शिक्षकों को पुलिस ने मारो मारो कहकर, दौडा-दौडा के लाठियो से ज़मकर की पिटाई, लोग बोले लाठी से पकड़कर नौकरी दे रही सरकार, देखें विडियो

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बिहार पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों को दौड़ा-दौड़ा कर बुरी तरह पीटा

Bihar Police Lathicharge On Guest Teacher : आज बिहार में पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे अतिथि शिक्षकों पर जमकर लाठियां की बरसात कर दी। सोशल मीडिया पर लाठीचार्ज का वीडियो वायरल हो रहा है और लोग बिहार सरकार पर तंज कस रहे हैं। लोग बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं।

Bihar Police Lathicharge On Guest Teacher: आज बिहार पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों को दौड़ा-दौड़ा कर बुरी तरह पीटा है। आज य़ानी सोमवार 1 अप्रेल 2024 को पटना में अतिथि शिक्षक प्रदर्शन करने पहुंचे थे। अतिथि शिक्षक अपनी मांग को लेकर सीएम आवास का घेराव करना चाह रहे थे लेकिन पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया और शिक्षकों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा है। इसका वीडियो भी सामने आया है। अब शिक्षकों पर लाठी भांजती पुलिस का वीडियो शेयर कर लोग सरकार पर गुस्सा जाहिर करते दिख रहे हैं।

शिक्षक मुख्यमंत्री आवास घेरने के लिए गए, लाठीचार्ज!

मिली जानकारी के अनुसार शिक्षक प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री आवास घेरने के लिए जा रहे थे, बिहार पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन जब नहीं माने तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस ने शिक्षकों को सड़क पर ऐसे दौड़ा-दौड़ा कर पीटा है, जैसे कोई किसी अपराधी को पीटता हैं, और मारो मारो की पुलिस को कहते हुए सुना जा सकता हैं। इन सभी को मारो। लाठीचार्ज होते ही शिक्षक वहां से भागने लगे लेकिन तब तक पुलिस कई शिक्षकों पर लाठी बरसा चुकी थी। 

सोशल मीडिया पर पुलिस के लाठीचार्ज का वीडियो शेयर कर लोग सरकार पर गुस्सा भी जाहिर कर रहे हैं। एक ने लिखा कि बिहार पुलिस अतिथि शिक्षकों को पकड़ पकड़कर लाठी से परमानेंट नौकरी दे रही है। एक अन्य ने लिखा कि चाहे जिसकी भी सरकार हो, उसकी सरकार में शिक्षक को पुलिस की लाठी से गुजरना होता है। बिहार सरकार पटना में अतिथि शिक्षकों को दौड़ा-दौड़ाकर जबरदस्ती परमानेंट नौकरी देती नजर आई।

एक ने लिखा कि जब इसी बिहार में बीजेपी वाले विपक्ष में थे तब इसी मांग को लेकर विधानसभा में हंगामा करते थे और अब सत्ता मिलते ही सब भूल गए। एक अन्य ने लिखा कि जो शिक्षक सरकार की लाठी खा रहे हैं, क्या वह मन से बच्चों को पढ़ाते होंगे? एक अन्य ने लिखा कि शिक्षा व्यवस्था पर ध्यान ही कौन देना चाहता है, सब बस मलाई खाना चाहते हैं।

बता दें कि शिक्षकों का कहना है कि अतिथि शिक्षकों की संख्या 4257 है। जब प्रदेश में शिक्षक कम थे तो हमें काम पर लगाया गया और उन्हें परमानेंट करने की जगह हटाया जा रहा है। अतिथि शिक्षक चाहते हैं कि उन्हें ही परमानेंट किया जाए। इसी मांग को लेकर मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने पहुंचे थे लेकिन पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा।

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