देश की पहली 120 फीट अंडर वाटर मेट्रो टनल का PM मोदी ने किया उद्घाटन, मेट्रो टनल की मुख्य बातें क्या हैं? जानें

India’s-First-Under-Water-Metro-Tunnel-Inauguration

India’s First Under Water Metro Tunnel Inauguration: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज य़ानी 6 मार्च को कोलकाता में भारत की इतिहासिकपहली अंडर वाटर मेट्रो टनल का उद्घाटन किया। यह टनल हुगली नदी में बनाया गया है। इस दौरान पीएम मोदी ने देश भर में कई प्रमुख मेट्रो और रैपिड ट्रांजिट परियोजनाओं का भी लोकार्पण अपने हाथों से लोकार्पण किया। इसे शहरी गतिशीलता और कनेक्टिविटी को बढ़ाने की दिशा में एक एतिहाशिक कदम माना जा रहा है। ग्रीन लाइन का 4.8 किमी लंबा हावड़ा मैदान-एस्प्लेनेड खंड पहली अंडर-रिवर परिवहन सुरंग होगी। हावड़ा मेट्रो स्टेशन भारत का सबसे गहरा(ज़मीन से नीचे) मेट्रो स्टेशन है।

ब्रिटिश इंजीनियर ने 100 साल पहले कोलकाता में पानी के नीचे रेलवे लाइन का सपना देखा था!

आपको जानकारी के लिए बता दें कि ब्रटिश काल में भारत में जन्मे एक ब्रिटिश इंजीनियर ने आज से करीब 100 साल पहले कोलकाता और हावड़ा के बीच पानी के नीचे रेलवे लाइन का सपना देखा था, जो आज पूरा हुआ है। उस इंजीनियर का नाम है- सर हार्ले डेलरिम्पल-हे (Sir Harley Dalrymple-Hay)। उनका जन्म बीरभूम में हुआ था। उन्होंने 1921 में कोलकाता में पानी के नीचे रेलवे लाइन का प्रारुप बनाया था। मेट्रो टनल पर प्रस्तुति के दौरान उनका नाम भी प्रदर्शित किया गया है। बताया जाता है कि सुरंग नदी के तल से 13 मीटर नीचे और जमीन की सतह से 37 मीटर यानी 120 फीट से नीचे है। नदी में चार बोरहोल किए गए थे।

अंडर वाटर मेट्रो टनल की मुख्य बातें क्या हैं?

➡️ टनल की लंबाई करीब 520 मीटर और ऊंचाई 6 मीटर है।

➡️ यह टनल नदी से अगले 100 सालों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है।

➡️ देश की पहली मेट्रो है, नदी के नीचे चलाई जाएगी।

➡️ हावड़ा से एस्प्लेनेड रोड तक की कुल दूरी 4.8 किलोमीटर है।

➡️ टनल से 45 सेकंड में मेट्रो गुजर जाएगी।

➡️ टनल का निर्माण हुगली नदी पर बनाया गया है।

भारत की पहली परिवहन सुरंग कौन-सी है?

कोलकाता मेट्रो विस्तार में हावड़ा मैदान-एस्प्लेनेड मेट्रो खंड शामिल है, जो नदी के 120 फीट नीचे से गुजरने वाली भारत की पहली परिवहन सुरंग का दर्जा अपने नाम कर लिया है। यह देश के आधुनिक परिवहन बुनियादी ढांचे के विकास में अति महत्वपूर्ण साबित होगी। यह खंड न केवल इसके निर्माण में शामिल तकनीकी कौशल को प्रदर्शित करता है, बल्कि कोलकाता शहर के दो व्यस्त क्षेत्रों को जोड़ने, शहर के सार्वजनिक परिवहन नेटवर्क की दक्षता और पहुंच में व्रद्धी के रणनीतिक महत्व पर भी प्रकाश डालता है। पानी के अंदर मेट्रो के अलावा, प्रधानमंत्री कवि सुभाष-हेमंत मुखोपाध्याय मेट्रो खंड और तारातला-माजेरहाट मेट्रो खंड का भी उद्घाटन करेंगे, जो जोका-एस्प्लेनेड लाइन का हिस्सा है। माजेरहाट मेट्रो स्टेशन रेलवे लाइनों, प्लेटफार्मों और एक नहर तक फैला हुआ ऊंचा स्टेशन है, जो शहरी गतिशीलता में सुधार के विजन को प्रदर्शित करता है।

उद्घाटन समारोह कोलकाता तक ही सीमित नहीं, कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को हरी झंडी! 

उद्घाटन समारोह कोलकाता तक ही सीमित नहीं रहेगा। पीएम मोदी ने देश भर में कई अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं को भी हरी झंडी दिखाई, जिनमें रूबी हॉल क्लिनिक से रामवाड़ी तक पुणे मेट्रो का विस्तार, एसएन जंक्शन मेट्रो स्टेशन से त्रिपुनिथुरा मेट्रो स्टेशन तक कोच्चि मेट्रो रेल चरण I एक्सटेंशन, ताज ईस्ट गेट से मनकामेश्वर तक आगरा मेट्रो का विस्तार और दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडो के दुहाई-मोदीनगर (उत्तर) खंड शामिल हैं। इनमें से प्रत्येक परियोजना को सड़क में भीड़ को कम करने और निर्बाध व आरामदायक कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ