‘BJP दंगा कराकर चुनाव जीतना…', बदायूं डबल मर्डर केस पर सपा ने भाजपा पर किया हमला

‘BJP दंगा कराकर चुनाव जीतना…', बदायूं डबल मर्डर केस पर सपा ने भाजपा पर किया हमला

Badaun Double Murder Case: बदायूं में दो सगे भाइयों की सनसनीखेज हत्याकांड की वजह से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। इसी बीच इस मामले पर सियासी जंग छिड़ गई है।

Badaun Double Murder Case: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में डबल मर्डर केस से पूरे इलाके में सनसनी फैली हुई है। अब इस घटना को लेकर समाजवादी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला है। सपा ने अपने सोशल मीडिया हैंडल ‘X’ पर लिखा कि बीजेपी प्रदेश में दंगा कराकर चुनाव जीतना चाहती है।

समाजवादी पार्टी ने लिखा, “भाजपा यूपी में दंगा फसाद सांप्रदायिक तनाव खड़ा करके चुनाव जीतना चाहती है। इसी कारण से ऐसी घटनाओं को खुद अंजाम दिलवा रही और जिलों में सांप्रदायिक तनाव पैदा करवा रही। बदायूं की घटना इसी का परिणाम है। भाजपा जब जनता के असल मुद्दों से हार चुकी है तो धार्मिक विवाद ,धार्मिक लड़ाई ही भाजपा का आखिरी

हथियार बचा है। भाजपा के इशारे पर ही कई गुंडे बदमाश खुले घूम रहे और भाजपा के इशारे पर ही ऐसी वारदातें कर रहे जिसके कारण समाज में लड़ाई झगड़ा बढ़ रहा है।”

भाजपा ने किया पलटवार

समाजवादी पार्टी के इस ट्वीट पर भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी (Rakesh Tripathi) ने पलटवार करते हुए कहा कि बदायूं की घटना पर सपा घटिया राजनीति कर रही है। अगर सपा की सत्ता होती तो अपराधियों को संरक्षण होता जबकि योगी सरकार में अपराधियों के खिलाफ कठोरता से कार्रवाई हो रही है। बदायूं कांड में भी अपराधी के साथ पूरी कठोरता बरती गई है।

क्या है पूरा मामला?

बाबा कॉलोनी निवासी विनोद ठाकुर जल जीवन मिशन योजना में संस्थागत ठेकेदार हैं। उन्होंने कहा कि वह काम के सिलसिले में ज्यादातर बाहर रहते हैं। घटना के वक्त घर में उनकी मां मुन्नी देवी, पत्नी संगीता, बेटा आयुष (उम्र 12 वर्ष), पीयूष (10 वर्ष) और आहान (6 वर्ष) थे। तीनों बच्चे तीसरी मंजिल पर खेल रहे थे और महिलाएं घर में थीं। घर के सामने ही मझिया रोड पर जाबिद और उसके भाई साजिद का सैलून है। शाम पांच बजे दोनों भाइयों ने दुकान बंद की और फिर साजिद उनके घर पहुंच गया।

साजिद ने विनोद की पत्नी संगीता से चाय मांगी। इसके बाद वह तीसरी मंजिल पर चला गया। वहां उसने तीनों बच्चों को मार डालने की कोशिश की। छुरी से गला काटकर आयुष और आहान की हत्या करने में वह कामयाब भी हो गया। मझला भाई पीयूष भी हमले में जख्मी हो गया। वह शोर मचाते हुए वहां से भाग गया। पीयूष ने नीचे जाकर लोगों को घटना के बारे में जानकारी दी तो सब हैरान रह गया। घटना के बाद साजिद फरार हो गया। उधर, जैसे ही लोगों के बीच इस घटना की खबर फैली क्षेत्र का माहौल तनावपूर्ण हो गया। दो समुदाय से जुड़ा मामला होने के कारण कुछ ही देर में स्थिति बिगड़ने लगी। आक्रोशित लोगों ने इलाके में कई सैलून में तोड़फोड़ कर चौकी वे सामने आगजनी कर दी।

घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस तत्काल हरकत में आई। घंटे भर के अंदर आरोपी साजिद की घेराबंदी हुई। उसने पुलिस पर फायरिंग की और जवाबी कार्रवाई में मारा गया। बदायूं के एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने बुधवार की सुबह कहा कि शहर में अब कानून- व्यवस्था बिल्कुल सामान्य है। कोई दिक्कत नहीं है। जिले में हर जगह स्थिति सामान्य है। हम सोशल मीडिया पर नजर बनाए हुए हैं।

आरोपी ने पुलिस पर गोलीबारी की और जवाबी कार्रवाई में मारा गया। हत्या का हथियार और रिवॉल्वर है बरामद कर लिया गया है। मृतक बच्चों के परिवार ने एफआईआर में आरोपी के भाई जावेद अगला भी नाम लिया है। उसकी तलाश में टीमें काम कर रही हैं और जल् लेख उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। एसएसपी ने बताया कि साजिद आर जावेद का स्थानीय स्तर पर कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है। परिवार के लोगों ने बताया है कि आरोपी ने मृतक बच्चों के पिता से 5,000 रुपये मांगे थे। रुपए उसे मिल भी गए थे। उसने यह क्यों की यह पता लगाने के लिए जांच जारी है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ