मछुआरों की गिरफ्तारी पर निंदा नही की. ना ही चीन के अरुणाचल प्रदेश पर दावे का विरोध किया. पीएम ने 10 साल में श्रीलंका से सवाल क्यों नहीं पूछा? और क्या बोले स्टालिन?

मछुआरों-की-गिरफ्तारी-पर-निंदा-नही-की-ना-ही-चीन-के-अरुणाचल-प्रदेश-पर-दावे-का-विरोध-किया-पीएम-ने-10-साल-में-श्रीलंका-से-सवाल-क्यों-नहीं-पूछा?-और-क्या-बोले-स्टालिन?

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मंगलवार को बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा है कच्छतीवु पर बीजेपी ‘कलाबाज़ी’ कर रही है क्योंकि लोकसभा चुनाव क़रीब हैं.

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल भी ऊठाए और बोला कि, “प्रधानमंत्री की ये हिम्मत नहीं है कि वह श्रीलंका से सवाल पूछ लें या मछुआरों की गिरफ्तारी को लेकर उसकी निंदा कर सकें. ना ही वो चीन के अरुणाचल प्रदेश पर दावे का विरोध कर सकते हैं. तो कच्छतीवु पर वो बात कैसे कर सकते हैं?”

सत्तारूढ़ डीएमके के अध्यक्ष स्टालिन ने एक चुनावी रैली में आंगे कहा कि पीएम मोदी कच्छतीवु विवाद पर ''नाटक'' कर रहे हैं और ''कहानियां'' पेश कर रहे हैं. उनकी सरकार ने आरटीआई के जवाब को ''ग़लत जानकारी'' बताई.

उन्होंने कहा, “बीजेपी सरकार ने कच्छतीवु की आरटीआई पर ये जवाब नहीं दिया कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है. 2015 में मोदी सरकार ने कहा था कि कच्छतीवु कभी भी भारत का हिस्सा नहीं था. ये जानकारी एस जयशंकर ने दी थी जो तत्कालीन विदेश सचिव थे. चूंकि चुनाव नजदीक हैं, इसलिए वो (बीजेपी) अपनी इच्छानुसार जानकारी बदल रहे हैं, यह कलाबाज़ी क्यों?”

“क्या प्रधानमंत्री मोदी जो अब कच्छतीवु पर बात कर रहे हैं, अपने 10 साल के कार्यकाल के दौरान मछुआरों की गिरफ्तारी और उन पर फायरिंग की घटनाओं पर कभी श्रीलंका की निंदा की है? उन्होंने ऐसा क्यों नहीं किया?"

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ