चार धाम यात्रा पर आने वाले नहीं दे रहे हेल्थ पर अपडेट, अब तक 11 की मौत, 19 तक ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद, जानें पूरी खबर

चार धाम यात्रा पर आने वाले नहीं दे रहे हेल्थ पर अपडेट, अब तक 11 की मौत, 19 तक ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद, जानें पूरी खबर

Char Dham Yatra 2024 News: चार धाम यात्रा के लिए आने वाले तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य की जानकारी छुपाने का मामला सामने आया है। इस मामले के कारण लोगों को यात्रा के करते समय  परेशानी हो रही है। स्वास्थ्य बिगड़ने की घटनाएं सामने आई हैं। अब तक 11 तीर्थयात्रियों की मौत का मामला सामने आया है। इस पर सरकार की ओर से दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं।

हाइलाइट्स

उत्तराखंड सरकार ने किया साफ, बिना रजिस्ट्रेशन के नहीं करें चार धाम यात्रा

तीर्थयात्रा पर आने वाले यात्रियों को स्वास्थ्य की पूरी जानकारी देने की अपील

धामों में बढ़ती भीड़ को लेकर ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन 19 मई तक बंद

Uttarakhand government appeals to give complete health information to pilgrims coming on pilgrimage: उत्तराखंड में चार धाम यात्रा 10 मई को शुरू होने के बाद से श्रद्धालुओं की भारी तादाद तीर्थस्थलों पर उमड़ रही है। भारी भीड़ के कारण तीर्थस्थलों पर लोगों को परेशानी हो रही है। वहीं, तीर्थयात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को लेकर बड़ी बात सामने आई है। बिना स्वास्थ्य की जांच कराए तीर्थयात्रा पर आने का मामला सामने आया है। ऐसे में उत्तराखंड सरकार ने तीर्थयात्रियों को स्वास्थ्य की जांच कराकर तीर्थयात्रा पर आने की अपील की है। 

Uttarakhand government made it clear, do not do Char Dham Yatra without registration: स्वास्थ्य की ठीक से जांच ठीक से न कराने के मामले के सामने आने के कारण तीर्थस्थलों पर लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अब तक 11 लोगों की मौत का मामला सामने आया है। वहीं, तीर्थस्थलों में उमड़ रही भीड़ को लेकर 19 मई तक ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन को बंद कर दिया गया है। वहीं, तीर्थयात्रियों के लिए डॉक्टरों की ओर से विशेष जानकारी दी गई है।

ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पर रोक!

उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के लिए लोग बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। सरकार की ओर से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था भी की गई है, लेकिन लोग ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था को देखकर हरिद्वार और ऋषिकेश सीधे पहुंच रहे हैं। चार धाम में लगातार बढ़ी रही भीड़ को देखते हुए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पर रोक लगा दी है। ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था पर गुरुवार को रोक लगाई गई थी। अब यह 19 मई तक बढ़ा दी गई है। पहले ऑफलाइन पंजीकरण पर रोक 16 मई तक तय की गई थी। ऑफलाइन पंजीकरण करने वाले श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और धामों में बढ़ती भीड़ को देखते हुए पर्यटन विभाग ने यह फैसला लिया है। गुरुवार को पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे की ओर से ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पर रोक 19 में तक बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।

डॉक्टर की अनुमति देने पर ही यात्रा पर जाने की सलाह!

चार धाम यात्रा पर जाने से पहले तीर्थयात्रियों को अपना स्वास्थ्य परीक्षण जरूर कराने की सलाह दी गई है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का दावा है कि अगर सांस और दिल की ज्यादा दिक्कत है तो यात्रा नहीं करें। डॉक्टर की अनुमति देने पर ही यात्रा पर जाने की सलाह दी गई है। मैदान और पहाड़ के तापमान में अंतर को देखते हुए तीर्थयात्रियों को अपना शरीर इसके अनुरूप ढालने के लिए मैदान से पहाड़ी इलाकों में जाकर पहले आराम करने को कहा गया है। एकदम से ज्यादा पैदल न चलने को कहा गया है। दरअसल, देश में अभी चरम पर है। कई स्थानों पर 40 डिग्री या इससे अधिक तापमान है। वहीं, चार धाम में तापमान 15 से 20 डिग्री सेल्सियस तक रह रहा है। रात को यहां 10 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे तापमान है।

चार धाम यात्रा पर पहुंच रहे तीर्थयात्री स्क्रीनिंग के दौरान अपनी मेडिकल हिस्ट्री छुपा रहे!

चार धाम यात्रा पर पहुंच रहे तीर्थयात्री स्क्रीनिंग के दौरान अपनी मेडिकल हिस्ट्री छुपा रहे हैं। इस कारण भी चार धाम में उनका स्वास्थ्य बिगड़ रहा है। हरिद्वार से लेकर चार धाम तक कुल 21 स्थानों पर यात्रियों की स्क्रीनिंग कर स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। कई स्थानों पर यात्रा के दौरान बीमारी को छुपाने का मामला सामने आया है। वे न तो पुरानी बीमारियों के बारे में बता रहे हैं। न मेडिसिन की जानकारी दे रहे हैं। यात्रा शुरू होने में के बाद से अब तक कुल 11 यात्रियों की मौत हो चुकी है। विभाग के अनुसार, यात्रा शुरू होने के बाद से 40 हजार के करीब तीर्थयात्रियों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि तीर्थयात्रा पर आने वाले 50 साल से अधिक उम्र के हर तीर्थयात्री की स्क्रीनिंग कराई जा रही है।

मोबाइल फोन पर लगा प्रतिबंध!

चार धाम में मोबाइल फोन पर अब रोक लगाई जा रही है। धाम के मंदिर परिसरों के 50 मीटर के बारे में मोबाइल फोन के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया हैं। धामों में रील बनाकर भ्रामक सूचनाएं फैलाने वालों के खिलाफ सीधे एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश दिया गया है। इस आदेश के आधार पर धामों में अब लोग मोबाइल फोन का इस्तेमाल पर कर पाएंगे। वे न ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के लिए रील बना पाएंगे। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने गुरुवार को पर्यटन सचिव को निर्देश जारी करते हुए आदेश का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा है। मुख्य सचिव ने कहा कि चार धाम में इस बार पिछले सालों की तुलना में कहीं अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ आ रही है।

मुख्य सचिव ने जानकारी देते हुए कहा कि इस बढ़ती भीड़ के कारण धामों में दिक्कत न हो, इसके लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। मंदिर परिसर में मोबाइल से फोटो खींचने और वीडियो बनाने में श्रद्धालुओं को काफी समय लग जाता है। इस कारण मंदिर परिसर के आसपास अनावश्यक भीड़ बढ़ती है। रील बनाकर लोग गलत संदेश भी दे रहे हैं। इसे एक प्रकार के अपराध की संज्ञा देते हुए मुख्य सचिव ने ऐसे लोगों के खिलाफ एफआईआर कराने का आदेश दिया है।

चार धाम यात्रा के लिए आने वालों की उत्तराखंड के बॉर्डर पर ही जांच की जाएगी!

चार धाम यात्रा के लिए आने वालों की उत्तराखंड के बॉर्डर पर ही जांच की जाएगी। बिना रजिस्ट्रेशन के चार धाम आने वालों को बॉर्डर से ही घर वापस भेजा जाएगा। मुक्त सचिव राधा रतूड़ी ने बताया कि बिना रजिस्ट्रेशन आने वाले श्रद्धालुओं पर रोक लगाने का लिया गया है। इसके लिए उत्तराखंड के बॉर्डर पर सख्ती से जांच की जाएगी। बिना रजिस्ट्रेशन के किसी भी श्रद्धालु को चार धाम की तरफ नहीं आने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए आवश्यक व्यवस्थाए  किए जा रहे हैं। साथ ही, दूसरे राज्यों के सचिवों को भी पत्र भेज दिया गया है। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने श्रद्धालुओं से अपील की कि जिनका स्वास्थ्य सही नहीं रहता है, वह हम मेडिकल क्लीयरेंस सर्टिफिकेट लेकर ही यात्रा पर आएं। सरकार की ओर से स्वास्थ्य जांच शिविरों में अपनी बीमारी के बारे में पूरी जानकारी दें। इससे उनकी यात्रा सुखद और सफल होगी।

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