दर्दनाक हादसा! वैज्ञानिक ने 8 साल की बेटी का ब्लेड से रेता गला, फिर चाकू मारकर किया सुसाइड

Haryana-Daughter's-Throat-Cut-With-Surgical-Blade-In-Haryana

Haryana Daughter's Throat Cut With Surgical Blade In Haryana: हरियाणा के हिसार से मासूम बेटी की हत्या और आत्महत्या का दिल दहलाने वाली घटना सामने आयी है. एक वैज्ञानिक ने अपनी मासूम आठ वर्षीय बेटी की दर्दनाक तरीके से गला काटकर हत्या कर दी हैं. फिर वैज्ञानिक ने खुद ही आत्महत्या कर ली हैं. घटना की जानकारी मिलते ही तुरंत पुलिस भी मौके पर पहुंची. और मृत शरीर के स्थल पर मोबाइल फोरेंसिक साइंस यूनिट  की बारीकी से जांच की. पुलिस इस घटना के पीछे के कारणो का पता लगाने की जांच में लगी हुई है, पुलिस ने आसपास के लोगों से भी पूछताछ की है.

स्कूटी से बेटी के साथ कुछ दूर तक घूमने का कहकर गया!

हिसार में स्थित लाला लाजपत राय यूनिवर्सिटी ऑफ वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज में रविवार शाम को साइंटिस्ट और उसकी बेटी के शव मिले. साइंटिस्ट अपनी पत्नी को बताकर गया था कि वो स्कूटी से बेटी के साथ कुछ दूर तक घूमने जा रहे है. लेकिन अधिक देर तक जब वो अपने क्वार्टर पर वापस नहीं लौटे तो उनकी पत्नी यूनिवर्सिटी कैंपस में उन्हें खोजने के लिए गई. इस दौरान साइंटिस्ट संदीप की स्कूटी डिपार्टमेंट ऑफ वेटरनरी सर्जरी और रेडियोलॉजी ऑफिस के बाहर खड़ी दिखाई दी. तो पत्नी ने ऑफिस में जाकर देखा तो कुंडी अंदर से बंद थी. 

खून से लथपथ हालत में मिले बाप-बेटी!

भारतीय साइंटिस्ट संदीप की पत्नी ने सिक्योरिटी गार्ड को कुंडी बंद होने की सूचना तुरंत दी. जिसके बाद सिक्योरिटी गार्ड ने गेट खोलने का प्रयास भी किया लेकिन जब प्रय़ास करने के बाद भी गेट नहीं खुला तो पुलिस को इस घटना की सूचना दी गई. पुलिस तुरंत घटना स्थल पर पहुंची तो देखा कि दोनों बाप-बेटी खून से लथपथ हालत में मृत पड़े हुए थे. मामला अधिक गंभीर होने के चलते एसपी, डीसएपी और रजिस्ट्रार तुरंत मौके पर पहुंचे. मोबाइल फोरेंसिक साइंस यूनिट को भी जांच के लिए बुलाया गया. 

ऑफिस का दरवाजा तोड़ा गया!

जब दरबाजा नही टूटा तो इसके बाद आसपास के लोंगों से दरबाजा तोड़ने को कहा और मदद से दरवाजा तोड़ा तो दोनों बाप-बेटी खून से लथपथ शव मृत हालात में पड़ी हुई थी। बेटी का गला कटा हुआ था और पेट से आंतड़ी निकली हुई थी। डा. संदीप के पेट और हाथ की नसें कटी हुई थी। इस वक्त तक दोनों की मौत हो चुकी थी।

डिप्रेशन का था शिकार!

एएसपी राजेश मोहन ने जानकारी देते हुए बताया कि घटनास्थल को सील कर दिया है और शवों को अस्पताल भेज दिया है। परिजनों से पूछताछ में पता चला है कि डा. संदीप मानसिक रूप से बीमार थे। वह डिप्रेशन के शिकार थे। उनका इलाज चल रहा था। वह ठीक नहीं हो रहे थे, इसलिए उन्होंने कई डॉक्टर भी बदले। अभी मामले के बारे में इनपुट जुटाए जा रहे है।

2016 में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर तैनात हुए थे संदीप गोयल!

मृतक साइंटिस्ट संदीप गोयल साल 2016 में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर हिसार में भर्ती हुए थे. वे नरवाना के रहने वाले थे और लाला लाजपत राय यूनिवर्सिटी के ही सरकारी क्वार्टर में अपनी पत्नी के साथ रहते थे. हिसार के एएसपी राजेश मोहन ने जानकारी देते हुए बोला कि लोगों से पूछताछ की जा रही है. आसपास के लोगों के साथ-साथ मृतक के परिवार से भी पूछताछ की जा रही है. साइंटिस्ट के सहयोगियों ने बताया कि उनका एक मनोचिकित्सक द्वारा इलाज चल रहा था वे लंबे समय से अवसाद में चल रहे थे. 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ