अतीक के आखिरी शब्द...मेन बात यह है कि गुड्डु मुस्लिम: तभी पास से कनपटी पर गोली लगी और अगले 10 सेकेंड में अतीक भाई अशरफ समेत ढेर

Atiq's last words... The main thing is that Guddu Muslim: That's why there was a bullet on the temple from close range and in the next 10 seconds Atiq along with brother Ashraf died

बेटे असद के एनकाउंटर(Ancounter) के दो दिन बाद शनिवार देर रात को माफिया अतीक अहमद(Mafiya Ateek Ahmad) और उसके भाई अशरफ(Ateek Ahmad Ka Bhai Asraf Ahmad) की हत्या कर दी गई। अतीक-अशरफ को मेडिकल जांच के लिए कॉल्विन अस्पताल(Colvin Hospital) ले जाया रहा था। पत्रकार साथ-साथ चलते हुए दोनों से सवाल कर रहे थे।

जब अतीक से पूछा गया कि बेटे असद के अंतिम संस्कार आपको नहीं ले जाया गया। आपका क्या कहना है? इस पर अतीक ने कहा, 'नहीं ले गए तो नहीं गए।'

तभी भाई अशरफ ने मीडिया से कहा, "मेन बात यह है कि गुड्डू मुस्लिम.... " इतना कहते ही ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू हो गई। पुलिस का घेरा तोड़ते हुए तीन तरफ से तीन लड़कों ने फायरिंग शुरू कर दी।

एक हमलावर को पुलिसकर्मियों ने दबोच लिया ।

गोली लगते ही अतीक वहीं गिर गया। अतीक की हथकड़ी को पकड़े एक पुलिसकर्मी को झटका लगा। वह भी घायल हो गया। ऐसा कहा जा रहा है कि उसके हाथ में गोली लगी है। अगले 10 सेकेंड में अशरफ भी भाई अतीक के पास ही गिर जाता है। ये पूरा वाकया वीडियो में रिकॉर्ड हुआ।

Atiq's last words... The main thing is that Guddu Muslim: That's why there was a bullet on the temple from close range and in the next 10 seconds Atiq along with brother Ashraf died

अब समझिए अतीक-अशरफ के आखिरी 4 घंटों में क्या हुआ..

करीब 6.30 बजे: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक(Acording to media reports), अतीक और अशरफ से शनिवार शाम करीब 6.30 बजे धूमनगंज थाने(Dhomanganj Thana) में एसटीएफ और यूपी एटीएस(Up ATS) के अधिकारी ने पूछताछ की। फिर करीब 8.30 बजे पुलिस सुरक्षा में दोनों भाइयों को उमेश पाल हत्याकांड में इस्तेमाल हथियार और कारतूस बरामद करने के लिए कसारी-मसारी के जंगल(kasamasari jungle) ले गए। घटना स्थल दो पिस्टल बरामद की गईं, इनमें एक अमेरिकी पिस्टल है। साथ वहां पुलिस को 55 से अधिक कारतूस भी मिले।

हथियार बरामदगी के बाद दोनों को लेकर पुलिस टीम कॉल्विन हॉस्पिटल रवाना हो गई। ताकि दोनों को फिर से थाने ले जाने से पहले उनकी मेडिकल जांच हो जाए।

देर रात 10.29 बजे: पुलिस का काफिला अतीक और अशरफ को लेकर कॉल्विन अस्पताल पहुंचा। वहां दोनों भाई पुलिस वाहन से नीचे उतरे। दोनों के हाथ एक ही हथकड़ी से बंधे थे। दोनों को पुलिस ने घेर रखा था। तभी मीडिया ने सवाल पूछना शुरू कर दिया।

देर रात 10.30 बजे: पहले दोनों भाई चुप रहे। फिर जब यह पूछा गया कि आप दोनों असद के जनाजे में क्यों नहीं गए? तब अतीक ने जवाब दिया- 'नहीं ले गए तो नहीं गए।' वो इतना कहकर चुप हो गया।

देर रात 10.35 बजे:अशरफ ने अभी इतना ही कहा- मेन बात ये है कि गुड्डू मुस्लिम... तभी एक हमलावर ने अतीक की कनपटी में गोली मार दी।

मौके पर अफरा-तफरी मच गई। जो विजुअल सामने आए हैं, उनमें दिख रहा है कि पुलिस को कुछ समझ में आता, तब तक तीनों युवकों में से एक ने आगे आकर सरेंडर करने की मुद्रा में दोनों हाथ खड़े कर दिए। तभी एक और युवक सामने आता है। वहां मौजूद एक पुलिसकर्मी दोनों को दबोच लेता है।

आखिर में पुलिसकर्मियों ने तीनों हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, अतीक और अशरफ को पुलिसकर्मी अस्पताल ले गए।

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