MP Lampi virus Latest: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को लंपी वायरस की रोकथाम के कार्यों की समीक्षा को लेकर बैठक बुलाई है। बैठक में सीएम ने कहा कि पशुपालकों को उपायों की जानकारी दें। ग्राम सभा बुलाककर सूचित करें। उन्होंने गौ शालााओं में टीकाकरण तेज करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि लंपी वायरस संक्रमण की बीमारी को गंभीरता से लें। इसे छिपाए नहीं। इससे पशुपालकों को जागरू करें। उनहोंने संक्रमित पशुओं का आवागमन प्रतिबंधित करने को भी कहा। बैठक में मुख्य सचिव, एसीएस पशुपालन, पीएस मुख्यमंत्री समेत संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने पशुओं में लंपी वायरस रोग के लक्षण दिखाई देने पर पशुपालकों को निकटतम पशु औषधालय, पशु चिकित्सालय में संपर्क करने को कहा। मुख्यमंत्री के निर्देश पर भोपाल में राज्य स्तरीय रोग नियंत्रण कक्ष के दूरभाष क्रमांक जारी किए गए। इसमें 0755-2767583 और टोल फ्री नंबर 1962 नंबर है। मध्य प्रदेश के 26 से ज्यादा जिलों में मवेशियों में लंपी वायरस फैल चुका है। सरकारी आकड़ों के अनुसार अब तक करीब 8 हजार से ज्यादा मवेशी संक्रमित हुए है। इनमें से 5432 मवेशी ठीक हो चुके है। करीब 100 की ही मौत हुई है। हालांकि जानकारों का दावा है कि प्रदेश में 3 हजार से ज्यादा मवेशियों की लंपी वायरस से मौत हो चुकी है। अधिकारियों की तरफ से बताया गया कि पशुपालन एवं डेयरी विभाग मध्य प्रदेश द्वारा प्रदेश में रोग की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए अलर्ट जारी कर विशेष सतर्कता रखी जा रही है। संक्रमित क्षेत्रों तथा जिलों में पशुओं का सघन टीकाकरण तथा चिकित्सा कार्य किया जा रहा है।
यह है लक्षण ज़िनसे आप बीमारी की पहचान कर सकते है..
(1). लंपी वायरस से संक्रमित गायो के शरीर में गठानें निकलती है। (2). बुखार के साथ ही मवेशियों के नाक से पानी जसा पदार्थ आता है। (3). यह बीमारी मच्छर और मक्खियों से दूसरे पशुओं तक पहुंचती है।
मध्यप्रदेश के इन जिलों में की गयी पहचान ..
प्राप्त गायो के लैब में सैंपल जांच में रतलाम, उज्जैन, नीमच, मंदसौर, इंदौर, खंडवा और बैतूल जिले में लंपी वायरस की पुष्टि हो गई है। इसके अलावा भिंड, मुरैना, श्योपुर, अलीराजपुर, खरगौन, बड़वानी, हरदा, धार, बुरहानपुर, आगर मालवा और झाबुआ में मवेशियों में लंपी वायरस के लक्षण दिखे है।
लक्षण दिखे तो यह उपाय करें..
यदि आपकी मवेशियों में लंपी वायरस के लक्षण दिखने लगे तो उनको तुरंत दूसरे मवेशियों के बाडे से अलग कर दें। जहां मवेशियों को रख रहे है, वहां अच्छी तरह से साफ सफाई रखें। मवेशियों को एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र लेकर ना जाए। गाय का दूध हमेशा उबाल कर ही उपयोग करें। #Lampivirus #2022 #suradailynews
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