NEET पेपर लीक मामले का 'सिकंदर' कौन?

NEET पेपर लीक मामले का 'सिकंदर' कौन?

NEET Paper Leak Case Mastermind Who: पूरे देश में इस वक्त नीट पेपर लीक कांड सुर्खियों में है। इस मामले में कई सॉल्वर गिरफ्तार किए गए हैं और एक मंत्री का भी नाम सामने आ रहा है। नीट पेपर लीक केस के 'सिकंदर' ने बड़ा खुलासा किया है।

NEET Controversy Update : नीट पेपर लीक मामले का ‘सिकंदर’ कौन है? इसे लेकर बिहार पुलिस ने बड़ा खुलासा किया। अबतक मिले सबूत के आधार पर यह साफ हो गया है कि इस मामले में कौन-कौन शामिल है। पुलिस द्वारा पकड़े गए सिकंदर के बयान ने देश की सबसे बड़ी परीक्षा को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया। उसने ही कैंडिडेट्स की पूरी प्लानिंग की थी। किसी को सरकारी गेस्ट हाउस तो किसी को हॉस्टल में रुकवाया था। इस मामले में एक मंत्री का नाम भी सामने आ रहा है।

सिकंदर इस वक्त दानापुर नगर की परिषद में जूनियर इंजीनियर है। अब उसे निलंबन करने की कार्रवाई चल रही है। वह पहले से एलआईडी घोटाले में मुख्य आरोपी है। वह रोहतास में भी जूनियर इंजीनियर था, जहां उसका नाम 2.92 करोड़ के हुए एलईडी घोटाले में आया था। उसने 25 से 30 अभ्यर्थियों के रुकने के लिए एक प्ले स्कूल और एनएचएआई के गेस्ट हाउस को बुक कर रखा था। उसने प्रत्येक अभ्यर्थियों से 40-40 लाख रुपये की डील की थी।

सिकंदर ने पुलिस पूछताछ में किया बड़ा खुलासा!

नीट पेपर लीक केस में गिरफ्तार सिकंदर ने लिखित बयान में कहा कि वह अमित और नीतीश के संपर्क में था। उसने 4 बच्चों का पैसा दिया था, जिन्हें 4 मई की रात को पेपर याद करने के लिए पटना बुलाया गया था। अमित-नीतीश के कहने पर नीट के अभ्यर्थी आयुष राज, अनुराग यादव, शिवनंदन कुमार और अभिषेक कुमार पटना आए थे। सिकंदर ने अपने बयान में अभ्यर्थियों के साथ डील की गई रकम और रिश्ते के बारे में भी बताया।

एनएचएआई के गेस्ट हाउस में उसके रुकने के इंतजाम !

सिकंदर के अनुसार, अनुराग यादव उसके साले संजीव का बेटा है। वह अपनी मां के साथ परीक्षा देने के लिए पटना आया था। पटना के एयरपोर्ट के पास एनएचएआई के गेस्ट हाउस में उसके रुकने के इंतजाम किए गए थे। सबसे बड़ी बात यह है कि गेस्ट हाउस के रजिस्टर पर मंत्री जी लिखा हुआ था। आशंका जताई जा रही है कि किसी मंत्री के पैरवी के बाद ही अनुराग यादव को यह रूम मिला था।

हाईप्रोफाइल लोगों से सेटिंग!

पुलिस सूत्रों का कहना है कि नीट पेपर लीक मामले में बिहार पुलिस को सिकंदर से ही इनपुट मिला था। उसने हाईप्रोफाइल लोगों से सेटिंग की थी। पटना के शास्त्री नगर थाने की पुलिस ने भी सबसे पहले राजवंशी नगर के सिकंदर को ही पकड़ा था। इस मामले में आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने 9 अभ्यर्थियों को पूछताछ के लिए बुलाया था, जिनमें से सिर्फ दो लड़कियां ही EOU के पटना मुख्यालय पहुंचीं।

नीट मामले में ये 13 आरोपी हुए गिरफ्तार!

1. सिकंदर (56), पिता यादवेन्दु, विथान थाना, जिला समस्तीपुर

2. रोशन कुमार (35), पिता अवधेश प्रसाद, एकंरसराय थाना, जिला-नालंदा

3. रीना कुमारी (41), पति संजीव कुमार, हसनपुर थाना, जिला समस्तीपुर

4. आशुतोष कुमार (30), पिता कृष्णानंद, रूपएसपुर थाना, राजधानी पटना

5. बिट्टू कुमार (38), पिता बन्द्रमा सिंह, गढ़नोखा थाना, जिला रोहतास

6. अखिलेश कुमार (43), पिता शिवशंकर राय, दानापुर थाना, राजधानी पटना

7. आयुष कुमार (19), पिता अखिलेश कुमार, दानापुर थाना, राजधानी पटना

8. नीतीश कुमार (32), पिता स्व. सियाराम प्रसाद, सरवदहा थाना, जिला गया

9. अमित आनंद (29), पिता अच्युतानन्द सिंह, कोतवाली, जिला मुंगेर

10. अभिषेक कुमार (21), पिता अवधेश कुमार, रांची, झारखंड

11. अनुराग यादव (22), पिता संजीव कुमार, हसनपुर थाना, जिला समस्तीपुर

12. अवधेश कुमार (47), पिता अवध बिहारी सिंह, रांची, झारखंड

13. शिवनंदन कुमार, पिता राम स्वरूप यादव, वाराच‌ट्टी थाना, जिला गया

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