देश के राजस्थान राज्य के सिरोही जिले के एक अजीब घटना देखने को मिली हैं। जहां एक सरकारी शिक्षक का भारत के दिग्गज कारोबारी मुकेश अंबानी को जन्मदिन की शुभकामनाएं देना मुसीबत बन गया। जिसके लिए सरकारी स्कूल को एसडीएम ने कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि शिक्षक ने मुकेश अंबानी को जन्मदिन पर बधाई देने वाला संदेश व्हाट्सएप ग्रुप में डाल दिया था। इससे एसडीएम गुस्से से आग बबूला हो गए।
वहीं सरकारी स्कूल शिक्षक का अपनी ओर से कहना है कि बच्चों ने गलती से मैसेज कर दिया था। एसडीएम को कारण बताओ नोटिस का जवाब दे दिया गया है। यह अजीब कारनामा सिरोही जिले के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नागणी में कार्यरत शिक्षक त्रिकमाराम का है। बीएलओ व्हाट्सएप ग्रुप में रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अंबानी को जन्मदिन की बधाई दे दी।
जिसके बाद शेयर किए गए बधाई संदेश से नाराज होकर एसडीएम रेवदर सुबोध सिंह चारण ने शिक्षक को गुस्से में कारण बताओ नोटिस ही जारी कर तलब किया है। शिक्षक को जारी नोटिस सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
रेवदर भाग संख्या 80 नागणी पंचायत समिति के शिक्षक!
रेवदर भाग संख्या 80 नागणी पंचायत समिति के शिक्षक त्रिकमाराम के पास बीएलओ का चार्ज भी है। ऐसे में चुनाव सूचना के आदान-प्रदान के लिए बीएलओ का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया था। इस ग्रुप में शिक्षक ने बुधवार को एक पोस्ट शेयर किया था, जिसमें उसने रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अंबानी को जन्मदिन की बधाई दी है। इसमें सभी भारतीय यूजर्स को 84 दिनों के लिए 555 रुपए का निःशुल्क रिचार्ज देने की बात भी कही गई थी
एसडीएम के जारी नोटिस में जानकारी हैं शिक्षक ने बिना किसी सत्यापन के राजकीय ग्रुप में इस प्रकार की पोस्ट शेयर की है। साथ ही नोटिस में एसडीएम ने बताया कि जिस ग्रुप में शिक्षक ने पोस्ट शेयर किया है, वो मुख्य तौर पर चुनाव संबंधित सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए बनाया गया है। ऐसे में अनावश्यक पोस्ट शेयर करने से ग्रुप से जुड़े सदस्यों के बीच भ्रांतियां उत्पन्न होती हैं।
लापरवाही के चलते भेजा नोटिस!
इस मामले में एसडीएम सुबोध सिंह का कहना है कि चुनाव संबंधी एक राजकीय ग्रुप बना है। इस ग्रुप में बीएलओ त्रिकमाराम ने बिना किसी जांच के एक वायरल मैसेज को भेज दिया। मैसेज में जिओ कंपनी के मालिक मुकेश अंबानी के जन्मदिन पर 84 दिन के लिए 555 रुपए का मुफ्त रिचार्ज करने संबंधित बातें कही गई है। चुनाव से जुड़े इस ग्रुप में ऐसा मैसेज भेजना गलत है। यही वजह है कि शिक्षक की लापरवाही को देखते हुए उसे कारण बताओ नोटिस देकर दो दिन में जवाब देने को कहा गया है।
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