History Of Jabalpur: जबलपुर जिले में गोंड राजाओं के नाम पर बसे गाँव

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एक पहाड़ी पर मदन महल का किला स्थित है, जो लगभग 1100 ई. में राजा मदन सिंह द्वारा बनवाया गया एक पुराना गोंड किला है जिसका निर्माण सामरिक उद्देश्य से किया गया था. इसमें आवासीय व्यवस्था नहीं थी । इसके ठीक पश्चिम में गढ़ है, जो 14वीं शताब्दी के चार स्वतंत्र गोंड राज्यों का प्रमुख नगर था। भेड़ाघाट, ग्वारीघाट और जबलपुर से प्राप्त जीवाश्मों से संकेत मिलता है कि यह प्रागैतिहासिक काल के पुरापाषाण युग के मनुष्य का निवास स्थान था। मदन महल, नगर में स्थित कई ताल और गोंड राजाओं द्वारा बनवाए गए कई मंदिर इस स्थान की प्राचीन महिमा की जानकारी देते हैं। इस क्षेत्र में कई बौद्ध, हिन्दू और जैन भग्नावशेष भी हैं। कहते है कि जबलपुर में स्थ‍ित 52 प्राचीन ताल तलेैयों ने यहाँ की पहचान को बढाया, इनमें से अब कुछ ही तालाब शेष बचे हैं परन्तु उन प्राचीन ताल तलैयों के नाम अभी तक प्रचलित हैं। जिनमें से कुछ निम्न हैं; अधारताल, रानीताल, चेरीताल, हनुमानताल, फूटाताल, मढाताल, हाथीताल, सूपाताल, देवताल, कोलाताल, बघाताल, ठाकुरताल, गुलौआ ताल, माढोताल, मठाताल, सुआताल, खम्बताल, गोकलपुर तालाब, शाहीतालाब, महानद्दा तालाब, उखरी तालाब, कदम तलैया, भानतलैया, श्रीनाथ की तलैया, तिलकभूमि तलैया, बैनीसिंह की तलैया, तीनतलैया, लोको तलैया, ककरैया तलैया, जूडीतलैया, गंगासागर, संग्रामसागर। जबलपुर भेड़ाघाट मार्ग पर स्थित त्रिपुर सुंदरी मंदिर, हथियागढ़ संस्कृत के कवि राजशेखर से सम्बंधित है।

सत्यता का प्रमाणीकरन के लिए टिप्पणी-उपर्युक्त सूचियों निम्नलिखित स्थानों से ली गई हैं।

गढ़ेशनृपवर्णनम् जी. व्ही. भावे, नागपुर, यूनिवर्सिटी जर्नल नं. 6, 1946, पृष्ठ 181-201 इसमें शासनावधि दी गई है। स्लीमेन, कनिंघम, वार्ड

जर्नल ऑफ एशियाटिक सोसायटी ऑफ बंगाल, नं. 6, अगस्त 1837, पृष्ठ 621-47 आर्किलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया रिपोर्ट, 17, 1881-82, पृष्ठ 47-54 इसमें शासनावधि स्लीमेन से ली गई है।

रिपोर्ट आन दि लैंड रेवेन्यू सेटलमेंट ऑफ दि मण्डला डिस्ट्रिक्ट, 1868-69, पृष्ठ 15-19, इसमें शासनारोहण के वर्ष दिए गए हैं।

264 / गढ़ा का गोंड राज्य

जबलपुर जिले में गोंड राजाओं के नाम पर बसे गाँव -

सूरतलाई -महाराजा सूर्यभानु सिह ( 387 AD to 416) के (गढ़ा राजवंश क्र.8 नाम पर। 

रामनगर (नर्मदा तट पर) रामसिह (573 AD- 586 AD) (गढ़ा राजवंश क्र.13 के नाम पर ।

गोपालपुर - नर्मदा तट पर राजा गोपालसिह ( 434 AD- 476) गढ़ा राजवंश क्र.10 के नाम पर ।

रमनगर - राजा रामचंद्र  ( 895 AD-916) गढ़ा राजवंश क्र.25 के नाम पर ।

करनपुरा (कुंडम)- राजा करन ( 916 AD- 932 AD) गढ़ा राजवंश क्र.26 के नाम पर ।

करनबेल (तेवर) - राजा करन (916 AD- 932 AD) गढ़ा राजवंश क्र.26 के नाम पर ।

रामपुर (मदन महल)-महाराजा राम सिह ( 895 AD- 916) गढ़ा राजवंश क्र.25 के नाम पर ।

भरतीपुर -महाराजा भारती चन्द्र ( 1097 AD- 1129 AD) गढ़ा राजवंश क्र.33 के नाम पर ।

मदना - महाराजा मदन सिह ( 1129 AD- 1149 AD) गढ़ा राजवंश क्र.34 के नाम पर ।

भानपुरा (कुण्डम)-महाराजा भानु मित्र ( 1263 AD- 1279 AD) गढ़ा राजवंश क्र.39 के नाम पर ।

रयपुरा -महाराजा राय सिह ( 1362 AD- 1403 AD) गढ़ा राजवंश क्र.44 के नाम पर।

गोरखपुर -राजा गोरक्ष दास ( 1440 AD- 1486) गढ़ा राजवंश क्र.46 के नाम पर ।

अमनपुर - राजाधिराज श्री संग्रामसहि ( 1482 AD- 1532) गढ़ा राजवंश क्र.48 के नाम पर ।

दलपतपुर(चौकीताल) - राजा दलपति सहि ( 1532 AD- 1550 AD) गढ़ा राजवंश क्र.49 के नाम पर ।

दलसा पिपरिया(कुलौन) -राजा दलपति सहि (गढ़ा राजवंश क्र.49)के नाम पर ।

कल्याणपुर (कुंडम)- इमलई के राजा कल्याण सिह के नाम पर ।

कल्याणपुर (पडवार)- इमलई के राजा कल्याण सिह के नाम पर ।

क्लंगागढ़ - चौरागढ़ के युद्ध के वीर योद्धा कलंग सिह के नाम पर ।

कुन्दवारा- अमर शहीद ठाकुर कुंदन सिह के नाम पर !

गौरी- गढ़ा की राजमाता गवरी के नाम पर। 

ग्वारीघाट - सक्तु गोंड़ की ग्वारी के पास बसा गाँव ।

गढ़ा - मध्य गोंडवाना की राजधानी गढ़ा कटंगा ।

गोकलपुर - रानी दुर्गावती के सैनिक के नाम पर ।

छत्तरपुर - राजा छत्तर सिह ( 1703 AD- 1710 AD) गढ़ा राजवंश क्र.55 के नाम पर । 

देवनगर - राजा ह्र्दयनारायण देव ( 1671 AD- 1703 AD) गढ़ा राजवंश क्र.54 के नाम पर ।

नारायणपुर -अमर शहीद ठाकुर कुंदन सिह  के पितामह नारायण सिह के  नाम पर ।

निरंदपुर - राजा नरेन्द्र सिह (गढ़ा राजवंश क्र.57)के नाम पर ।

प्रेमनगर - महाराजा प्रेम नारायण देव (गढ़ा राजवंश क्र.53)के नाम पर ।

पुरवा-1857 की क्रांति के नायक अमर शहीद राजा शंकर शाह (गढ़ा राजवंश क्र.64 का गढ़ा पुरवा ।

बदनपुर -रानी दुर्गावती के विश्वासघातती सैनिक बदन सिह के नाम पर ।

बुढागढ़- राजा ह्र्दयनारायण देव के सामंत बुढान साह के नाम पर ।

महाराजपुर(गढ़ा) - राजा महाराज  (गढ़ा राजवंश क्र.58)के नाम पर ।

महाराजपुर(सुहागी ) - राजा महाराज  (गढ़ा राजवंश क्र.58)के नाम पर ।

माडोताल - माडोगढ़ के बज बहादुर पर जीत की ख़ुशी पर खुदा ताल एवं बसा गाँव ।

रानीताल(कटाव ) - रानी रानी दुर्गावती के नाम पर ।

रानीताल(गोसलपुर) - रानी रानी दुर्गावती के नाम पर ।

रानीपुर (गढ़ा के पास ) - रानी रानी दुर्गावती के नाम पर ।

रानीपुर (पडवार  के पास ) - रानी रानी दुर्गावती के नाम पर ।

बिशनपुरा(खान्धिया के पास ) -  इमलई के राजा विश्वनाथ  सिह के नाम पर ।

बिशनपुरा(मोहनी  के पास ) -  इमलई के राजा विश्वनाथ  सिह के नाम पर ।

संग्रामपुर - महाराजाधिराज श्री संग्राम सहि (गढ़ा राजवंश क्र.48) के नाम पर ।

ह्रदयनगर (बुढागढ़)-राजा ह्र्दयनारायण देव (गढ़ा राजवंश क्र.54)के नाम पर ।

अधारताल - रानी रानी दुर्गावती के मंत्री अधारसिह के नाम पर ताल एवं गाँव  ।

ठाकुरतलैया -रानी रानी दुर्गावती के मंत्री प्रोहित महेश ठाकुर  ताल एवं गाँव ।

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