इन फील्ड में गौतम अड़ानी की एंट्री की तैयारी, फ्लिपकार्ट, पेटीएम, गूगलपे जैसी कंपनियों को टेंशन क्यों होने लगी?

इन फील्ड में गौतम अड़ानी की एंट्री की तैयारी, फ्लिपकार्ट, पेटीएम, गूगलपे जैसी कंपनियों को टेंशन क्यों होने लगी?

Adani Group Will Enter in E-Commerce and Digital Payment : अडानी ग्रुप जल्द ही ई-कॉमर्स और डिजिटल पेमेंट मार्केट में आने वाला है। अगर यह ऐसा करता है तो इसका मुकाबला मार्केट में पहले से मौजूद फ्लिपकार्ट, पेटीएम, टाटा आदि कंपनियों से होगा। वहीं अडानी ग्रुप अपना क्रेडिट कार्ड भी जारी कर सकता है।

Adani Group May Enter in Digital Payment : अडानी ग्रुप ने फ्लिपकार्ट, एमेजॉन, पेटीएम और गूगलपे जैसी UPI कंपनियों की टेंशन बढ़ा दी है। दरअसल, अडानी ग्रुप ई-कॉमर्स और डिजिटल पेमेंट सेगमेंट में एंट्री मारने की तैयारी में है। बताया जा रहा है कि अडानी ग्रुप जल्दी ही अपना ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म लॉन्च कर सकता है। अगर यह ग्रुप ऐसा करता है तो इसका मुकाबला मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज, फ्लिपकार्ट, एमेजॉन आदि जैसी कंपनियों से होगा। इस समय रिलायंस की ई-कॉमर्स मार्केट में अच्छी पकड़ है। वहीं दूसरी ओर अडानी ग्रुप UPI के लिए आवेदन कर सकता है। इससे यह ग्रुप मार्केट में पहले से मौजूद डिजिटल पेमेंट कंपनियों जैसे गूगलपे, पेटीएम, फोनपे आदि को टक्कर देगा।

अडानी ग्रुप क्रेडिट कार्ड भी जारी कर सकता है!

अडानी ग्रुप क्रेडिट कार्ड भी जारी कर सकता है। हालांकि इसकी घोषणा यह ग्रुप पहले ही कर चुका है। यह को-ब्रांडेड कार्ड होगा और इसके लिए अडानी ग्रुप कुछ बैंकों से बात भी कर रहा है। अडानी ग्रुप ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) के माध्यम से ऑनलाइन शॉपिंग की पेशकश कर सकता है। इसके लिए यह ग्रुप ONDC से बातचीत कर रहा है। बता दें कि ONDC सरकार समर्थित ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है। यह सेलर और बायर्स के बीच एक ब्रिज का काम करता है।

सर्विस अडानी ऐप के माध्यम से मिलेंगी!

फाइनेंशियल टाइम्स में छपी खबर के अनुसार अगर अडानी ग्रुप को इसकी मंजूरी मिल जाती है तो ये सर्विस अडानी ऐप के माध्यम से मिलेंगी। इस ऐप को साल 2022 में लॉन्च किया गया था। इस ऐप के माध्यम से अभी ट्रैवल संबंधित सुविधाएं जैसे टिकट, होटल बुक कराना आदि सुविधाएं ही मिल रही हैं। साथ ही इस ऐप का इस्तेमाल अडानी गैस, बिजली का बिल आदि को भरने में भी किया जाता है। ऐसे में अडानी के पास पहले से ही कस्टमर बेस है। इसलिए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म और डिजिटल पेमेंट में एंट्री मारने के बाद कंपनी का शुरुआती फोकस इन्हीं ग्राहकों को टार्गेट करने का होगा। खबर के अनुसार कस्टमर इस ऐप के माध्यम से जो भी पेमेंट करेंगे, उन्हें लॉयल्टी पॉइंट्स दिए जाएंगे जिनका इस्तेमाल ऑनलाइन शाॅपिंग में किया जा सकेगा।

इनसे होगा मुकाबला!

ई-कॉमर्स और डिजिटल पेमेंट के सेगमेंट में उतरने के बाद अडानी ग्रुप का सामना कई कंपनियों से होगा। इसमें पेटीएम, फोनपे, गूगलपे आदि हैं। ये UPI बेस्ड पेमेंट ऐप चला रहे हैं। वहीं बात अगर ई-कॉमर्स की करें तो कंपनी का मुकाबला फ्लिपकार्ट और एमेजॉन के अतिरिक्त पेटीएम और टाटा से भी होगा। ये कंपनियां ONDC के माध्यम से ग्रोसरी और फैशन से जुड़ी चीजों की खरीदारी की पेशकश करती हैं।

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