अहमदनगर का नाम अब 'पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी नगर'

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महाराष्ट्र में अहमद नगर के नाम बदलने के साथ साथ शिन्दे कैबिनेट में लिए गए फैसलों में जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में महाराष्ट्र भवन बनाने के लिए 2.5 एकड़ जमीन खरीदने का फैसला भी शामिल है।

महाराष्ट्र में अहमदनगर जिले का नाम बदल गया

◆  अहमदनगर का नाम अब ‘पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी नगर’ होगा

◆ महाराष्ट्र कैबिनेट में मिली मंजूरी

महाराष्ट्र में बनी नयी सरकार ने आज यानि बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक में कई बड़े अहम फैसले लिए हैं। आज हुई बेठक में शिंदे कैबिनेट ने अहमदगनर जिले का नाम का परिवर्तन कर अहिल्या नगर कर दिया है। इसके साथ ही महाराष्ट्र कैबिनेट ने आठ और मुंबई रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने का फैसला लिया है। वही महाराष्ट्र कैबिनेट ने फैसला किया है कि ब्रिटिश काल के नाम वाले स्टेशनों के नाम भी बदल दिए जाएंगे। इसके साथ ही कैबिनेट ने उत्तान (भायंदर) और विरार (पालघर) के बीच समुद्री लिंक बनाने को भी मंजूरी दे दी है। कैबिनेट में लिए गए फैसलों में जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में महाराष्ट्र भवन बनाने के लिए 2.5 एकड़ जमीन खरीदने का केबिनेट सर्वसम्मति का फैसला भी शामिल है। इसके लिए बजट प्रस्ताव महाराष्ट्र विधानसभा के पिछले बजट सत्र में राज्य के बजट में पहले ही किया जा चुका था।

महाराष्ट्र में स्थानीय नागरिक के ज़रिये अहमदनगर का नाम बदलने की मांग लंबे समय से चल रही थी। साल 2022 में भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर ने तत्कालीन सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर जिले का नाम बदलकर “अहिल्यानगर” करने की मांग की थी। उन्होंने पत्र में कहा था कि अहमदनगर रानी अहिल्यादेवी होलकर का जन्म स्थान है। इसलिए अहमदनगर शहर का नाम बदलकर अहिल्यानगर करना रानी अहिल्या देवी होलकर का सम्मान करने जैसा है। मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में पडलकर ने यह भी लिखा था कि यह सिर्फ उनकी मांग नहीं हैं, बल्कि लोगों की भावना है कि अहमदनगर का नाम अहिल्यानगर हो। उन्होंने आंगे कहा कि जब मुगल सैनिक हिंदू मंदिर गिरा रहे थे, तब अहिल्यादेवी होलकर ने उनका पुनर्निर्माण कराकर हिंदू संस्कृति को बचाया था। इसलिए वह हर हिंदू के लिए आदर्श हैं। 

इससे पहले शिंदे सरकार ने औरंगाबाद और उस्मानाबाद शहरों का नाम बदलकर क्रमश: छत्रपति संभाजीनगर और धाराशिव कर दिया था। एमवीए सरकार की पिछली कैबिनेट बैठक में औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर कर दिया गया था, लेकिन शिंदे सरकार ने इसमें 'छत्रपति' शब्द जोड़ा था।

आपको बता दें की जून में तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर, भाजपा नेता गोपीचंद पाडलकर ने नाम बदलने की मांग की थी। पत्र में मुख्य रुप से यह कहा गया था कि अहिल्याबाई होल्कर का जन्म अहमदनगर के चौंडी गांव में हुआ था और उनका "अहमदनगर कनेक्शन" था, इसलिए शहर का नाम उनके नाम पर किया जाना चाहिए। अहमदनगर महाराष्ट्र के पश्चिमी क्षेत्र में स्थित है।

जिले की आधिकारिक वेबसाइट की अधिकारिक वेबसाईट के अनुसार, यह 240 ईसा पूर्व से शुरू होने वाले कुछ प्रमुख साम्राज्यों का अंग रहा है। अहमदनगर को एक समय निजामशाही के नाम से भी जाना जाता था। 1486 में मलिक अहमद निजाम शाह बहमनी सल्तनत के प्रधानमंत्री बने और 1494 में उसने एक शहर की नींव रखी जिसका नाम उसने अपने नाम पर रखाः था अहमदनगर।

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