पेसा एक्ट’ ग्राम सभाओं को सशक्त करने के लिए विशेष अधिनियम
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कलेक्टर हर्षिका सिंह ने योजना भवन में जनजाति एवं ग्रामीण विकास विभाग से जुड़े विभागों की बैठक ली। बैठक में उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार द्वारा 15 नवंबर 2022 से लागू किए गए ’पेसा एक्ट’ के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कलेक्टर ने कहा कि सभी जिलाधिकारी एवं मैदानी अधिकारी ’पेसा एक्ट’ को गंभीरता से पढ़ें तथा अधिनियम को समझते हुए कार्य करें। श्रीमती सिंह ने कहा कि ’पेसा एक्ट’ के माध्यम से ग्राम सभाओं को विशेष रूप से सशक्त करने का प्रयास किया जा रहा है। बैठक में कलेक्टर ने ’पेसा एक्ट’ की विस्तृत जानकारी दी एवं अधिनियम के महत्वपूर्ण बिंदुओं को विस्तार से समझाया।
पेसा एक्ट’ का करें व्यापक प्रचार-प्रसार..
कलेक्टर हर्षिका सिंह ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि ’पेसा एक्ट’ का सघन रूप से प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि आमजनों को मुनादी, फ्लेक्स-बैनर, नुक्कड़-नाटक आदि के माध्यम से ’पेसा एक्ट’ के प्रावधानों की जानकारी दें। साथ ही घर-घर जाकर भी ’पेसा एक्ट’ के बारे में बताएं। श्रीमती सिंह ने सभी मैदानी अधिकारियों को निर्देशित किया कि मैदानी भ्रमण के दौरान आमजनों से ’पेसा एक्ट’ के बारे में चर्चा करें तथा महत्वपूर्ण प्रावधानों की जानकारी दें।
20 नवंबर से 3 दिसंबर तक होगा ग्राम सभाओं का आयोजन..
कलेक्टर हर्षिका सिंह ने बैठक में बताया कि आगामी 20 नवंबर से 3 दिसंबर तक जिले की सभी पंचायतों में ग्राम सभाओं का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी सीईओ जनपद ग्रामसभाओं के लिए एजेंडे के बिंदु तैयार करें। साथ ही ग्राम सभाओं का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करें। 3 दिसंबर को ग्राम सभाओं के समाप्ति के पश्चात 4 दिसंबर को टंट्या मामा बलिदान दिवस के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। कलेक्टर ने नए प्रावधानों की जानकारी देने के लिए मास्टर ट्रेनर्स की भी नियुक्ति करने के निर्देश दिए। श्रीमती सिंह ने बताया कि 5 दिसंबर से सभी मास्टर ट्रेनर ग्राम सभाओं में जाकर उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित करेंगे। बैठक में उन्होंने ’पेसा एक्ट’ के अंतर्गत गठित की जाने वाली अलग-अलग समितियों की जानकारी दी तथा संबंधित अधिकारियों को इन समितियों के गठन के निर्देश दिए।
सकारात्मक मानसिकता के साथ करें क्रियान्वयन..
कलेक्टर हर्षिका सिंह ने ग्रामीण विकास से जुड़े सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि इस अधिनियम का गंभीरता से वाचन करें। अधिनियम को गहराई से समझें तथा अधिनियम का स्थानीय स्तर पर सकारात्मक मानसिकता के साथ क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी अधिकारियों को कहा कि अधिनियम के जनहितेशी प्रावधानों को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं। साथ ही अपने स्तर पर इन अधिनियम को लागू करने के लिए प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करें।
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