UP Politics: सपा से नाता तोड़ पल्लवी पटेल ने ओवैसी से मिलाया हाथ, क्या सपा के वोट बैंक में ही होगी सेंध मारी?

सपा से नाता तोड़ पल्लवी पटेल ने ओवैसी से मिलाया हाथ, क्या सपा के वोट बैंक में ही होगी सेंध मारी?


अपना दल कमेरावादी की नेता पल्लवी पटेल (Pallavi Patel) ने सपा से दूरी बनाते हुए असुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की पार्टी AIMIM से हाथ मिला लिया है. आज दोपहर वह इसकी गठबंधन की घोषणा करेंगी.

लखनऊः अपना दल (क) और समाजवादी पार्टी की बीच की दूरी अब और बढ़ गई है. क्योंकि उत्तर प्रदेश में पार्टी की नेता पल्लवी पटेल ने अब लोक सभा का चुनाव एक नए मोर्चे के साथ लड़ने का अहम फैसला किया है, जिसकी औपचारिक घोषणा आज की जाएगी. पल्लवी पटेल ने एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी के साथ गठबंधन बनाया है. इसके अलावा एआईएमआईएम कई और दलों को भी शामिल किया जाएगा. ऐसे में सब होने वाले चुनाव में वोट काट कर सपा के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते है क्योंकि पल्लवी सपा के ही वोट बैंक में सेंध मारी करेंगी. आज दोनों ही पार्टियों की ओर से इसकी विधिवत घोषणा की जा सकती है.

राज्य सभा चुनाव में पैदा हुए मनमुटाव अब पूरी तरह से लोगो के सामने आ गए है. अपना दल कामेरावादी नेता पल्लवी पटेल अब सपा से अलग चुनाव लड़ने का फैसला करते हुए अखिलेश यादव के पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक' पीडीए अभियान के जवाब में पिछड़ा, दलित और मुस्लिम' का गठबंधन तैयार कर रही है. यही वजह है कि पल्लवी पटेल की पार्टी अपना दल (कमेरावादी) व ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन किया है. तीन दिन पूर्व दोनो नेताओं की हैदराबाद में मुलाकात भी हुई थी. आज ओवैसी लखनऊ आ रहे है, जहां वो पल्लवी पटेल के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का औपचारिक ऐलान करेंगे.

अपना दल और सपा में ऐसे हुआ मनमुटाव! 

दरअसल, पल्लवी पटेल और समाजवादी पार्टी के बीच की दूरी राज्य सभा चुनाव के दौरान देखने को मिली थी. उन्होंने जया प्रदा और आलोक रंजन को राज्य सभा का उम्मीदवार व पीडीए को नजर अंदाज करने का अखिलेश पर आरोप लगाया था. पल्लवी ने इस बात को लेकर अखिलेश यादव से नाराजगी भी जाहिर की थी. हालांकि बाद में उन्होंने सपा के ही प्रत्याशियों को वोट किया था. वहीं बाद में उन्होंने खुद की पार्टी की ओर से तीन सीटों मिर्जापुर, फूलपुर व कौशांबी पर प्रत्यासी घोषित कर दिए थे, जिसके एक दिन बाद ही सपा ने भी मिर्जापुर सीट पर प्रत्यासी घोषित कर पल्लवी पटेल को बैकफुट पर ला दिया था. इस पर अपना दल कमेरावादी को अपनी लिस्ट वापस लेनी पड़ी थी. अब पल्लवी ने समाजवादी पार्टी और इंडिया गठबंधन से अलग होने का फैसला कर लिया है.

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