‘IAS’ बनने के लिए गजब कांड किया! ऐसी खबर फैलाई, कलेक्टर तहसीलदार, पटवारी ने भी मिठाई खिलाई, जानें कहाँ का है ये कांड़

‘IAS’ बनने के लिए गजब कांड किया! ऐसी खबर फैलाई, कलेक्टर तहसीलदार, पटवारी ने भी मिठाई खिलाई, जानें कहाँ का है ये कांड़

छत्तीसगढ़ के युवा ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर किया

UPSC Result 2023 Fraud IAS Officer: UPSC 2023 का रिजल्ट आया तो एक शख्स ने ऐसा गजब का महाकांड कर दिया कि पुलिस गिरफ्तार करके अपने साथ ले गई। खूब लोगो ने हसाई ऊडाई और उसके परिजनों, ग्रामीणों और अधिकारियों ने जमकर उनको खरी खोटी भी सुनाई है। जानें क्या है मामला...

Chhattisgarh Mungeli Fraud IAS Officer Exposed: प्रसिद्ध होने के लिए आजकल के नौजवान अजीबोगरीब हरकतें करते रहते हैं। ऐसा ही गजब का एक कांड छत्तीसगढ़ के युवा ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर किया। तीनों ने मिलकर ऐसी खबर फैलाई कि बधाई देने वालों का तांता लग गया। मीडिया कर्मी घर पहुंच गए। कलेक्टर ने भी घर आकर मिठाई खिलाई, लेकिन जब सच सामने आया तो लोगों ने खूब खिल्ली भी  उड़ाई।

कलेक्टर थाने पहुंच गए और उन्होंने शिकायत देकर तीनों दोस्तों को गिरफ्तार भी कर लिया। पूछताछ में पता चला कि आरोपी युवको ने   एक मनोज पटेल ने UPSC एग्जाम क्रैक करने की खबर फैलाई थी। उसने लोगों को बताया कि उसका 120वां रैंक आया है। शक होने पर अधिकारियों ने मनोज से एडमिट कार्ड मांगा तो पोल खुल गई और जांच पड़ताल में खबर झूठी निकली।

कैसे फैलाई खबर और कैसे खुली मनोज की पोल?

यह फर्जी मामला छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले का है। आरोपियों की पहचान गांव सुरीघाट निवासी मनोज कुमार पटेल, श्रवण कुमार साहू, राजेंद्र साहू के रूप में की गई है। मुंगेली थाना पुलिस ने तीनों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। पुलिस पूछताछ में मनोज ने बताया कि उसने श्रवण के व्हाट्सऐप से UPSC क्रैक करने की सूचना तहसीलदार अंकित राजपूत को भेजी, जिन्होंने पटवारी पल्लवी भास्कर को बताया।

पटवारी भी बधाई देने घर आ गईं और उन्होंने तहसीलदार से मिलवाने को भी कहा। उनके साथ मीडिया वाले और कलेक्टर राहुल देव भी आ गए, लेकिन मनोज से एक चूक हो गई। उसने कलेक्टर से इनाम के बारे में पूछ लिया। उसने कहा कि UPSC क्रैक करने पर इनाम मिलता है क्या? कलेक्टर को शक हो गया और उन्होंने मनोज से इनाम देने के बहाने एडमिट कार्ड मांग लिया, जो मनोज दे नहीं पाया।

प्रीलिम्स भी क्लीयर नहीं कर पाया था मनोज!

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कलेक्टर ने फोन करके मामले की जानकारी तहसीलदार अंकित को दी। वे मौके पर पहुंचे और उन्होंने जांच कराई। मामला बढ़ता देखकर मनोज ने कबूल लिया कि उसने झूठी खबर फैलाई है। मनोज ने बताया कि उसने प्रीलिम्स दिया था, लेकिन क्रैक नहीं कर पाया। यह सुनकर तहसीलदार ने पुलिस को बुला लिया।

पुलिस ने तहसीलदार की शिकायत पर मनोज के खिलाफ धारा 419 और 34 के तहत FIR दर्ज की। मनोज की निशानदेही पर उसके दोस्तों को भी गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि आरोपी मनोज पहले भी इस तरह की हरकतें करता रहा है। वह एक शख्स से 2 लाख हड़प भी चुका है।

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