क्या है संबल योजना, किस तरह मिलता है लाभ? आज मजदूरो का मासिक वेतन सात गुना हुआ, सीएम ने मासिक राशि खातो में डाली

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सीएम मोहन यादव मध्य प्रदेश

आज रविवार को मध्य प्रदेश के लोगो के लिए सरकर ने कुछ राहत दी हैं इस मौके पर पीएम नरेन्द्र मोदी ने सिंधिया परिवार के गढ़ ग्वालियर के एयर टर्मिनल का वर्चुअल शुभारंभ भी किया। यह शहर की य़ात्रा को अधिक सुगम बनाएगा शहर के इस एयर टर्मिनल को पांच सौ करोड़ की लागत से बनाया गया है। इसी मौके पर उपस्थित कार्यक्रम में पहली बार बने सीएम मोहन यादव ने मजदूरों की मजदूरी बढ़ाने का प्रशंसनिया फैसला लिया साथ ही मजदूरी छोड़ने वाले मजदूरों को भी संबल योजना में शामिल करने की बात भी कहीं हैं। इस योजना के ज़रिए निःशुल्क शिक्षा भी उपलब्ध कराई जाती है। मध्यप्रदेश की यह योजना देश के सभी राज्यों के लिए अनुकरणीय है।

मजदूरों की मजदूरी में भारी वृद्धि!

आपको बता दें कि, आज एमपी के ग्वालियर में पीएम मोदी ने वीसी के माध्यम से राजमाता विजयाराजे सिंधिया, ग्वालियर एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया हैं। वही इस शुभ अवसर पर सीएम डॉ. मोहन यादव ने ग्वालियर में मुख्‍यमंत्री जनकल्‍याण (संबल 2.0) योजना अंतर्गत 30,591 मध्यप्रदेश के श्रमिक परिवारों के खाते में ₹678 करोड़ की अनुग्रह सहायता राशि का अंतरण सिंगल क्लिक के माध्यम से किया हैं।

इस प्रोग्राम में ही मध्यप्रदेश में 256 विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया गया हैं। इस प्रोग्राम को सफल बनाते हुए अपने संबोधन में सीएम यादव ने विभिन्न वर्गों के मजदूरों की मजदूरी बढ़ाने की भी लाभकारी घोषणा की। वही मोहन यादव ने बोला कि पार्टी टाइम काम करने वाले और मजदूरी छोड़ने वाले मजदूरों को भी संबल योजना में शामिल करेंगे।

सीएम मोहन यादव ने आंगे कहा कि पहले अकुशल मजदूरों की मासिक मजदूरी 1625 थी उसे बढ़ाकर 11 हजार 450 रुपये की जा रही है। अर्द्धकुशल मजदूरों की की मासिक मजदूरी 1 हजार 764 से 12 हजार 446 रुपये, खेतिहर मजदूर की मजदूरी 1 हजार 396 रुपये से 9 हजार 60 रुपये की जाएगी।

अनुग्रह सहायता योजना की राशि जारी!

आज ग्वालियर में सीएम डॉ. मोहन यादव ने मुख्यमंत्री जनकल्याण (संबल 2.0) योजना में आने वाली अनुग्रह सहायता योजना की राशि जारी भी की है। इसके तहत प्रदेश के 30 हजार 591 प्रकरणों में सहायता राशि 678 करोड़ रू सिंगल क्लिक से हितग्राहियों के खातो में डाली गई हैं। मप्र भवन संनिर्माण कर्मकार मण्डल, संबल योजना और मप्र श्रम कल्याण मण्डल की योजनाओं के हितग्राहियों को भी हितलाभ वितरित किये गए। आपको बता दे कि प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2018 में प्रारंभ संबल योजना में अब तक कुल 5 लाख 25 हजार से अधिक प्रकरणों में 4 हजार 900 करोड़ रुपए से अधिक के हितलाभ वितरित किये जा चुके है।

मध्य प्रदेश वन संनिर्माण कर्मकार मण्डल द्वारा निर्माण श्रमिकों और उनके परिवार के 41 लाख 35 हजार व्यक्तियों को आयुष्मान योजना से जोड़ा जा चुका है।प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के 17 लाख से अधिक पंजीकृत निर्माण श्रमिकों और उनके परिवार के लिये मंडल के माध्यम से 19 योजनाएं संचालित हैं।

इनमें से अनुग्रह सहायता योजना के अंतर्गत निर्माण श्रमिकों की मृत्यु होने पर तथा स्थायी एवं आंशिक अपंगता पर सहायता प्रदान की जाती है।म.प्र. श्रम कल्याण मण्डल द्वारा राज्य के संगठित क्षेत्र के लगभग 7 लाख श्रमिकों के हित में 7 योजनाओं का संचालन किया जा रहा है, जिसमें विवाह सहायता, कल्याणी सहायता, छात्रवृत्ति, अंत्येष्टि सहायता, उत्तम श्रमिक एवं श्रमिक साहित्य पुरूस्कार योजनाएं प्रमुख है।

क्या है एमपी की संबल योजना, किस तरह मिलता है लाभ!

संबल योजना मध्य प्रदेश में लाखों श्रमिकों परिवारो के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण योजना है, जिसमें सरकारी अनुग्रह सहायता योजना के अंतर्गत दुघर्टना में मृत्यु होने पर 4 लाख रूपये एवं सामान्य मृत्यु होने पर 2 लाख रूपये राज्य सरकार देती हैं।

स्थायी विकलांगता पर 2 लाख रूपये, आंशिक स्थायी विकलांगता पर 1 लाख रूपये तथा अंतिम संस्कार सहायता के रूप में 5 हजार रूपये राज्य सरकार के ज़रिए प्रदान किये जाते हैं। संबल योजना में महिला श्रमिक को प्रसूति सहायता के रूप में राज्य सरकार के ज़रिये 16 हजार रूपये दिये जाते हैं। श्रमिक परिवारो के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा भी उपलब्ध कराई जाती है। मध्यप्रदेश की यह योजना देश के सभी राज्यों के लिए अनुकरणीय है।

मध्य प्रदेश वन संनिर्माण कर्मकार मण्डल द्वारा निर्माण श्रमिकों और उनके परिवार के 41 लाख 35 हजार व्यक्तियों को आयुष्मान योजना से भी पहले ही जोड़ा गया है। प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के 17 लाख से अधिक पंजीकृत निर्माण श्रमिकों और उनके परिवार के लिये मंडल के माध्यम से 19 योजनाएं संचालित हैं।

इनमें से अनुग्रह सहायता योजना के अंतर्गत निर्माण श्रमिकों परिवारो की मृत्यु होने पर तथा स्थायी एवं आंशिक विकलांगता पर सहायता प्रदान की जाती है। म.प्र. श्रम कल्याण मण्डल द्वारा राज्य के संगठित क्षेत्र के लगभग 7 लाख श्रमिकों के हित में 7 योजनाओं का संचालन किया जा रहा है, जिसमें विवाह सहायता, कल्याणी सहायता, छात्रवृत्ति, अंत्येष्टि सहायता, उत्तम श्रमिक एवं श्रमिक साहित्य पुरूस्कार योजनाएं प्रमुख है।

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