NIA Attacked In Bengal: बंगाल में सरकारी स्वतंत्र संस्थाओ पर यह दुसरा हमला है जब एनआईए की टीम बीते शुक्रवार की रात सीएपीएफ के साथ इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार करने उसके यहाँ गई थी। इस दौरान कुछ अज्ञात लोगों ने उन पर हमला कर दिया। उल्लेखनीय है कि करीब 3 महीने पहले बंगाल के संदेशखाली में जांच करने गई प्रवर्तन निदेशालय की टीम पर भी हमला हुआ था।
NIA under attack in West bengal : पश्चिम बंगाल के मिदनापुर जिले में भूपतिनगर में हुए धमाके के केस में जांच करने की एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की टीम पर हमला होने की जानकारी है। एनआईए की टीम सीएपीएफ (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल) के साथ इस मामले में गिरफ्तारी करने उस जगह गयी थी जहाँ उसके मिलने की संभाबना थी। इस दौरान अज्ञात लोगों ने उन पर हमला कर दिया। हमलावरों ने एनआईए टीम पर पत्थर फेंके जिससे कार के शीशे टूट गए। वहीं, 2 अधिकारियों को चोट भी आई है। इस घटना में गंभीर रूप से घायल होने की सूचना नही है। बता दें कि करीब 3 महीने पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पर संदेशखाली में हमला हुआ था।
VIDEO | A team of the National Investigation Agency (NIA) was attacked at Bhupatinagar in West #Bengal's East #Midnapore district earlier today. More details are awaited.
— Press Trust of India (@PTI_News) April 6, 2024
(Source: Third Party) pic.twitter.com/33STLQLPcP
मिली मीडिया की खबर के मुताबिक एनआईए की टीम साल 2022 में हुए बम धमाके के केश में जांच करने पहुंची थी। तभी हमलावरों ने एनआईए के वाहन पर ईंट-पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। यह घटना शनिवार सुबह करीब 5.30 बजे की है। बता दें कि यह हमला 3 दिसंबर 2022 को हुआ था जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई थी। इस बम धामके मामले में पिछले महीने एनआईए ने टीएमसी के आठ नेताओं को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा था। इससे पहले भी इन नेताओं को पेश होने के लिए बोला गया था लेकिन वह हाजिर नहीं हुए थे। टीएमसी नेताओं ने आरोप लगाया है कि एनआईए भाजपा के इशारे पर उनके खिलाफ काम कर रही है।
टीएमसी नेता कुणाल घोष का आरोप क्या है?
टीएमसी नेता कुणाल घोष आरोप लगा चुके हैं कि भाजपा ने पूर्व मेदिनीपुर जिले के टीएमसी नेताओं की एक लिस्ट एनआईए को दी है। एनआईए इन नेताओं को गिरफ्तार करने की तैयारी कर रही है। आपको बता दें कि बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सरकार है और भाजपा विपक्ष में है। उल्लेखनीय है कि टीएमसी के नेता पहले भी दावा करते रहे हैं कि भाजपा राज्य सरकार की स्थिति को खराब करने के लिए सरकारी एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। हालांकि, भाजपा इन आरोपों को सिरे से खारिज करती रही है। इससे पहले संदेशखाली में आरोपी शाहजहां शेख के आवास पर छापेमारी करने गई ईडी की टीम पर भी इसी तरह हमला किया गया था।
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