मध्यप्रदेश से चोरी की एक अनोखी घटना सामने आयी हैं ज़िसमें इंदौर में चोरों का एक और हैरान करने वाला नया कारनामा सामने आया है। चोरी की करने में तो असफल हुए लेकिन जो CCTV फुटेज पुलिस अफसरों ने देखे तो दांत तले अंगुलियां दबाना पड़ गई। यह घटनाक्रम गुरुवार तड़के 3.30 बजे का है। तीन चोर वारदात करने के लिए वकायदाअपने साथ टैंट का पर्दा लाए थे।
यह मामला मध्यप्रदेश के इन्दोर शहर के कनाड़िया रोड की एक ज्वेलरी शॉप का है। यहां शातिर बदमाशों ने नय़ा पेंतरा अपना कर गहने चुराने की कोशिश की। इलाके में चोर गैंग का जो वीडियो सामने आया है, उसमें तीन लोग दिखाई दे रहे हैं। दो लोग शॉप के बाहर टैंट का पर्दा अड़ाकर खड़े हो जाते हैं। ताकि लोगों को ऐसा लगे कि किसी कार्यक्रम के लिए टैंट लगाने आए हों।
उनका तीसरा साथी उसी दौरान पर्दे की दूसरी साइड बैठकर गैस कटर से शॉप का ताला काटते दिखाई दे रहा है। हालांकि, गनीमत रही कि दुकान में लगा अलार्म लगा था। उसके समय पर बजने के चलते चोरों को मौके से खाली हाथ ही भागना पड़ा। दुकानदार के पास भी तत्काल अलर्ट मैसेज पहुंच गया। पुलिस ने सीसीटीवी जब्त कर दुकानदार से शिकायती आवेदन लिया है।
तेजस जायसवाल की ज्वेलरी शॉप!
कनाडिया मेन रोड के संविद नगर में तेजस जायसवाल की कुबेर ज्वेलर के नाम से शॉप में यह वारदात हुई।
चार स्लाइड में समझिए वारदात का तरीका...
दृश्य - 1 : एक बदमाश कनात लेकर आया और काफी देर दुकान के सामने खड़ा रहा।
दृश्य -2 : थोड़ी देर में दो साथी और आ गए। फिर तीनों ने शटर के सामने कनात लगा दी।
दृश्य - 3 : दो बदमाश कनात अड़ाकर खड़े हुए। तीसरा कटर से ताला काटने लगा।
दृश्य-4 : अलार्म बजने के बाद बदमाशों का चौथा साथी भी कहीं से आ गया। सभी भाग गए।
तीन थानों की लगती है सीमा जिस जगह पर वारदात की कोशिश हुई वहां तीन थानों तिलकनगर, पलासिया और कनाड़िया की सीमा लगती है। पलासिया पुलिस को मामले की जानकारी दी गई है। पुलिस ने फुटेज के साथ व्यापारी से आवेदन लिया है। फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश की जा रही है।
वरिष्ठ अधिकारियों ने गंभीर अपराधों को लेकर जारी की गाइडलाइन
पिछले दिनों लंदन विला में डकैती की वारदात हुई। जिसमें फुटेज वायरल होने के चलते पुलिस की काफी किरकिरी हुई। सूत्रों की माने तो वरिष्ठ अधिकारियों ने अब बड़ी घटनाओं को छिपाने के लिए सीसीटीवी के डीवीआर मौके पर ही जब्त करने का आदेश दिया है। साफ तौर पर कहा गया है कि फुटेज वायरल होने पर बीट के अफसर या पुलिसकर्मियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
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