March Closing: मार्च क्लोज़िंग से पहले बड़ी टेलीकॉम कंपनी की 10 मिनट की वीडियो कॉल मीटिंग, निकाला 400 कर्मचारियों को, वर्षो की महनत मात्र 10 मिनिट में खत्म

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बेल कंपनी ने 10 मिनट का वीडियो कॉल मीटिंग करके अपने 400 से ज्यादा एम्प्लॉयीज को नौकरी से अचानक निकाल दिया है। इनमें कई ऐसे कर्मचारी भी अगला जो कंपनी के साथ सालों से जुड़े थे। 

कनाडा के सबसे बड़े प्राइवेट सेक्टर यूनियन यूनिफॉर (Unifor) ने एक प्रेस रिलीज में एम्प्लॉयीज को नौकरी से निकाने जाने के तरीके की निंदा की 

दिग्गज टेलीकम्युनिकेशन्स कंपनी Bell ने अपने 400 से ज्यादा एम्प्लॉयीज को अचानक नौकरी से निकाल दिया है। इन कर्मचारियों को 10 मिनट की वीडियो कॉल मीटिंग में कंपनी के लिए 'सरप्लस' बता कर फायर कर दिया गया। इनमें कई ऐसे लोग भी हैं, जो बेल के साथ सालों से जुड़े हुए थे। कनाडा के सबसे बड़े प्राइवेट सेक्टर यूनियन यूनिफॉर (Unifor) ने एक प्रेस रिलीज में एम्प्लॉयीज को नौकरी से निकाने जाने के तरीके की निंदा की और इसे बेहद शर्मनाक बताया गया हैं। यूनिफॉर ने दावा किया कि एक मैनेजर ने अगला एम्प्लॉयीज या यूनियन प्रतिनिधियों को सवाल पूछने की पूछने की अनुमति दिए बगैर ही लेऑफ यानी छंटनी का नोटिस पढ़ दिया। यूनिफॉर के क्यूबेक डायरेक्टर डैनियल क्लॉटियर ने एक बयान में कहा, 'हमारे मेंबर्स जिन्होंने इस टेलीकॉम और मीडिया दिग्गज को सालों तक सेवा दी है, उन्हें पिंक स्लिप्स से पेमेंट किया जा रहा है।'

कंपनी ने दी सफाई टोरंटो स्टार को दिए एक बयान में कनाडा की बेल के कम्युनिकेशन्स डायरेक्ट एलेन मर्फी ने यूनिफॉर के दावों को गलत बताया हैं। मर्फी ने कहा कि कंपनी छंटनी प्रक्रिया के बारे में पांच सप्ताह से अधिक समय से यूनियन नेतृत्व के साथ पारदर्शी रहने के साथ ही जरूरी एग्रीमेंट्स के तहत अपने दायित्वों को भी पूरा किया है। मर्फी ने आंगे जानकारी दी कि नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों ने सिवियरेंस पैकेज पर बातचीत के लिए एचआर के साथ पर्सनल मीटिंग्स भी कीं थी।

कंपनी के फैसले की आलोचना बेल ने इसी साल फरवरी में 4,800 पदों को खत्म करने का ऐलान भी किया था और लेऑफ इसी का हिस्सा है। यह कंपनी की टोटल वर्कफोर्स का लगभग 9% है। टोरंटो स्टार की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी के सीईओ मर्को बिबिक ने जॉब कट को ऑर्गनाइजेशन को सरल बनाने और ट्रांसफॉर्मेशन में तेजी लाने के लिए जरूरी बताया गया हैं। हालांकि, कंपनी के इस फैसले की हर तरफ आलोचना भी हो रही है क्योंकि बेल ने साथ ही शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड पेआउट भी बढ़ा दिया है।

शेम ऑन बेल' कैंपेन की शुरुआत बेल और उसकी सहायक कंपनियों में 19,000 से अधिक कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करने वाले यूनिफॉर ने कहा कि फरवरी की घोषणा के बाद से मेंबर्स को मीटिंग के निमंत्रण से डर लगता है। यूनिफॉर की नैशनल प्रेसिडेंट लाना पायने ने कहा कि सच्चाई यह है कि बेल ने कई तरह के निर्णय लिए हैं, ताकि वह बिना किसी ऐक्चुअल (वास्तविक) प्लान के अपना डिविडेंड पेआउट बढ़ा सके। यूनियन की प्रेस रिलीज के अनुसार, यूनिफॉर के मेंबर्स ने कटौती के विरोध में ओटावा में रैली की और संसदीय लेख सुनवाई को स्थगित करने के लिए बेल की आलोचना की। इस छंटनी के बारे में सवाल किया जाना था। यूनिफॉर ने इन टर्मिनेशन्स के जवाब में 'शेम ऑन बेल' कैंपेन भी शुरू किया है।

क्या करें जब अचानक चली जाए नौकरी और हो जाएं जॉबलेस ? ये टि्प्स हैं बहुत काम के!

जहां आजकल महनत करने के बाबजूद भी नौकरी जाने का खतरा लगातार लोगों के मन में बना रहता है, ऐसे में किसी को भी असमय नौकरी छूटने के बाद भी आर्थिक परेशानी न हो, इसके लिए यहां बताई गई बातों पर ध्यान दें तो आसानी होगी-

अपने खर्चों को सीमित करें और नया बजट आय के अनुसार  बनाएं-

ऐसे समय में जब आप अपनी नौकरी अचानक खो चुके हैं और नई नौकरी मिलने की संभावनाएं भी बेहद कम हैं तो जरूरी है कि आप अपने खर्चों पर लगाम लगाए. कहावत भी है कि पैर उतने ही फैलाएं जितनी चादर हो. ऐसे में जब आप की चादर सिकुड़ चुकी है तो पैर भी पीछें खींचें. ऐसे समय में अपने बजट में कमी करना न भूलें और एक नया बजट बनाएं ताकि भविष्य में आपको दिक्कत न हों.

प्रॉपर्टी बेचें, फैमिली या म्यूचल फंड से पैसा निकालें!

जब आपके पास पैसे की कमी हो तो भविष्य में काम आने वाली बैंक में जमा रकम अगर पूरी न पड़े तो अपनी किसी प्रॉपर्टी को बेचें. अगर म्यूचल फंड जैसी किसी योजना में इनवेस्ट आपने कर रखा है तो वहां से निकालें. फैमिली में भी अगर कोई ऐसा है जो आपकी मदद कर सकता है तो उनकी तऱफ भी मदद लेने से न हिचकिचाए और उनसे सहायता लें और भरोसा दिलाए के में ज़ल्द ही नयी नौकरी खोजलूँगा . अपने फिक्स डिपॉजिट ,पीपीएफ या गोल्ड पर भी आपको लोन मिल सकता है. इस बात पर ज़रूर ध्यान रखें

नौकरी खोने के बाद अपना बजट मैनेज करने के साथ आपको नई ज़ॉब भी ढूंढनी ही पड़ेगी लेकिन इसके लिए इन बातों का ध्यान रखना भी जरूरी है

सबसे पहले अपनी कंपनी में ही अप्लाई करें-

ऐसे समय में जब आपको किसी बड़े ग्रुप से निकाले जाने का नोटिस मिल चुका है तो कोशिश करें कि अपने बॉस को सबसे पहले तैयार करें कि आप अपनी परफार्मेंस में सुधार कर सकते हैं और आपको मौका मिलना चाहिए. अगर वो तैयार नहीं होते हैं तो नई जॉब के लिए तलाश के दौरान नई लोकेशन पर जाने के लिए भी तैयार रहें.

अपने रिज्यूमे को अपडेट करें-

अपनी कंपनी में प्रयास के बावजूद नई नौकरी न मिलने पर सबसे पहले अपने रिज्यूमे की तरफ देखें कि इसमें किस तरह के सुधार की जरूरत है. अपने रिज्यूमे को अपडेट करें साथ ही पूरी तैयारी के साथ नई नौकरी को पाने के लिए उतर पड़ें.

पुराने सगे संबधियों से मदद लें -

ओल्ड इज गोल्ड की कहावत भी काफी कही जाती है. ऐसे समय में आपके पुराने रिश्ते आपके काफी काम आ सकते हैं. आप अपने पुराने साथियों, टीचर्स और दोस्तों के साथ संपर्क में रहें. जरूरी नहीं कि ये लोग तुरंत ही मदद करें लेकिन देर सबेर कुछ नतीजा मिल सकता है.

पार्ट टाइम नौकरी का रास्ता चुनने में न हिचकें-

ऐसे समय में जब आपके पास कोई नौकरी न हो तो परेशान होना लाजिमी है लेकिन अगर ऐसे में आपको कुछ ऐसी नौकरी भी मिल सकती हैं जो आपकी क्षमताओं के अनुरूप नहीं होगी. ऐसी नौकरी अगर न करना चाहें तो पार्ट टाइम नौकरी करनें में कोई हिचकिचाहट न रखें. आप ट्यूशन कर सकते हैं, लिखने का शौक है तो किताबें लिख सकते हैं. पार्ट टाइम टीचिंग की जॉब भी बुरी नही हैं.

अपनी कमियों की तरफ देखें खुद में सुधार करें-

ऐसा समय हमें खुद की ओर निहारने का वक्त देता है. इस समय में हमें अपनी कमियों की तरफ गंभीरता से देखना चाहिए और कोशिश करनी चाहिए कि अपनी स्किल्स को हम और ज्यादा बेहतर कर सकें

इस दौरान ये काम बिल्कुल भी न करें -

तनाव और डिप्रेशन से बचें-

ऐसे समय में ज्यादा तनाव लेने से बचें. तनाव आपकी परफार्मेंस पर असर डाल सकता है. ऐसे में तनाव से बचें और धैर्य से काम लें. इस समय में पूरा फोकस जॉब पाने की तरफ होना चाहिए.

क्रेडिटर्स को भरोसे में लें-

अपने क्रेडिटर्स से बिल्कुल भी छिपने की कोशिश न करें. अगर आपके ऊपर बैंक का लोन है तो उस बैंक के लोगों से मिलें. उनके बीच अपनी बात रखें. बैंक वाले भी आपकी इस ईमानदारी से खुश होगें.

जल्दबाजी में फैसला लेने से बचें-

जल्दबाजी में कोई फैसला न करें. अगर परेशान होकर आप जल्दबाजी में कोई ऐसी जॉब हासिल कर लेते हैं जो आपके भविष्य के लिए नुकसानदेह रही तो ये बेरोजगार होने से ज्यादा बड़ा नुकसान होगा. इसलिए जल्दबाजी में कोई भी फैसला करने से बचें.

अपने पुराने संगठन की बुराई करने से बचें -

बेशक आप अपनी नौकरी गवां चुके होंगें लेकिन ऐसे में अपने पुराने संगठन या बॉस की बुराई करने से बचें. ऐसा करने से आपको नई नौकरी मिलने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. हर कंपनी एक वफादार कर्मचारी की तलाश में रहती है और इस बात की जरा सी भी भनक अगर किसी संगठन को मिल गई तो आपके नई नौकरी मिलने की राह कठिन हो जाएगी. अक्सर लोग हताशा में सोशल मीडिया पर अपने पूर्व एंप्लॉयर की आलोचना करने लगते हैं जो उनके लिए नई नौकरी पाने की राह में निगेटिव भी साबित हो सकता है.

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