धीरेन सोलंकी को नही मिली सरकारी नौकरी तो खोला गधे का फार्म! बेंच रहा है एक लीटर गधी का दूध 7000 रूपया लीटर, कमाई सुन नही होगा यकीन

धीरेन सोलंकी को नही मिली सरकारी नौकरी तो खोला गधे का फार्म! बेंच रहा है एक लीटर गधी का दूध 7000 रूपया लीटर, कमाई सुन नही होगा यकीन

Donkey Milk : गुजरात के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी नहीं मिली तो उसने गधे का फार्म खोल लिया और आज उसकी महीने की कमाई लाखों रुपये में है। क्या आपको पता है कि गधे के दूध की कीमत क्या है?

Donkey Milk : गधा नाम सुनते ही बोझ ढोने वाले जानवर की छवि दिमाग में लोगो ने बना ली है। एक ऐसा जानवर जो दूसरों के इशारों पर मशीन की तरह बिना शिकायत के मेहनत करता है। ‘गधा’ बोलकर इंसान एक दूसरे को नीचा और कम दिमाग वाला साबित करने की कोशिश करते हैं। हालांकि एक शख्स गधे (Female) के फार्म खोलकर लाखों रुपये कमा रहा है।

धीरेन सोलंकी को नही मिली सरकारी नौकरी तो खोला गधे का फार्म!

गुजरात के पाटन जिले के रहने वाले धीरेन सोलंकी अधिक समय से सरकारी नौकरी की तैयारी दिन रात कर रहे थे लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। उन्होंने प्राइवेट नौकरी करने की कोशिश की लेकिन इतने पैसे नहीं मिले कि परिवार की ज़रूरत पूरी हो सकें। उन्होंने नौकरी छोड़कर गधे के फार्म को खोलने पर काम शुरू कर दिया।

धीरेन सोलंकी ने बताया कि दक्षिण भारत से मुझे गधा पालन के बारे में जानकारी मिली। इसके बाद करीब 22 लाख रुपये खर्च मैंने 20 गधों के फार्म की शुरुआत की। काफी कठिनाई आई। गुजरात में गधे के दूध की डिमांड ही नहीं थी, ऐसे में मुझे दूसरे प्रदेश के लोगों से संपर्क करना पड़ा।

साउथ इंडिया में है काफी डिमांड!

सोलंकी को पता चला कि साउथ इंडिया में गधे के दूध की डिमांड अधिक है तो उन्होंने कंपनियों को दूध पहुंचाना शुरू कर दिया। धीरेन के मुताबिक, कर्नाटक और केरल में अधिक डिमांड है। कॉस्मेटिक कंपनियां गधे के दूध का इस्तेमाल करती हैं, उन्हें भी ये दूध की सप्लाई करते हैं।

आज धीरेन के पास 42 गधों का फार्म है। वह गधी के दूध को 5000 से 7000 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बेच रहे हैं। इस तरह वह महीने में दो से तीन लाख रुपये कमा लेते हैं। हालांकि धीरेन की शिकायत है कि सरकार से उन्हें कोई मदद नहीं मिली, वह चाहते हैं कि सरकार इस दिशा में काम करे। बता दें कि गधे के दूध को कई बीमारियों में असरदार माना जाता है।

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