पहुंच गया।

साजिद ने विनोद की पत्नी संगीता से चाय मांगी। इसके बाद वह तीसरी मंजिल पर चला गया। वहां उसने तीनों बच्चों को मार डालने की कोशिश की। छुरी से गला काटकर आयुष और आहान की हत्या करने में वह कामयाब भी हो गया। मझला भाई पीयूष भी हमले में जख्मी हो गया। वह शोर मचाते हुए वहां से भाग गया। पीयूष ने नीचे जाकर लोगों को घटना के बारे में जानकारी दी तो सब हैरान रह गया। घटना के बाद साजिद फरार हो गया। उधर, जैसे ही लोगों के बीच इस घटना की खबर फैली क्षेत्र का माहौल तनावपूर्ण हो गया। दो समुदाय से जुड़ा मामला होने के कारण कुछ ही देर में स्थिति बिगड़ने लगी। आक्रोशित लोगों ने इलाके में कई सैलून में तोड़फोड़ कर चौकी वे सामने आगजनी कर दी।

घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस तत्काल हरकत में आई। घंटे भर के अंदर आरोपी साजिद की घेराबंदी हुई। उसने पुलिस पर फायरिंग की और जवाबी कार्रवाई में मारा गया। बदायूं के एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने बुधवार की सुबह कहा कि शहर में अब कानून- व्यवस्था बिल्कुल सामान्य है। कोई दिक्कत नहीं है। जिले में हर जगह स्थिति सामान्य है। हम सोशल मीडिया पर नजर बनाए हुए हैं।

आरोपी ने पुलिस पर गोलीबारी की और जवाबी कार्रवाई में मारा गया। हत्या का हथियार और रिवॉल्वर है बरामद कर लिया गया है। मृतक बच्चों के परिवार ने एफआईआर में आरोपी के भाई जावेद अगला भी नाम लिया है। उसकी तलाश में टीमें काम कर रही हैं और जल् लेख उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। एसएसपी ने बताया कि साजिद आर जावेद का स्थानीय स्तर पर कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है। परिवार के लोगों ने बताया है कि आरोपी ने मृतक बच्चों के पिता से 5,000 रुपये मांगे थे। रुपए उसे मिल भी गए थे। उसने यह क्यों की यह पता लगाने के लिए जांच जारी है।

‘पता नहीं क्यों मेरा मन आज घबरा रहा है…’, बच्चों को मौत के घाट उतारने से पहले बोला था साजिद!


Budaun Double Murder: बदायूं में दो नाबालिग बच्चों की हत्या के बाद साजिद ने कहा था कि आज मैंने अपना काम पूरा कर लिया। वह अपने भाई जावेद के साथ बच्चों के घर पर पहुंचा था। उसने बच्चों की मां से 5000 रुपये भी मांगे थे। यह खुलासा मृतक बच्चों के पिता की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर से हुआ है।

Budaun Double Murder Case: बदायूं हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है। मृतक बच्चों के पिता की तरफ से दर्ज करवाई गई एफआईआर में बताया गया है कि बच्चों को मौत के घाट उतारने के बाद उसने कहा था कि आज मैंने अपना काम पूरा कर लिया है। एफआईआर में यह भी बताया गया है कि साजिद बाइक से घर पहुंचा था और 5000 रुपये की मांग की थी।

‘बाइक से घर आया था साजिद’

पीड़ित विनोद कुमार ने एफआईआर में कहा कि मेरे घर के सामने नाई की दुकान है, जिसमें साजिद अपने भाई के साथ काम करता है। साजिद थाना अलापुर क्षेत्र के सखानूं थाना क्षेत्र का रहने वाला है। वह अपने भाई जावेद के साथ बाइक से घर आया था और मेरी पत्नी से 5000 रुपये मांगे। उस समय मेरे घर पर पत्नी संगीता, मेरी मां मुन्नी देवी और मेरे तीन बच्चे मौजूद थे।

‘साजिद ने मेरी पत्नी से मांगे 5000 रुपये’


विनोद कुमार ने बताया कि साजिद ने घर आकर मेरी पत्नी से बोला कि उसकी पत्नी की आज डिलीवरी होनी है। डॉक्टर ने रात 11 बजे तक का टाइम दिया है। इसलिए उसे 5000 रुपये की जरूरत है। इस पर मेरी पत्नी ने कहा कि अभी लाकर देती हूं। इसके बाद उसने मेरे बीच वाले लड़के से पुड़िया लाने को कहा।

‘आज मेरा मन घबरा रहा है’


एफआईआर में बताया गया कि साजिद ने मेरी पत्नी से बोला कि आज मेरा मन घबरा रहा है। थोड़ी देर छत पर घूम लेता हूं। वह मेरे छोटे लड़के को लेकर ऊपर चला गया। वहीं, मेरे बड़े लड़के से पानी लाने को कहा। साजिद, जावेद और मेरे दोनों बेटे छत पर चले गए।

साजिद और जावेद के हाथ में थी खून से सनी हुई छुरी


विनोद ने बताया कि जब मेरी पत्नी पैसे लेकर आई तो साजिद और जावेद जीने से उतर रहे थे। उनके हाथ में खून से सनी हुई छुरी थी। उन्होंने मेरी पत्नी से कहा कि आज मैंने अपना काम पूरा कर दिया है। उनके हाथ में छुरी देखकर मेरी पत्नी एकदम घबरा गई।

हत्यारे साजिद और जावेद दोनो भाई (बदायु उ.प्र)

वह चिल्लाने लगी। इस पर मोहल्ले के लोग आ गए। उन्होंने दोनों को पकड़ने की कोशिश की जावेद फरार हो गया। साजिद को भीड़ ने पकड़ लिया।

छत पर पड़े थे बच्चों के खून से लथपथ शव


एफआईआर में विनोद ने बताया कि जब मेरी पत्नी ऊपर छत पर गई तो वहां दोनों बच्चे खून से लथपथ पड़े हुए थे। उनकी मौत हो चुकी थी। जब मेरा लड़का पुड़िया लेकर आया तो जावेद ने उसे भी मारने की कोशिश की। उस पर छूरी से वार किया, जिससे उसके हाथ में गंभीर चोटें आई हैं।

‘साजिद और जावेद से मेरी कोई दुश्मनी नहीं थी’

पीड़ित ने बताया कि घटना के बाद काफी भीड़ इकट्ठा हो गई। भीड़ ने साजिद को पुलिस के हवाले कर दिया। लोगों में काफी आक्रोश था। उन्होंने बताया कि साजिद और जावेद से मेरी कोई दुश्मनी नहीं है। मुझे नहीं पता कि उन्होंने मेरे बच्चों की हत्या क्यों की।

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