प्रदेश की जनजातीय कार्यमंत्री मीना सिंह के भ्रष्टाचार की जांच और जल, जंगल व जमीन पर अधिकार की मांग को लेकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (गोंगपा) का उमरिया बंद प्रदर्शन मंगलवार शाम 4 बजे हिंसक हो गया। पथराव में एएसपी प्रतिपाल सिंह तथा टीआई सहित 21 पुलिसकर्मी घायल हो गए। गोंगपा के प्रदेश प्रवक्ता राधेश्याम काकोड़िया के नेतृत्व में कार्यकर्ता धरने पर बैठे थे। धरने के बाद वे रैली के रूप में शहर के अंदर जाना चाह रहे थे। इसी दौरान पुलिस वालों ने कुछ लोगों को पीट दिया। इस पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े। शहडोल से अतिरिक्त पुलिस फोर्स मंगाया गया है। तनाव की स्थिति बनी हुई है।
ऐसे बिगड़ी बात.. पत्थर, लाठी-डंडा,
बोतल बरसाई बच्चों और महिलाओं और अपने नेताओं को पीटे जाने से आक्रोशित प्रदर्शनकारी समूह के रूप में एकत्र हो आगे बढ़े। पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। फायर ब्रिगेड सहित अन्य वाहनों में भी तोड़फोड़ को कई दो पहिया व चार पहिया वाहनों को भी पथराव से नुकसान पहुंचा। प्रदर्शनकारी हाथ में जो आपा लाठी, डंडा, फावड़ा, बोतल, पत्थर लेकर पुलिस पर बरसाने लगे। कुछ ने इधर-उधर छिप कर जान बचाई। इस घटना में कितने प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं, यह सामने नहीं आया है, क्योंकि पुलिसकर्मियों को छोड़ कोई अन्य भागल अस्पताल नहीं पहुंचा है। भोपाल से गोंगपा के प्रदेश अध्यक्ष अमन सिंह ने इस घटना को प्रशासन की चूक बताया।
0 टिप्पणियाँ